बांसवाड़ा में चमकेगा विकास का सूरज: पीएम मोदी 1.22 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट्स का करेंगे शिलान्यास

पीएम मोदी 1.22 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट्स का करेंगे शिलान्यास
Narendra Modi Visit in Banswara Rajasthan
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Highlights

  1. प्रधानमंत्री मोदी 25 सितंबर को बांसवाड़ा में 1.22 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास करेंगे.
  2. माही बांसवाड़ा परमाणु ऊर्जा परियोजना की आधारशिला रखी जाएगी, जो 2800 मेगावाट की होगी.
  3. 15 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र भी प्रदान किए जाएंगे.
  4. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने तैयारियों का निरीक्षण किया और राज्य सरकार का पूरा सहयोग रहा.

बांसवाड़ा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 25 सितंबर को बांसवाड़ा के नापला गांव में 1.22 लाख करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं (Development Projects) का शिलान्यास करेंगे. यह शारदीय नवरात्रि पर जनजाति अंचल में नई ऊर्जा और विश्वास लाएगा.

शारदीय नवरात्रि शक्ति और साधना का प्रतीक मानी जाती है. इस दौरान राजस्थान का जनजाति बहुल दक्षिणांचल नई ऊर्जा पाएगा. 25 सितंबर का दिन भविष्य के उज्ज्वल अध्याय की शुरुआत होगा.

यह आयोजन पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर हो रहा है. यह एकात्म मानववाद के आदर्शों को नई ऊर्जा देगा. देवी की आराधना और विकास का संकल्प एक साथ साकार होंगे.

राजस्थान सरकार का दूरदर्शी सहयोग

प्रधानमंत्री की ऐतिहासिक यात्रा को सफल बनाने में राजस्थान सरकार का विशेष योगदान है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने तैयारियों का गहन निरीक्षण किया है. उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश भी दिए हैं.

राज्य सरकार ने भूमि अधिग्रहण में त्वरित कार्रवाई की है. पर्यावरणीय स्वीकृतियां और बुनियादी ढांचे का विकास भी तेजी से हुआ है. मुख्यमंत्री ने इसे आत्मनिर्भर बनाने का एक युगांतकारी कदम बताया है.

माही बांसवाड़ा परमाणु ऊर्जा परियोजना की सौगात

प्रधानमंत्री मोदी माही बांसवाड़ा परमाणु ऊर्जा परियोजना का शिलान्यास करेंगे. यह प्रदेश की दूसरी और देश की महत्वपूर्ण परियोजना है. इसकी लागत लगभग 42,000 करोड़ रुपये है.

यह परियोजना 2800 मेगावाट की क्षमता वाली होगी. इसमें 700-700 मेगावाट की चार अत्याधुनिक इकाइयां शामिल हैं. यह स्वच्छ बिजली उत्पादन में सक्षम होगी.

परियोजना बांसवाड़ा जिले के आड़ीभीत, बारी, कटुम्बी, सजवानिया और रेल गांवों में बनेगी. यह प्रेशराइज्ड हैवी वाटर रिएक्टर तकनीक पर आधारित है. यह प्रकृति और प्रगति के बीच सामंजस्य का प्रतीक भी बनेगी.

अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रम

प्रधानमंत्री बांसवाड़ा से 1.22 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे. वे राजस्थान को 1.08 लाख करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की सौगात देंगे. इसमें माही बांसवाड़ा परमाणु ऊर्जा परियोजना भी शामिल है.

राजस्थान सरकार के 30,339 करोड़ रुपये से अधिक के 48 विकास कार्यों का लोकार्पण होगा. इस मौके पर 15 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे. प्रधानमंत्री पीएम कुसुम योजना के लाभार्थियों से भी संवाद करेंगे.

जनजाति अंचल के सपनों को पंख

इस परियोजना से बांसवाड़ा को दुनिया के परमाणु ऊर्जा मानचित्र पर पहचान मिलेगी. इसके निर्माण और संचालन में हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा. तकनीकी प्रशिक्षण के अवसर भी खुलेंगे.

आसपास के व्यवसायों को नई दिशा मिलेगी. ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी. दक्षिण राजस्थान का जनजाति अंचल आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ेगा.

राजस्थान सरकार ने स्थानीय रोजगार प्रोत्साहन की योजनाएं बनाई हैं. कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र भी स्थापित होंगे. औद्योगिक इकाइयों का विस्तार भी किया जाएगा.

भव्य आयोजन, अप्रतिम उत्साह

माहीबांध बैकवॉटर की मनमोहक छटा के बीच नापला गांव का आयोजन स्थल तैयार है. यह विकास और आस्था के महाकुंभ में बदल गया है. प्रधानमंत्री के लिए विशाल डोम और पंडाल बनाए गए हैं.

सुरक्षा के लिए केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियां और राजस्थान पुलिस की टीमें मुस्तैद हैं. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा तैयारियों का बार-बार निरीक्षण कर रहे हैं. शहर और आयोजन स्थल को आकर्षक ढंग से सजाया गया है.

प्रशासन द्वारा आमजन की सुविधा के लिए शटल बस सेवा है. पेयजल स्टॉल, चिकित्सा केंद्र और पार्किंग जैसी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं. पूरे क्षेत्र में उत्साह का माहौल है.

श्रद्धा, संस्कृति और विकास का अद्भुत संगम

त्रिपुरा सुंदरी, माही माता और संत मावजी की तपोभूमि में यह शिलान्यास हो रहा है. यह केवल ऊर्जा परियोजना का आरंभ नहीं है. यह विकास और संस्कृति का अद्वितीय संगम है.

नवरात्रि की आराधना शक्ति और संरक्षण का संदेश देती है. यह परियोजना हरित ऊर्जा और सतत विकास का मार्ग भी प्रशस्त करेगी. मुख्यमंत्री ने इसे ऐतिहासिक पर्व बताया है.

भविष्य के उजाले का व्रत

प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा दक्षिण राजस्थान के लिए एक उज्ज्वल भविष्य का व्रत है. यह संदेश देता है कि जब श्रद्धा, संकल्प और प्रतिबद्धता साथ चलें, तब विकास का हर मार्ग सुगम होता है.

माहीबांध की लहरों पर गूंजती ऊर्जा क्रांति की गाथा राजस्थान को वैश्विक ऊर्जा मानचित्र पर स्थापित करेगी. यह आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ ऊर्जा और रोजगार लाएगी. यह अवसर हमें इतिहास के स्वर्णिम अध्याय याद दिलाता है.

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