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सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के बाद जयपुर के ग्रेटर नगर निगम की महापौर सौम्या गुर्जर ने सफाई व्यवस्था की जिम्मदारी अपने हाथों में ली और सड़कों पर झाडू लगाती नजर आईं।
जयपुर | जयपुरवासियों का आज से जगह-जगह कचरे के ढेरों से सामना होने वाला है क्योंकि, सफाई कर्मचारियों ने आज से काम बंद कर दिया।
ऐसे में सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के बाद जयपुर के ग्रेटर नगर निगम की महापौर सौम्या गुर्जर ने सफाई व्यवस्था की जिम्मदारी अपने हाथों में ली और सड़कों पर झाडू लगाती नजर आईं।
दरअसल, 13 हजार 184 पदों पर निकाली भर्ती आरक्षण से करने के विरोध में वाल्मिकी समाज के कर्मचारियों ने यह कदम उठाया।
ऐसे में जयपुर नगर निगम ग्रेटर और हैरिटेज क्षेत्र में वाल्मिकी समाज से जुड़े करीब 6 हजार से ज्यादा सफाई कर्मचारियों ने आज सामूहिक हड़ताल करते हुए साफ-सफाई बंद रखी है।
जिसके चलते सड़कों पर झाडू नहीं निकलेगी और कचरा नहीं उठेगा।
इसी के साथ अन्य समाज से जुड़े सफाई कर्मचारियों ने खुद को इस हड़ताल में शामिल नहीं किया है और इससे दूरी बनाए हुए हैं। दोनों नगर निगम में करीब 2100 सफाई कर्मचारी ऐसे है, जो वाल्मिकी समाज से नहीं हैं।
इन कर्मचारियों ने खुद को इस हड़ताल से पूरी तरह दूर रखा है। ये कर्मचारी अपने काम करने में जुटे हुए है।
इसी बीच ग्रेटर नगर निगम महापौर सौम्या गुर्जर सड़क पर झाडू लगाते दिखाई दी।
उन्होंने बाजारों में दुकानदारों से अपनी जिम्मदारी समझते हुए आस-पास साफ-सफाई रखने की समझाइश भी की।
इससे पहले परकोटा क्षेत्र में छोटी चौपड़ पर आज सुबह नगर निगम के सफाई कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया।
इसमें बड़ी संख्या में पुरूष और महिला कर्मचारी शामिल हुए। इस दौरान गहलोत सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
इस हड़ताल और विरोध प्रदर्शन को लेकर संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया का कहना है कि हम लंबे समय से सफाई कर्मचारियों की भर्ती आरक्षण व्यवस्था से न करके वाल्मिकी समाज के लोगों को प्राथमिकता देते हुए करने की मांग कर रहे है। इस बाबत हम कई बार सरकार को पत्र भी लिख चुके हैं, लेकिन सरकार ने हमारी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया है।