Highlights
- पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के पति देवी सिंह शेखावत नहीं रहे । महाराष्ट्र में मेयर से एमएलए तक का सफर तय करने वाले देवी सिंह शेखावत ने पुणे के एक अस्पताल में आखिरी सांसें ली।
- अमरावती के मेयर और उसके बाद महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य के तौर पर उन्होंने उल्लेखनीय काम किया था। डॉक्टर शेखावत जाने-माने शिक्षाविद् थे ।
- राजस्थान के सीकर जिले के छोटी लोसल गांव के देवी सिंह शेखावत के पूर्वज जलगांव - महाराष्ट्र में बस गए थे।7 जुलाई, 1965 को शेखावत के साथ दाम्पत्य बंधन में बंधी प्रतिभा पाटिल 2007 में देश की 12वीं राष्ट्रपति बनी थीं।
सीकर के छोटी लोसल में जन्मे महाराष्ट्र विधान सभा के पूर्व विधायक और देश की राष्ट्रपति रही प्रतिभा पाटिल के पति देवी सिंह शेखावत नहीं रहे।
महाराष्ट्र में मेयर से एमएलए तक का सफर तय करने वाले देवी सिंह शेखावत ने पुणे के एक अस्पताल में आखिरी सांसें ली। सुबह साढ़े नौ बजे हृदयाघात की वजह से दुनिया को अलविदा कह शेखावत अनंत की यात्रा पर निकल गये।
शेखावत 89 साल के थे और ज्यादातर जीवन महाराष्ट्र में जीने के बावजूद उनका राजस्थान से निरंतर सम्पर्क बना हुआ था। शेखावाटी से महाराष्ट्र जाकर अपनी पहचान बनाने वाले शेखावत प्रवासी मारवाड़ियों के इस मायने में भी आदर्श थे क्योंकि उन्होंने अमरावती में कई शिक्षण संस्थानों की स्थापना की थी।
दिलचस्प था राष्ट्रपति चुनाव
2007 के राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की तरफ से तत्कालीन उप राष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत के सामने कांग्रेस ने राजस्थान की तत्कालीन राजयपाल प्रतिभा पाटिल को उम्मीदवार बनाया तो चुनाव दो शेखावतों की जंग में बदल गया था। वजह थी-अमरावती के पूर्व मेयर देवी सिंह शेखावत से प्रतिभा पाटिल का विवाह।
राजस्थान के सीकर जिले के छोटी लोसल गांव के देवी सिंह शेखावत के पूर्वज जलगांव - महाराष्ट्र में बस गए थे। और ,अमरावती व जलगांव उनकी कार्यभूमि रही। 7 जुलाई, 1965 को शेखावत के साथ दाम्पत्य बंधन में बंधी प्रतिभा पाटिल 2007 में देश की 12वीं राष्ट्रपति बनी थीं। 25 जुलाई 2007 से 25 जुलाई 2012 तक देश की राष्ट्रपति रही प्रतिभा पाटिल इससे पहले तीन साल तक राजस्थान की राज्यपाल भी रही थी।
1962 से 1985 तक महाराष्ट्र विधानसभा की सदस्य रही प्रतिभा पाटिल ने 1985 में राज्यसभा की सदस्य बनी और उपसभापति के तौर पर राज्यसभा में अपनी भूमिका अदा की। देश की पहली महिला राष्ट्रपति रही प्रतिभा पाटिल अपनी राजनीतिक पारी का श्रेय अक्सर देवी सिंह शेखावत के प्रोत्साहन को देती रही हैं। देवी सिंह शेखावत के पुत्र राजेंद्र सिंह शेखावत विधायक रह चुके हैं।
फर्स्ट जेंटलमेन ऑफ़ इण्डिया
महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस समेत कई राजनेताओं ने शेखावत के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है। राज्यपाल रमेश बैस ने शोक संदेश में कहा है-"डॉ देवी सिंह शेखावत एक लोकप्रिय नेता और समर्पित सामाजिक कार्यकर्ता थे। अमरावती के मेयर और उसके बाद महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य के तौर पर उन्होंने उल्लेखनीय काम किया था।
डॉक्टर शेखावत जाने-माने शिक्षाविद् थे। मैं दिवंगत डॉक्टर शेखावत को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और पूर्व राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा पाटिल के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं।"
एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम शरद पवार शोक सन्देश में देवी सिंह शेखावत को एक कांग्रेस नेता और मशहूर किसान के रूप में याद करते हुए कहा कि -कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं प्रसिद्ध कृषक श्री देवीसिंह रणसिंह शेखावत जी के निधन से गहरा दुख हुआ।
अनुभवी नेता ने अमरावती के पहले महापौर के रूप में कार्य किया और तत्कालीन राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा ताई के साथ "First Gentleman of India" सिस्टम को मजबूत करने में बड़ी भूमिका अदा की।"अपने समकालीन राजनेता के निधन पर पवार ने लिखा है ,"दुख की इस घड़ी में पाटिल परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है।
उनकी आत्मा को चिर शांति मिले।" शेखावत के निधन पर सामाजिक कार्यकर्ताओं और नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।