Highlights
- जयपुर में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के 'लापता' होने के पोस्टर लगाए गए।
- नीरजा मोदी स्कूल में अमायरा के सुसाइड केस में 38 दिन बाद भी कार्रवाई नहीं।
- परिवर्तन संस्था ने 72 घंटे में कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
- सीबीएसई रिपोर्ट में भी स्कूल की लापरवाही सामने आई है।
जयपुर:जयपुर (Jaipur) के नीरजा मोदी स्कूल (Neerja Modi School) में अमायरा (Amaira) के सुसाइड केस में 38 दिन बाद भी कार्रवाई न होने पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर (Madan Dilawar) के 'लापता' पोस्टर लगाए गए।
शहर के कई चौराहों, बस स्टॉप और मुख्य सड़कों पर ये पोस्टर लगाए गए हैं, जो शिक्षा मंत्री की कथित निष्क्रियता के प्रति जनता की नाराजगी को दर्शाते हैं। चौथी कक्षा की बच्ची अमायरा के आत्महत्या मामले में 38 दिन बीत जाने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई न होने से लोग आक्रोशित हैं।
शिक्षा मंत्री के 'लापता' पोस्टर क्यों?
पोस्टर में लिखा है कि राजस्थान के सभी माता-पिता शिक्षा मंत्री की तलाश कर रहे हैं। इसमें यह भी बताया गया है कि एक प्राइवेट स्कूल में एक छोटी सी बच्ची ने अपनी जान दे दी, लेकिन मदन दिलावर कुछ करने के बजाय भाग खड़े हुए। सुनने में आया है कि स्कूल ने उनके विभाग को अंदर ही नहीं घुसने दिया।
यह घटना जयपुर के नीरजा मोदी स्कूल से जुड़ी है, जहां 1 नवंबर को चौथी कक्षा की 9 वर्षीय छात्रा अमायरा ने स्कूल बिल्डिंग की पांचवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। परिवार का आरोप है कि बच्ची को स्कूल में लगातार बुलिंग का सामना करना पड़ रहा था, जिसके कारण उसने यह कदम उठाया।
परिवर्तन संस्था ने उठाए सवाल
पोस्टर लगाने वाली परिवर्तन संस्था की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने बताया कि नीरजा मोदी स्कूल में अमायरा ने बुलिंग से परेशान होकर अपनी जान दे दी थी। सीबीएसई की रिपोर्ट में भी स्कूल की लापरवाही स्पष्ट रूप से सामने आई है, लेकिन शिक्षा मंत्री इस पूरे मामले में अनुपस्थित हैं और कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। यह स्थिति अभिभावकों और समाज में गहरी चिंता पैदा कर रही है।
मंत्री पर अन्य मामलों में भी निष्क्रियता का आरोप
परिवर्तन संस्था के अध्यक्ष आशुतोष रांका ने कहा कि राजस्थान के शिक्षा मंत्री पिछले दो साल से कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अनुपस्थित रहे हैं। उन्होंने झालावाड़ में स्कूल गिरने से बच्चों की मौत, दूध पाउडर घोटाला, किताबों की समय पर अनुपलब्धता और एसआईआर नियमों के कारण शिक्षकों की आत्महत्या जैसी घटनाओं का जिक्र किया। रांका ने आरोप लगाया कि अमायरा मामले में भी यही स्थिति बनी हुई है, जहाँ मंत्री की तरफ से कोई ठोस पहल नहीं दिख रही है।
72 घंटे का अल्टीमेटम
आशुतोष रांका ने चेतावनी दी है कि अगर अगले 72 घंटों में नीरजा मोदी स्कूल के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं की गई, तो पूरे शहर में शिक्षा मंत्री मदन सिंह दिलावर के 'लापता' वाले पोस्टर लगाए जाएंगे। यह अल्टीमेटम सरकार और शिक्षा विभाग पर दबाव बनाने का एक प्रयास है ताकि अमायरा को न्याय मिल सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
क्या था अमायरा सुसाइड केस?
जयपुर के नीरजा मोदी स्कूल में 1 नवंबर को चौथी कक्षा की 9 वर्षीय छात्रा अमायरा ने स्कूल बिल्डिंग की पांचवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था, जिसमें बच्ची को स्कूल की रेलिंग पर चढ़कर कूदते हुए देखा गया था। अभिभावक संघ ने स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग की थी, जबकि शिक्षा मंत्री ने जांच बाधित करने वालों को परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी। हालांकि, 38 दिन बाद भी कोई ठोस कार्रवाई न होने से यह मामला फिर से गरमा गया है।
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