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फरहान ने अपने करियर की शुरुआत निर्देशक के रूप में की। 2001 में रिलीज़ हुई उनकी पहली फिल्म 'दिल चाहता है' ने हिंदी सिनेमा में नई तरह की कहानी कहने का ट्रेंड शुरू किया। इस फिल्म को युवाओं की जिंदगी के विभिन्न पहलुओं को बेहद वास्तविक और मनोरंजक तरीके से प्रस्तुत करने के लिए सराहा गया
Cinema | फरहान अख्तर भारतीय फिल्म उद्योग के उन चंद कलाकारों में से एक हैं, जिन्होंने अपने अभिनय, निर्देशन, लेखन और गायन से एक अलग पहचान बनाई है। उनकी कला और विचारशीलता ने बॉलीवुड को नए आयाम दिए हैं।
फरहान अख्तर का जन्म 9 जनवरी 1974 को मुंबई में हुआ। वे जाने-माने गीतकार जावेद अख्तर और लेखक हनी ईरानी के बेटे हैं। उनके परिवार का साहित्य और कला से गहरा जुड़ाव रहा है, जिसने फरहान के व्यक्तित्व को गढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के मानिकजी कूपर स्कूल से पूरी की और बाद में एच.आर. कॉलेज से पढ़ाई की।
फरहान ने अपने करियर की शुरुआत निर्देशक के रूप में की। 2001 में रिलीज़ हुई उनकी पहली फिल्म 'दिल चाहता है' ने हिंदी सिनेमा में नई तरह की कहानी कहने का ट्रेंड शुरू किया। इस फिल्म को युवाओं की जिंदगी के विभिन्न पहलुओं को बेहद वास्तविक और मनोरंजक तरीके से प्रस्तुत करने के लिए सराहा गया।
फरहान ने 2008 में फिल्म 'रॉक ऑन!!' से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की। इस फिल्म में उन्होंने न केवल अभिनय किया, बल्कि अपनी गायकी से भी दर्शकों का दिल जीता। इसके बाद उन्होंने कई सफल फिल्मों में काम किया, जिनमें 'भाग मिल्खा भाग', 'ज़िंदगी ना मिलेगी दोबारा', 'लक्ष्य', 'तूफान' और 'द स्काई इज पिंक' शामिल हैं।
फरहान न केवल एक कुशल अभिनेता हैं, बल्कि एक बेहतरीन निर्देशक और लेखक भी हैं। 'लक्ष्य', 'डॉन' और 'डॉन 2' जैसी फिल्मों के निर्देशन ने उनकी बहुमुखी प्रतिभा को साबित किया। उनके लेखन में सामाजिक मुद्दों और भावनात्मक गहराई का स्पष्ट प्रभाव देखने को मिलता है।
फरहान अख्तर की गायकी ने उन्हें बॉलीवुड में एक अलग पहचान दिलाई। 'रॉक ऑन!!' के गाने 'सिंधाबाद द सेलर' और 'तुम हो तो' जैसे गाने आज भी युवाओं के बीच लोकप्रिय हैं।
फरहान अख्तर सामाजिक मुद्दों पर भी मुखर रहते हैं। उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए 'मर्द' (Men Against Rape and Discrimination) नामक अभियान की शुरुआत की। इसके माध्यम से वे समाज में लैंगिक समानता और महिलाओं के अधिकारों को बढ़ावा देने का प्रयास करते हैं।
फरहान अख्तर को उनके उत्कृष्ट काम के लिए कई पुरस्कारों से नवाजा गया है। उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और फिल्मफेयर अवॉर्ड्स जैसे प्रतिष्ठित सम्मानों से सम्मानित किया गया है।
फरहान अख्तर का जीवन कला और साधारणता का अनोखा मिश्रण है। वे एक जिम्मेदार पिता और परिवारिक व्यक्ति हैं। 2022 में उनकी शादी शिबानी दांडेकर से हुई, जो खुद एक प्रतिभाशाली कलाकार हैं।