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सैनिक कल्याण राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने सीएम अशोक गहलोत को भरी सभा में मंच से चुनौती दे डाली। उन्होंने कहा कि सरकार का अलाइनमेंट खराब हो चुका है और पायलट अब सरकार के अलाइनमेंट को ठीक करें।
जयपुर | सचिन पायलट की जनसंघर्ष यात्रा का सोमवार को जयपुर में समापन हुआ।
इस दौरान हुई जनसभा में पायलट का सारथी बनने के लिए कई नेताओं ने भाग लिया और अपनी ही गहलोत सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करते दिखाई दिए।
पायलट की संघर्षसभा में वन मंत्री हेमाराम चौधरी, जीआर खटाना, वेद सोलंकी, सुरेश मोदी, पारीक, हरीश मीणा, खिलाड़ीलाल बैरवा, गिर्राज मलिंगा, दीपेंद्र सिंह शेखावत, मुकेश भाकर और रामनिवास गावडिया समेत कई नेता मौजूद रहे और मंच पर से एकता की हुंकार भरी।
इनमें प्रदेश के सैनिक कल्याण राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा भी शामिल हुए।
गुढ़ा ने न केवल पायलट के साथ मंच शेयर किया, बल्कि अपनी ही गहलोत सरकार के खिलाफ भी हल्ला बोल दिया।
सैनिक कल्याण राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने सीएम अशोक गहलोत को भरी सभा में मंच से चुनौती दे डाली।
उन्होंने कहा कि सरकार का अलाइनमेंट खराब हो चुका है और पायलट अब सरकार के अलाइनमेंट को ठीक करें।
गहलोत ने पायलट को ही मान रखा है विपक्ष
राजेंद्र गुढ़ा यहीं शांत नहीं हुए। उन्होंने दहाड़ते हुए कहा कि गहलोत ने तो पायलट को ही विपक्ष मान रखा है।
हमारे गहलोत साहब बोलते हैं कि मार दिया जाए या छोड़ दिया जाए, बोल तेरे साथ क्या सलूक किया जाए।
मैं कहता हूं पायलट कही भी चले जाए राजस्थान में नौजवान खड़ा है। आपके 24 घंटे के अल्टीमेटम पर लाखों लोग आ जाते हैं।
गुढ़ा ने न केवल सीएम गहलोत पर ही निशाना साधा बल्कि उन्होंने तो मंत्री शांति धारीवाल को भी लपेटे में ले लिया।
उन्होंने कहा कि धारीवाल जी बोलते हैं- अच्छे-अच्छे लोगों को मुख्यमंत्री ने पानी पिला दिया। धारीवालजी हमारी प्यासी जनता को पानी पिलाआं। आप धारीवाल का अलाइनमेंट ठीक करो।
राजेन्द्र गुढ़ा अपने पूरे जोश में दिखाई दिए। उन्होंने अपनी ही सरकार पर सवाल दागते हुए उसे ही भ्रष्टाचारी बता डाला।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में भाजपा की सरकार तो 40 परसेंट कमीशन वाली सरकार थी, लेकिन हमारी सरकार ने तो भ्रष्टाचार के रिकॉर्ड तोड़ दिए। हमारा अलाइनमेंट खराब है।
गहलोत सरकार में के मंत्री होने के बावजूद राजेन्द्र गुढ़ा ने भ्रष्टचार के खिलाफ जमकर आक्रोश दिया। ऐसे में लगता है कि आगामी विधानसभा चुनावों में गहलोत सरकार की और कांग्रेस की राह मुश्किल होने वाली है।