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मानसूनी बादल पानी की बारिश करते-करते अब ओलों की बारिश पर उतर आए हैं। राजस्थान के कोटा जिले में तो इतनी तेज तूफानी बारिश हुई की दुकानों व घरों में लगे टीन-टप्पर उड़ गए। कई जगहों पर तो बरसात के दौरान चने के आकार के ओले भी गिरे।
कोटा | राजस्थान में एक ओर जहां मौसम विभाग मानसून की विदाई की घोषणा करने वाला है वहीं दूसरी ओर, मानसून जाने का नाम ही नहीं ले रहा है।
मानसूनी बादल पानी की बारिश करते-करते अब ओलों की बारिश पर उतर आए हैं। राजस्थान के कोटा जिले में तो इतनी तेज तूफानी बारिश हुई की दुकानों व घरों में लगे टीन-टप्पर उड़ गए।
कई जगहों पर तो बरसात के दौरान चने के आकार के ओले भी गिरे। लगभग एक घंटे तक हुई तेज बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
फसलों से लहलहाते खेतों में पानी भर गया औ फसलों में जमकर नुकसान हुआ है। शनिवार को हुई इस बारिश से सोयाबीन व उड़द की फसलों में नुकसान की आशंका है।
वहीं, जिले के इटावा क्षेत्र में तेज हवा के साथ आधा घंटे तेज बारिश हुई। इससे सड़कों पर पानी बह निकला।
राजधानी जयपुर में भी कई जगहों पर बादलों ने मेहरबानी करते हुए पानी बरसाया। हालांकि यहां छितराई बारिश हुई।
रविवार को सुबह भी जयपुर के कई इलाकों में हल्की बारिश दर्ज की गई तो कहीं सूखा रहा। ऐसे में दिन में लोगों को उमस से सामना करना पड़ा।
क्या कहता है मौसम विभाग ?
मौसम विभाग के अनुसार मौजूदा समय में झारखंड और आसपास के क्षेत्र के ऊपर एक परिसंचरण तंत्र बना हुआ है।
साथ ही मानसून की ट्रफ लाइन जैसलमेर से होकर गुजर रही है। इसके यहां से निकलते ही मानसून की विदाई की घोषणा भी हो जाएगी।
मौसम विभाग की माने तो कल से मानसून के विदा होने के लिए परिस्थितियां अनुकूल है। जबकि पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में बारिश की गतिविधियां आगामी सप्ताह तक जारी रहने के आसार बने हुए हैं।
मौसम विभाग का कहना है कि पाकिस्तान के आसपास अब हवा की दिशा बदलने लगी है जो मानसून की विदाई के लिए अनुकूल होती है।
ऐसे में 25 सितम्बर से राजस्थान से मानसून की विदाई शुरू हो जाएगी।