Highlights
- किसानों को अब रात की बजाय दिन में मिलेगी बिजली।
- राजस्थान शिक्षा के क्षेत्र में 11वें से तीसरे स्थान पर पहुँचा।
- सरकारी स्कूलों के बच्चों ने निजी स्कूलों से बेहतर प्रदर्शन किया।
- प्रदेश में बिजली उत्पादन क्षमता में 5633 मेगावाट की वृद्धि हुई।
जोधपुर:मंत्री मदन दिलावर (Madan Dilawar) ने राजस्थान (Rajasthan) में किसानों को दिन में बिजली देने और शिक्षा में राज्य को तीसरे स्थान पर लाने की बात कही।
प्रदेश के शिक्षा एवं पंचायती राज विभाग मंत्री मदन दिलावर ने दैनिक भास्कर के साथ बातचीत में सरकार के दो साल के कामकाज पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राजस्थान निरंतर प्रगति कर रहा है।
सरकार की दो साल की उपलब्धियां
मंत्री दिलावर ने कहा कि पिछले दो साल में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हर वर्ग को राहत दी है। मजदूरों, किसानों, व्यापारियों, विद्यार्थियों और गृहिणियों के लिए कई नई योजनाएं शुरू की गई हैं।
उन्होंने रामसेतु जल लिंक परियोजना का भी जिक्र किया। साल 2024 में इसका MOU हुआ था और अब 2600 करोड़ रुपए के वर्क ऑर्डर जारी किए जा चुके हैं। मंत्री ने पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया।
ऊर्जा क्षेत्र में रिकॉर्ड वृद्धि
ऊर्जा क्षेत्र की उपलब्धियों पर बात करते हुए मंत्री ने बताया कि प्रदेश में बिजली उत्पादन क्षमता में 5633 मेगावाट की रिकॉर्ड वृद्धि की गई है। कुसुम योजना के तहत 1600 मेगावाट सौर बिजली का भी उत्पादन हो रहा है।
दिलावर ने कहा कि अभी 22 जिलों में किसानों को दिन में बिजली मिल रही है। मार्च 2027 तक सरकार का लक्ष्य है कि सभी किसानों को दिन में बिजली उपलब्ध कराई जा सके। इससे किसानों को सर्दी में रात को खेत में नहीं जाना पड़ेगा।
शिक्षा में राजस्थान की बड़ी छलांग
शिक्षा विभाग की प्रगति पर मंत्री दिलावर ने संतोष व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि जब वर्तमान सरकार ने कार्यभार संभाला था, तब देश में राजस्थान की शिक्षा रैंकिंग 11वीं थी।
लगातार प्रयासों और कड़ी मेहनत के बाद अब राज्य तीसरे स्थान पर पहुँच गया है। यह शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि और बड़ी छलांग है।
सरकारी स्कूलों का शानदार प्रदर्शन
मंत्री ने सरकारी स्कूलों के प्रदर्शन की भी सराहना की। उन्होंने बताया कि बोर्ड परीक्षा परिणामों में छह प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
22 जिलों के आंकड़ों के अनुसार, सरकारी स्कूलों के 18,375 छात्रों ने 75% या उससे अधिक अंक प्राप्त किए। वहीं, निजी स्कूलों के 12,300 विद्यार्थियों ने समान प्रदर्शन किया।
यह दर्शाता है कि सरकारी स्कूलों के बच्चों ने निजी स्कूलों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया है। मंत्री ने जिले में प्रभारी मंत्री के रूप में अपनी जिम्मेदारियों पर भी बात की।
उन्होंने कहा कि जिले में सड़कों से लेकर स्कूलों तक बड़े स्तर पर विकास कार्य चल रहे हैं। हर क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव नजर आ रहा है, जो प्रदेश की समग्र प्रगति का सूचक है।
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