Highlights
- व्यापारी रमेश रुलानिया की हत्या से कुचामन में तनाव।
- पुलिस ने चार मुख्य आरोपियों की पहचान कर फोटो जारी किए।
- आरोपियों की सूचना देने पर ₹25,000 का नकद इनाम।
- हत्या के बाद थानाधिकारी और CO निलंबित, बुलडोजर कार्रवाई।
डीडवाना-कुचामन: राजस्थान (Rajasthan) के डीडवाना-कुचामन (Didwana-Kuchaman) में व्यापारी रमेश रुलानिया (Ramesh Rulania) की हत्या के बाद पुलिस ने चार मुख्य आरोपियों गणपत गुर्जर (Ganpat Gurjar), धर्मेंद्र गुर्जर (Dharmendra Gurjar), जुबैर अहमद (Zubair Ahmed) और महेश गुर्जर (Mahesh Gurjar) के नाम जारी किए हैं।
डीडवाना-कुचामन हत्याकांड: मुख्य आरोपी घोषित, ₹25000 का इनाम
राजस्थान के डीडवाना-कुचामन जिले में 7 अक्टूबर की सुबह व्यापारी रमेश रुलानिया की जघन्य हत्या ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है।
इस गोलीकांड की जिम्मेदारी गैंगस्टर रोहित गोदारा के गुर्गों ने सरेआम ली है, जिससे कुचामन में तनाव बरकरार है।
पुलिस-प्रशासन के खिलाफ लोगों का आक्रोश चरम पर है और वे न्याय की मांग कर रहे हैं।
लोगों के जबरदस्त दबाव और विरोध के चलते डीडवाना-कुचामन पुलिस एक्शन मोड में आ गई है।
पुलिस ने व्यापारी की हत्या में शामिल चार मुख्य आरोपियों के नाम, पते और फोटो जारी किए हैं।
फरार आरोपियों की सूची
पुलिस द्वारा जारी किए गए आरोपियों के नाम इस प्रकार हैं:
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गणपत गुर्जर (निवासी बोरावड़, मकराना)
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धर्मेंद्र गुर्जर उर्फ देवराज गुर्जर (निवासी अजमेर)
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जुबैर अहमद (निवासी बोरावड़, मकराना)
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महेश गुर्जर (निवासी बोरावड़, मकराना)
पुलिस ने इन खतरनाक अपराधियों को पकड़वाने में मदद करने वालों के लिए 25,000 रुपये के नकद इनाम का भी ऐलान किया है।
डीडवाना-कुचामन की पुलिस अधीक्षक रिचा तोमर ने जनता से अपील की है कि अगर इन फरार आरोपियों के बारे में कोई भी जानकारी हो, तो तुरंत मोबाइल नंबर 8000372519 या 9530413387 पर संपर्क करें।
सूचना देने वाले की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी।
कुचामन में क्यों भड़का आक्रोश?
रमेश रुलानिया की हत्या के बाद से ही कुचामन का माहौल बेहद तनावपूर्ण बना हुआ है।
मृतक के परिवार और सैकड़ों स्थानीय लोग कुचामन थाने के बाहर धरने पर बैठे रहे।
उनकी मुख्य मांग थी कि हत्यारों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए या उनका एनकाउंटर किया जाए, साथ ही उनके घरों पर बुलडोजर चलाया जाए।
पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई और नेताओं का हस्तक्षेप
लोगों के आक्रोश के बाद पुलिस के लचर रवैये पर बड़ी कार्रवाई की गई।
कुचामन थानाधिकारी सतपाल सिंह और CO अरविंद बिश्नोई को निलंबित कर दिया गया है।
इसके अलावा, थाने के पूरे स्टाफ को लाइन हाजिर किया गया, जिससे पुलिस बल में हड़कंप मच गया।
धरने में लाडनूं विधायक मुकेश भाकर, परबतसर विधायक रामनिवास गावड़िया सहित कई बड़े नेताओं ने शिरकत की।
विधायक गावड़िया ने तो यहां तक कह दिया कि हत्यारों को गोली मारकर बीच चौराहे पर लटका देना चाहिए।
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल भी पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए धरने में शामिल हुए, जिससे मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया।
अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर
आरोपी शफीक खान की अवैध इमारत को तोड़ने के लिए प्रशासन बुलडोजर लेकर मौके पर पहुंचा।
मौके पर भारी विरोध के बावजूद प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए कार्रवाई को अंजाम दिया।
आरोपी की होटल को भी सील कर दिया गया है, जो अवैध गतिविधियों पर नकेल कसने का संकेत है।
वर्तमान स्थिति और पुलिस की मुस्तैदी
लगातार तनावपूर्ण स्थिति और बड़े नेताओं के आगमन को देखते हुए कुचामन थाने पर डीडवाना सहित आसपास के जिलों से भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है।
पुलिस अलर्ट मोड पर है और फरार शूटर्स की तलाश तेज कर दी गई है।
हालांकि स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है, लेकिन स्थानीय लोगों में आक्रोश अभी भी बरकरार है।