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शुक्रवार सुबह फलोदी इलाके के चाखू पुलिस थाने में तैनात हेड कॉन्स्टेबल चैनाराम बाना का शव थाना परिसर के टांके में मिलने से महकमे में हड़कंप मच गया।
जोधपुर | जोधपुर में एक हेड कॉन्स्टेबल की मौत ने ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा को चर्चा में ला दिया है।
शुक्रवार सुबह फलोदी इलाके के चाखू पुलिस थाने में तैनात हेड कॉन्स्टेबल चैनाराम बाना का शव थाना परिसर के टांके में मिलने से महकमे में हड़कंप मच गया।
बताया जा रहा है कि कुछ दिन पूर्व ही कॉन्स्टेबल के उपप्रधान बेटे की कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा से किसी बात को लेकर नोक-झोंक हो गई थी।
इसके बाद उनके बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया था। जिससे चलते कॉन्सटेबल चैनाराम डिप्रेशन में आ गए थे।
हालांकि, कॉन्सटेबल चैनाराम की मौत के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है, पुलिस जांच-पड़ताल में लगी हुई है कि कहीं ये कोई हादसा तो नहीं।
हो सकता है पैर फिसलने से वे टांके में गिर गए, या फिर उन्होंने सुसाइड किया हो।
51 वर्षीय चैनाराम करीब एक साल पहले ही बाप उपखंड के चाखू थाने में हेड कॉन्स्टेबल के पद पर नियुक्त किए गए थे।
रात को स्टाफ के साथ गश्त, तड़के मौत
पुलिस के अनुसार, हेड कॉन्स्टेबल चैनाराम स्टाफ के साथ गुरुवार रात को गश्त पर थे।
इसके बाद वे शुक्रवार तड़के करीब 4.30 बजे थाने पहुंचे और थाना परिसर में बने वॉटर टैंक से पानी लेने गए थे।
इस हादसे का पता पुलिसकर्मियों को सुबह 6.30 बजे चला। जिसके बाद उन्हें टांके से निकालकर चाखू अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद उनके शव को बाप सीएचसी की मोर्च्युरी में रखवाया गया।
शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
चैनाराम के बेटे खेमाराम ने इस संबंध में रिपोर्ट दी है कि उनके पिता की पैर फिसलने से टांके में गिरने से मौत हो गई।
ये बात भी आ रही सामने
6 सितम्बर को ओसियां में विधायक दिव्या मदेरणा का ओसियां क्षेत्र के सिरमंडी, श्रीराम नगर व बाना का बास में जनसुनवाई, शिलान्यास व लोकार्पण कार्यक्रम था।
ग्राम पंचायत बाना का बास में शिलापट्ट पर स्थानीय प्रतिनिधिक का नाम नहीं लिखने पर तिंवरी (जोधपुर) के उप प्रधान खेमाराम बाना ने आपत्ति जताई थी।
जिसके बाद चैनाराम के बेटे उप प्रधान खेमाराम की विधायक मदेरणा के साथ कुछ नोक-झोंक हो गई थी।
जिस ओसियां एसपी मदन लाल रॉयल और थानाधिकारी राजूराम काला खेमाराम को पुलिस जीप में बैठाकर थाने ले गए थे।
इसके बाद स्थानीय नेताओं और लोगों के थाने पहुंचकर विरोध करने भी खेमाराम को नहीं छोड़ा गया था।
ऐसे में लोगों का आरोप था कि राजनीतिक दबाव के चलते ओसियां पुलिस ने उप प्रधान खेमाराम को शांतिभंग में गिरफ्तार किया है।
1989 में कॉन्स्टेबल के पद पर नियुक्त होने वाले हेड कॉन्स्टेबल चैनाराम ओसियां उपखंड के गांव बाना का बास के निवासी थे।
वे एक महीने पहले ही 10 दिन की छुट्टी लेकर अपने गांव गए थे।
बताया जा रहा है कि चैनाराम अपने बेटे की गिरफ्तारी से आहत थे। हालांकि पुलिस ने अभी तक मौत के कारणों की पुष्टि नहीं की है। इसकी जांच की जा रही है।