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राजस्थान में गूंज रहे ’लाल डायरी’ के शोर के बीच जैसे ही राजेंद्र गुढ़ा ने बुधवार को इसके पन्ने खोलने शुरू किए उनके घर पुलिस ने दस्तक दे दी। राजस्थान सरकार से बर्खास्त किए जा चुके मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के घर जोधपुर पुलिस पहुंची है। ऐसे में अब उनकी मुसीबतें और बढ़ती नजर आ रही हैं।
जयपुर | राजस्थान में पिछले कई दिनों से गूंज रहे ’लाल डायरी’ (Lal Dairy) के शोर के बीच जैसे ही राजेंद्र गुढ़ा (Rajendra Gudha) ने बुधवार को इसके पन्ने खोलने शुरू किए उनके घर पुलिस ने दस्तक दे दी।
राजस्थान सरकार से बर्खास्त किए जा चुके मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के घर जोधपुर पुलिस पहुंची है। ऐसे में अब उनकी मुसीबतें और बढ़ती नजर आ रही हैं।
बताया जा रहा है कि गुढ़ा के खिलाफ ये कार्रवाई पॉक्सो एक्ट ( POCSO Act) के मामले में की जा रही है।
जानकारी में सामने आया है कि बुधवार रात को ही जोधपुर पुलिस की टीम उनके घर पहुंच गई थी, हालांकि उस वक्त गुढ़ा घर पर मौजूद नहीं थे।
हालांकि, पुलिस ने इस बारे में अभी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी है।
आपको बता दें कि गहलोत सरकार के बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने बीते दिन ही लाल डायरी के इन पन्नों को सार्वजनिक किया था।
जिसमें सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत और सीएम के पीएस के खिलाफ बड़ा खुलासा करने का दावा किया था।
सीएम गहलोत के बेटे वैभव गहलोत ही अभी आरसीए के अध्यक्ष हैं।
इस दौरान उन्होंने ये भी आरोप लगाया था कि गहलोत सरकार उन्हें जेल में डालने की कोशिश में लगी हुई है।
लेकिन उन्हें जेल में डाल भी दिया जाता है तो उनका विश्वस्त व्यक्ति इस लाल डायरी के पन्नों के राज खोलता रहेगा।
कहां से आई लाल डायरी ?
गौरतलब है कि पिछले दिनों राजस्थान के झुंझुनू जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राजेंद्र गुढ़ा ने दावा किया था कि धर्मेंद्र राठौड़ के घर पर ईडी और इनकम टैक्स ने जब छापा मारा था, तब मैंने सीएम अशोक गहलोत के आदेश पर वहां से लाल डायरी निकाल ली थी।
अगर मैं ये लाल डायरी नहीं निकालता तो सीएम गहलोत जेल की सलाखों के पीछे होते।
इस लाल डायरी में गहलोत सरकार का पूरा हिसाब-किताब लिखा हुआ है कि किस-किसको अपनी ओर रखने के लिए क्या-क्या दिया गया था।