Highlights
- जयपुर में पहले 'प्रवासी राजस्थानी दिवस' का भव्य आयोजन।
- उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने प्रवासियों का स्वागत किया।
- राज्य में निवेश के लिए अनुकूल माहौल बनाने पर जोर दिया गया।
- प्रधानमंत्री मोदी के मंत्र 'ग्लोबल इंडिया, लोकल रूट्स' का उल्लेख किया गया।
जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर (Jaipur) में पहले 'प्रवासी राजस्थानी दिवस' (Pravasi Rajasthani Diwas) का आयोजन किया गया। उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ (Colonel Rajyavardhan Singh Rathore) ने प्रवासियों को राज्य में निवेश के लिए आमंत्रित किया। इसका उद्देश्य मूल राज्य से संबंधों को मजबूत करना और आर्थिक प्रगति में प्रवासियों के योगदान का उत्सव मनाना है।
इस भव्य समारोह में देश और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में बसे प्रवासी समुदाय भाग ले रहे हैं।
यह आयोजन प्रवासी राजस्थानियों को अपनी जड़ों से जोड़ने और उनके योगदान को पहचानने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
सीतापुरा स्थित जयपुर एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर (JECC) में इस कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ के संबोधन के साथ ही कार्यक्रम का विधिवत आगाज हुआ।
सुबह 10 बजे उद्घाटन सत्र में 26 राजस्थान चैप्टर के पदाधिकारियों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
'यत्र हृदयम् तत्र गृहम्' से प्रवासियों का स्वागत
उद्योग मंत्री राठौड़ ने मंच संचालन करते हुए सभी गणमान्य अतिथियों का परिचय कराया।
इनमें मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, राज्यपाल हरिभाऊ बागडे, पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया और केंद्रीय उद्योग मंत्री पीयूष गोयल शामिल थे।
उन्होंने 'यत्र हृदयम् तत्र गृहम्' (जहां मातृ भूमि है, वहीं घर है) श्लोक से सभी प्रवासी राजस्थानियों का स्वागत किया।
राठौड़ ने जोर देकर कहा कि परंपरा, पराक्रम और प्रगति वाला राजस्थान आप सभी का हृदय से स्वागत करता है।
यह श्लोक प्रवासियों के लिए अपनी मातृभूमि के प्रति गहरे भावनात्मक जुड़ाव को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री मोदी के मंत्र पर राजस्थान सरकार का काम
कर्नल राठौड़ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और मंत्रों का उल्लेख करते हुए राज्य की प्रगति पर प्रकाश डाला।
उन्होंने मेहमानों को संबोधित करते हुए बताया कि पीएम मोदी ने राजस्थान को केवल 'राइज़िंग' ही नहीं, बल्कि 'रिलायबल' (भरोसेमंद) और 'रिसेप्टिव' (ग्रहणशील) भी बताया है।
राज्य सरकार जनता से किए गए अपने कमिटमेंट को तेजी से पूरा करने में जुटी है।
इसी मंत्र को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने पिछले 24 महीनों में 'ईज ऑफ बिज़नेस' और 'जीवन सरलता' पर विशेष ध्यान दिया है।
इसका मुख्य लक्ष्य व्यापार करने की लागत को कम करना और नागरिकों के जीवन को और अधिक सरल बनाना है।
उन्होंने प्रवासी समुदाय से कहा कि 'ग्लोबल इंडिया, लोकल रूट्स' के मंत्र के साथ, राजस्थान आप सबके सहयोग से एक वैश्विक आर्थिक शक्ति बनेगा।
निवेश के लिए अनुकूल माहौल और नीतियां
उद्योग मंत्री ने बताया कि राजस्थान सरकार ने राज्य को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं।
पिछले 24 महीनों के भीतर 37 नए इंडस्ट्रियल एरिया विकसित किए गए हैं।
इसके अतिरिक्त, दो हजार नए इंडस्ट्रियल प्लॉट भी आवंटित किए गए हैं, जो निवेशकों के लिए नए अवसर पैदा कर रहे हैं।
दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की कनेक्टिविटी को भी बढ़ाया गया है, जिससे लॉजिस्टिक्स और व्यापार में सुधार होगा।
राज्य में डेटा, टेक्सटाइल और प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क जैसी कई नई और प्रगतिशील नीतियां भी लाई गई हैं।
निवेशकों के लिए सरलीकरण और सुधार
सिंगल विंडो क्लीयरेंस प्रणाली को मजबूत करने के लिए 'राज निवेश' पोर्टल को वन स्टॉपर के रूप में विकसित किया गया है।
इससे निवेशकों को विभिन्न अनुमतियां प्राप्त करने में आसानी होगी और समय की बचत होगी।
877 ऐसी इंडस्ट्रीज को पर्यावरणीय छूट दी गई है, जो उद्योग लगाने में अनावश्यक बाधा नहीं बन पाएंगी।
इसके अलावा, 45 पुराने और अप्रचलित कानूनों को समाप्त कर दिया गया है।
अब 100% ऑनलाइन अप्रूवल की सुविधा प्रदान की जा रही है, जिससे प्रक्रिया में पारदर्शिता और गति आई है।
कर्नल राठौड़ ने प्रवासी राजस्थानी दिवस में शामिल सभी मेहमानों से राजस्थान में निवेश करने का हार्दिक आग्रह किया।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रवासियों का निवेश राज्य की प्रगति में मील का पत्थर साबित होगा।
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