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महाराष्ट्र के पुणे जिले में पकड़े गए दो संदिग्ध आईएसआईएस आतंकियों से पूछताछ में कई बड़े खुलासे हुए हैं। अभी इनके एक फरार साथी की तलाश की जा रही है। संदिग्ध आतंकियों ने खुलासा किया कि उनके टारगेट पर जयपुर और पुणे दोनों शहर थे।
जयपुर | राजधानी जयपुर को बम से दहलाने की साजिश को पुलिस ने विफल कर दिया है।
महाराष्ट्र के पुणे जिले में पकड़े गए दो संदिग्ध आईएसआईएस आतंकियों से पूछताछ में कई बड़े खुलासे हुए हैं। अभी इनके एक फरार साथी की तलाश की जा रही है।
पकड़े गए संदिग्ध आतंकियों ने खुलासा किया कि उनके टारगेट पर जयपुर और पुणे दोनों शहर थे।
दोनों संदिग्धों ने बम से हमले के लिए पहले ड्रोन के जरिए पुणे के भीड़भाड़ वाले इलाकों की रेकी की फिराक में थे।
उनका इरादा जयपुर में भी बम धमाके करने का था।
गिरफ्तार हुए आतंकियों के पास से फर्जी आधार कार्ड, ड्रोन सामग्री, कारतूस, पिस्टल पाउच, इलेक्ट्रॉनिक वजन कांटा आदि सामान बरामद हुआ है।
पुलिस ने मामले की जांच आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) को सौंप दी गई है। पुलिस पुणे में इन आतंकियों के ठिकानों के बारे में जानकारी जुटाने में लगी हुई है।
रतलाम के रहने वाले हैं दोनों आतंकी
पुलिस को अभी तक पड़ताल में मालूम चला है कि दोनों ही पकड़े गए संदिग्ध आतंकी मूल रूप से मध्य प्रदेश के रतलाम शहर के रहने वाले हैं।
इनमें एक का नाम मोहम्मद इमरान मोहम्मद यूसुफ खान उर्फ अमीर अब्दुल हमीद खान बताया जा रहा है जिसके उम्र 23 साल है।
जबकि, दूसरे आतंकी की पहचान मोहम्मद यूनुस मोहम्मद याकूब साकी के रूप में हुई है जिसके उम्र 24 बताई जा रही है।
पुलिस ने इन्हें पुणे के मीठा नगर, कोंढवा से गिरफ्तार किया है। आतंकियों की जांच पड़ताल में ये भी सामने आया है कि गिरफ्तार खान और साकी आईएसआईएस के उपसंगठन सूफा से जुड़े हुए है।
ग्राफिक डिजाइनर बन कर रहे थे काम
पुणे में गिरफ्तार हुए संदिग्ध आतंकी कोंढवा में ग्राफिक डिजाइनर बनकर काम कर रहे थे।
ये भी पता चला है कि ये दोनों करीब डेढ़ साल से एनआइए की वांटेड लिस्ट में थे।
ऐसे हुए गिरफ्तार
पुणे पुलिस ने इन्हें दोपहिया वाहन की चोरी की तैयारी करते समय गिरफ्तार किया।
जब इनसे पूछताछ की गई तो काफी चौंकाने वाले खुलासे सामने आए। ये चोरी के वाहन का इस्तेमाल बम धमाके के लिए करना चाहते थे।
फरार साथी झारखंड का रहने वाला
पुलिस को अब इनके तीसरे साथी की तलाश है जो मूल रूप से पेलावल, हजारीबाग, झारखंड का रहने वाला है।
उसका नाम मोहम्मद शाहनवाज आलम है और उसकी उम्र 31 साल बताई गई है।
13 मई 2008 को बम धमाकों से कांपा था जयपुर
जयपुर 13 मई 2008 को बम धमाकों से कांपा था। जयपुर में हुए बम ब्लास्ट में 71 मौतें हुई थी और 185 लोग घायल हुए थे।
गुलाबी नगरी के परकोटे में मुख्य बाजारों में मंदिरों के बाहर 8 सीरियल ब्लास्ट हुए थे।
आतंकियों ने जयपुर में कुल 9 बम प्लांट किए थे। जिनमें से 8 में धमाके हुए थे और एक बम को डिफ्यूज कर दिया गया था।
कोर्ट में लंबी सुनवाई के बाद चार आरोपियों को दोषी करार देते हुए मृत्युदंड दिया गया था, लेकिन कमजोर कानूनी रवैये के चलते हाईकोर्ट से चारों आरोपी बरी हो गए थे।
इस ब्लास्ट मामले में 1293 गवाह और कई सुबूत पेश हुए थे, लेकिन फिर भी आरोपी बरी हो गए।