Rajasthan: महाराव सुरताण देवड़ा की जयंती पर मनाया गया विजय दिवस

महाराव सुरताण देवड़ा की जयंती पर मनाया गया विजय दिवस
दत्ताणी युद्ध स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित
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रेवदर। सिरोही जिले के रेवदर तहसील के निकटवर्ती दत्ताणी गांव में 17 अक्टूबर को महाराव सुरताण देवड़ा की जयंती धूमधाम से मनाई गई। राजपूत समाज और ग्रामीणों ने युद्ध स्थल दत्ताणी में स्थित छतरी पर पुष्पांजलि अर्पित कर विजय दिवस का आयोजन किया। इस अवसर पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि आगामी विजय दिवस पर एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, साथ ही शहीद स्मारक के जिणोदार का भी प्रस्ताव पारित किया गया।

ज्ञात हो कि 17 अक्टूबर, 1583 को दत्ताणी में मुगल बादशाह अकबर की सेना और सिरोही के महाराव सुरताण देवड़ा के बीच ऐतिहासिक 'दत्ताणी का युद्ध' हुआ था, जिसमें मुगल सेना को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था। महाराव सुरताण देवड़ा ने स्वतंत्रता संग्राम में मेवाड़ के महाराणा प्रताप और मारवाड़ के राव चंद्रसेन का अपूर्व सहयोग किया और मुगल सेना को परास्त करते हुए स्वतंत्रता का प्रतीक बने।

इस अवसर पर क्षत्रिय युवक संघ के पूर्व संघ प्रमुख आयुवान सिंह की जयंती भी मनाई गई। कार्यक्रम में भवानी सिंह भटाणा, पुनम सिंह सोलंकी, महेंद्र सिंह मगरीवाड़ा, सुजान सिंह वडवज, दीपेंद्र सिंह पिथापुरा, चंद्रवीर सिंह लुणोल, रतन सिंह शेखावत और अन्य वक्ताओं ने महाराव सुरताण देवड़ा के ऐतिहासिक योगदान पर प्रकाश डाला और उनकी वीरता से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।

कार्यक्रम में अजित सिंह निंबोड़ा, जयदीप सिंह पिथापुरा, गणपत सिंह हमीरपुर, सोहन सिंह मकावल, रणछोड़ वैष्णव, गंगा सिंह बोड़ा, हरी सिंह, हनुमानराम, अमराराम, प्रतापराम, विराराम, जगदीश वैष्णव, भंसा जिरावल, खेड़ा सुल्तान सिंह डमाणी, आशीष कुमार, दशरथ सिंह शेखावत, दिग्विजय सिंह निंबोड़ा, भरत सिंह हमीरपुरा, गोविंद सिंह हमीरपुरा, जितेन्द्र सिंह सरण का खेड़ा, अभिराज सिंह सरण का खेड़ा सहित राजपूत समाज और ग्रामीण जन उपस्थित रहे।

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