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राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर जहां सीएम अशोक गहलोत की पार्टी कांग्रेस अब एक जुट होकर सरकार रिपीट करने का दावा कर रही है तो वहीं, भारतीय जनता पार्टी सीएम फेस उजागर नहीं करते हुए पीएम मोदी के नेतृत्व में चुनावी रणनीति बना रही है।
सवाई माधोपुर | कभी दिल्ली तो कभी राजस्थान। विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा और कांग्रेस में कुछ इस तरह से हो रहा है घमासान।
जी हां, राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर जहां सीएम अशोक गहलोत की पार्टी कांग्रेस अब एक जुट होकर सरकार रिपीट करने का दावा कर रही है तो वहीं, भारतीय जनता पार्टी सीएम फेस उजागर नहीं करते हुए पीएम मोदी के नेतृत्व में चुनावी रणनीति बना रही है।
भाजपा लगातार अपने संगठन में बदलाव और फैलाव करती दिख रही है।
शनिवार को राजस्थान के बीकानेर जिले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विशाल जनसभा करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरा तो अगले ही दिन भाजपा नेताओं ने सवाईमाधोपुर जिले के रणथंभौर स्थित एक हेरिटेज होटल में दो दिवसीय ’संकल्प’ बैठक का आयोजन कर डाला।
भाजपा की इस बैठक का आज दूसरा दिन है। जिसमें पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी बड़े उत्साह के साथ शामिल हुई हैं।
इस बैठक में इस साल होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों पर मंथन चल रहा है।
गहलोत सरकार को घेरने का प्लान
भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने सोमवार को प्रदेश के नेताओं को जीत का मंत्र दिया और गहलोत सरकार को घेरने का प्लान भी बताया।
बैठक में हुए 8 सेशन
भाजपा की दो दिवसीय बैठक के दूसरे और अंतिम दिन सोमवार को चुनावी रणनीति का खाका तैयार किया गया। इस दौरान 8 सेशन हुए। जिसमें बीएल संतोष ने संगठनात्मक मामलों से संबंधी सेशन में नेताओं को केन्द्र की मोदी सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को घर-घर पहुंचाने का तरीका भी सुझाया।
बैठक में नेताओं को बीएल संतोष ने गुरू मंत्र देते हुए गहलोत सरकार की विफलताओं को चुनावी अभियान में चलाने का सुझाव दिया।
उन्होंने गहलोत सरकार के खिलाफ आंदोलात्मक योजना और बूथ स्तर तक मजबूत टीम समेत अन्य मुद्दों पर भी ध्यान देने की बात कही।
आपको बता दें कि, बैठक के लिए रणथंभौर पहुंचे भाजपा के कई दिग्गज नेताओं ने त्रिनेत्र गणेश जी मंदिर में ढोक लगाकर प्रदेश की खुशहाली और भाजपा की जीत की अर्जी भी लगाई।
इन नेताओं में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, सांसद किरोड़ी लाल मीणा, नेता उपप्रतिपक्ष सतीश पूनिया भी शामिल रहे।