Highlights
- राजस्थान के 18 से अधिक जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे।
- फतेहपुर में सबसे कम 3.7 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज।
- 12 दिसंबर से पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में बदलाव की संभावना।
- तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी की उम्मीद।
जयपुर: राजस्थान (Rajasthan) में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है, जहाँ 18 से अधिक जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस (10 degrees Celsius) से नीचे दर्ज किया गया है। फतेहपुर (Fatehpur) में सबसे कम 3.7 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। 12 दिसंबर (December 12) से पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के प्रभाव से मौसम में बदलाव आएगा, जिससे तापमान में 2-3 डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है।
कड़ाके की सर्दी का प्रकोप
राजस्थान में इन दिनों कड़ाके की सर्दी का दौर जारी है, जिसने जनजीवन को प्रभावित किया है। राज्य के 18 से भी अधिक शहरों में न्यूनतम तापमान सिंगल डिजिट में दर्ज किया गया, जो ठंड की तीव्रता को दर्शाता है। सीकर, फतेहपुर, नागौर और माउंट आबू जैसे प्रमुख शहरों में पिछले 24 घंटों में न्यूनतम तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट देखी गई है, जिससे ठंड और बढ़ गई है।
सर्दी का सबसे अधिक असर फतेहपुर में देखने को मिला, जहाँ न्यूनतम तापमान 3.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो राज्य में सबसे कम रहा। इसके अलावा, प्रसिद्ध हिल स्टेशन माउंट आबू में भी पारा 4 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया। बीकानेर के पास लूणकरणसर में 4.9 डिग्री, नागौर में 4.3 डिग्री, चूरू में 6.3 डिग्री, करौली में 5.9 डिग्री, दौसा में 5.3 डिग्री, सिरोही में 7.3 डिग्री और सीकर में 6.2 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। इन सभी शहरों में मंगलवार सुबह और शाम को भीषण सर्दी का अनुभव हुआ, जिससे लोगों को अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ा।
शेखावाटी और अन्य क्षेत्रों में ठंड
शेखावाटी क्षेत्र, जो अपनी भीषण सर्दी के लिए जाना जाता है, वहाँ भी कोल्ड-वेव का हल्का असर महसूस किया गया। इस क्षेत्र में सुबह के समय घना कोहरा और ठंडी हवाएं चलती रहीं, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। जयपुर, चित्तौड़गढ़ और झुंझुनूं सहित राज्य के अन्य कई शहरों में भी तापमान में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है, जो पूरे राज्य में ठंड के व्यापक प्रभाव को दर्शाता है।
12 दिसंबर से बदलेगा मौसम का मिजाज
हालांकि, 12 दिसंबर से प्रदेशवासियों को इस कड़ाके की सर्दी से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने जा रहा है। इस पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राजस्थान की ओर आ रही उत्तरी हवाएं कमजोर पड़ेंगी, जिससे ठंड का असर कम होगा।
पश्चिमी विक्षोभ के कारण राज्य के कुछ हिस्सों में हल्के बादल भी छा सकते हैं। बादलों की मौजूदगी से रात के तापमान में बढ़ोतरी होती है। अनुमान है कि इस बदलाव के चलते न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे लोगों को शीतलहर से थोड़ी राहत मिलेगी। यह बदलाव किसानों के लिए भी महत्वपूर्ण हो सकता है, क्योंकि अत्यधिक ठंड फसलों को नुकसान पहुंचा सकती है।
दिन में तेज धूप से मिली राहत
एक ओर जहाँ सुबह और शाम कड़ाके की सर्दी पड़ रही है, वहीं दिन के समय आसमान साफ रहने और ऊंचाई पर हवाएं अच्छी चलने के कारण लोगों को तेज धूप का आनंद मिल रहा है। सूरज निकलने के साथ ही तेज धूप खिल जाती है, जिससे दिन में ठंड का असर कम होता है और लोगों को राहत मिलती है।
मंगलवार को बाड़मेर, बीकानेर, चूरू और गंगानगर जैसे शहरों में दिन के अधिकतम तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई। बाड़मेर में सबसे अधिक अधिकतम तापमान 33.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो दिन के समय मौसम की खुशनुमा स्थिति को दर्शाता है। यह दिन की धूप लोगों को अपनी दैनिक गतिविधियों को जारी रखने में मदद कर रही है।
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