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संगठन भी चाह रहा है कि कार्रवाई करके एक कड़ा संदेश दिया जाए। आज सोमवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा सचिन पायलट की अलग—अलग मुलाकातें तय थी। परन्तु अशोक गहलोत ने की बैठक से छुट्टी ली है बताया जा रहा है कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है।
नई दिल्ली | राजस्थान के मामले को लेकर कांग्रेस संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल और प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा के बीच लंबी चर्चा शाम से जारी है। रंधावा को जयपुर जाना था लेकिन उन्हें बीच ही में दिल्ली पहुंचने के आदेश हुए। दिल्ली में वेणुगोपाल के साथ चर्चा के बाद देर रात जयपुर पहुंचेंगे। रंधावा दो दिन के लिए कोटा और भरतपुर सम्भाग का दौरा करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश के लंबित फैसले को लेकर कांग्रेस हाईकमान सक्रिय हो गया है। 25 सितम्बर को अलग विधायक दल बैठक बुलाने के मामले में तीन नेताओं पर अनुशासनात्मक कार्यवाही पर भी फैसला होना है।
कांग्रेस हाईकमान जल्द राजस्थान को लेकर फैसला ले सकता है। राजस्थान कांग्रेस को लेकर 24 अकबर रोड राष्ट्रीय कांग्रेस कार्यालय में एक अहम बैठक चल रही है। इस बैठक में जयपुर जा रहे कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा को दिल्ली बुलाया गया है।
बैठक कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और रंधावा के बीच चल रही बताई इस बैठक की मॉनिटरिंग राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे कर रहे हैं।
राजस्थान में 25 सितंबर की घटना के बाद महेश जोशी, शांति धारीवाल और धर्मेंद्र राठौड़ को नोटिस दिए जाने के बावजूद किसी तरह की कार्रवाई नहीं होने को लेकर सचिन पायलट खेमा संगठन से मांग कर रहा है। संगठन भी चाह रहा है कि कार्रवाई करके एक कड़ा संदेश दिया जाए।
आज सोमवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा सचिन पायलट की अलग—अलग मुलाकातें तय थी। परन्तु अशोक गहलोत ने की बैठक से छुट्टी ली है बताया जा रहा है कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है।
आपको बता दें कि अशोक गहलोत का स्वास्थ्य बीते कुछ दिनों से नासाज बताया जा रहा है। यहां तक कि विधानसभा में भी भाषण के दौरान गहलोत ने कहा था कि उन्हें निमोनिया हो गया था और फिलहाल वे ठीक है। बाद में मुख्यमंत्री गहलोत का दिल्ली दौरा तय हुआ।
उन्होंने दिल्ली में एक कार्यक्रम में उद्घाटन करने का तय किया था। मुख्यमंत्री कार्यालय से कार्यक्रम जारी भी हुआ था। उसके बाद सामने आया कि उनकी राजस्थान के मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा संगठन महासचिव से बैठक होनी है। बाद में यह सामने आया कि अशोक गहलोत अब दिल्ली नहीं जा रहे हैं दिल्ली का कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया है।
राष्ट्रीय कांग्रेस की वैसे भी इस मामले में काफी डिले होने के कारण भद पिट चुकी है। कार्यकर्ता असमंजस में हैं। अशोक गहलोत खेमे की बगावत के बाद किसी तरह की कार्यवाही नहीं होने से पायलट खेमा लगातार मांग कर रहा है कि इसमें कड़ी कार्यवाही की जाए।