Highlights
- पूर्व सैनिक गुरप्रीत सिंह ने अपनी पत्नी और सास की गोली मारकर हत्या की।
- आरोपी ने सरकारी AK-47 राइफल का इस्तेमाल किया।
- पुलिस ने घेरा तो करीब एक घंटे बाद खुद को गोली मार ली।
- घरेलू झगड़े को वारदात की वजह बताया जा रहा है।
गुरदासपुर: पंजाब (Punjab) के गुरदासपुर (Gurdaspur) में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। पूर्व सैनिक गुरप्रीत सिंह (Gurpreet Singh) ने घरेलू विवाद के चलते अपनी पत्नी अकविंदर कौर (Akwinder Kaur) और सास गुरजीत कौर (Gurjeet Kaur) की AK-47 राइफल से गोली मारकर हत्या कर दी। बाद में पुलिस से घिरने पर उसने खुद को भी गोली मार ली।
यह खौफनाक वारदात गुरदासपुर के गांव गुट्ठी में बीती रात करीब 3 बजे हुई। पूर्व सैनिक गुरप्रीत सिंह ने अपनी सरकारी AK-47 राइफल से इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। अपनी पत्नी अकविंदर कौर (करीब 30 वर्ष) और सास गुरजीत कौर (करीब 55 वर्ष) की हत्या करने के बाद, वह शहर के 7 नंबर स्कीम स्थित रिहायशी क्वार्टरों में जाकर छिप गया। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है।
पुलिस ने घेरा, आरोपी ने खुद को मारी गोली
वारदात की सूचना मिलते ही गुरदासपुर के एसएसपी आदित्य के नेतृत्व में भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया और गुरप्रीत को आत्मसमर्पण करने की अपील की। करीब एक घंटे तक चले समझाने-बुझाने के प्रयास विफल रहे, क्योंकि गुरप्रीत ने हथियार डालने से साफ इनकार कर दिया। उसने पुलिस को धमकी भी दी कि वह खुद को गोली मार लेगा, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई।
काफी देर तक समझाने के बाद भी जब गुरप्रीत नहीं माना और कोई रास्ता नहीं बचा, तो उसने अंततः अपनी ही AK-47 राइफल से खुद को गोली मार ली। मौके पर ही उसकी मौत हो गई, जिससे यह तिहरा हत्याकांड एक दुखद अंत पर पहुंचा। पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की आगे की जांच जारी है।
घरेलू कलह बनी खूनी वारदात की वजह
मृतका अकविंदर कौर की बहन परमिंदर कौर ने इस घटना के पीछे घरेलू झगड़ों को मुख्य कारण बताया है। परमिंदर ने बताया कि उनकी बहन की शादी गुरप्रीत सिंह से 2016 में हुई थी, लेकिन शादी के बाद से ही दोनों के बीच लगातार झगड़े होते रहते थे। उन्होंने गुरप्रीत को 'साइको किस्म का व्यक्ति' बताया, जिसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। परमिंदर के अनुसार, गुरप्रीत ने रात के अंधेरे में उनकी मां और बहन की जान ले ली और अब खुद भी मर गया, जिससे परिवार पूरी तरह टूट गया है।
कौन था गुरप्रीत सिंह?
गुरप्रीत सिंह भारतीय सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद निजी सुरक्षा कंपनी पैसको में कार्यरत था। उसकी ड्यूटी गुरदासपुर केंद्रीय जेल में गार्ड के तौर पर लगी हुई थी, जहां उसे सुरक्षा संबंधी कार्यों के लिए तैनात किया गया था। इसी ड्यूटी के लिए उसे सरकारी AK-47 राइफल जारी की गई थी, जिसका इस्तेमाल उसने अपनी पत्नी और सास की हत्या करने और फिर खुद को खत्म करने के लिए किया। पुलिस इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है ताकि घटना के सभी पहलुओं को उजागर किया जा सके और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके। स्थानीय लोग इस घटना से सदमे में हैं और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं।
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