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ईडी ने राजस्थान के जल जीवन मिशन (जेजेएम) के कथित 20 हजार करोड़ रुपए के घोटाले को लेकर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है।
जयपुर | राजस्थान में भाजपा-कांग्रेस में हो रही चुनावी बगावत के बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बार फिर से ताबड़तोड़ कार्रवाई है।
शुक्रवार को ईडी ने राजस्थान के जल जीवन मिशन (जेजेएम) के कथित 20 हजार करोड़ रुपए के घोटाले को लेकर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है।
अशोक गहलोत सरकार के नजदीकी अधिकारियों और मंत्रियों पर ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है।
ईडी ने आईएएस अफसर सुबोध अग्रवाल के घर पर भी छापा मारा है।
बताया जा रहा है कि जल जीवन मिशन घोटाला मामले में ईडी की टीम सचिवालय भी पहुंची है। चीफ इंजीनियर केडी गुप्ता और एडिशनल चीफ इंजीनियर दिनेश गोयल के घर पर भी टीमें सर्च कर रही है।
इसके अलावा दौसा में भी छापेमारी की कार्रवाई जारी है। ईडी के अधिकारी एक आईएएस, एक आरएएस, पीएचईडी अधिकारियों और ठेकेदारों के ठिकानों पर दस्तावे खंगाल रहे है।
ईडी ने आज सुबह राजधानी जयपुर समेत 20 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है। कई अन्य कर्मचारी भी ईडी के रडार पर हैं।
हालांकि, आधिकारिक रूप से इस छापेमारी को लेकर ईडी की ओर से कोई बयान जारी नहीं किया गया है।
किरोड़ी लाल मीणा ने भी लगाए थे आरोप
गौरतलब है कि जलजीवन मिशन (जेजेएम) योजना में घोटाले को लेकर भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने भी ईडी में शिकायत दर्ज कराई थी।
उन्होंने आरोप लगाया था कि राजस्थान में पानी की पाइप लाइन खरीद से लेकर इस योजना के क्रियान्वयन में बड़े-बड़े घोटाले किए गए हैं।
आपको बता दें कि चुनावों से पहले राजस्थान में ईडी बेहद एक्टिव मोड में दिखाई दे रही है।
पिछले दिनों ही ईडी ने राजस्थान में कार्रवाई करते हुए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के घर और ऑफिस में छापेमारी की थी।
वहीं, डोटासरा के दोनों बेटों को भी नोटिस ईडी ने समन भेज तलब किया है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव को भी दिल्ली तलब किया गया था।