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राजस्थान की राजनीति में शिवसेना की एंट्री के बाद कई समीकरण बने हैं तो कई समीकरण बिगड़ने भी शुरू हो गए हैं। कयास लगाया जा रहा है कि शिव सेना, भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी और कम से कम 5 से 10 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। ऐसे में भाजपा के टिकट दावेदारों की नींद उड़ी हुई है।
झुंझुनूं | राजस्थान की सियासत में शिवसेना की भी एंट्री हो गई है।
गहलोत सरकार से बर्खास्त मंत्री एवं झुंझुनूं के उदयपुरवाटी से विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने आज शनिवार शिंदे गुट की शिवसेना ज्वाइन कर ली है।
राजेंद्र गुढ़ा को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पार्टी ज्वाइन करवाई। साथ ही राजेंद्र सिंह गुढ़ा को शिवसेना के राजस्थान प्रदेश इकाई का समन्वयक का नियुक्ति पत्र प्रदान किया।
इस मौके पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि राजस्थान में चुनाव अभी दूर है। पार्टी ने आज से शिवसेना की एक मजबूत शुरूआत राजस्थान में की है।
जो भी निर्णय होंगे, वो जनता के हित को ध्यान में रखते हुए लिए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने सच्चाई की लड़ाई और विचारधारा से समझौता ना करते हुए मंत्री पद त्याग दिया।
शिवसेना भी विचारधारा से कभी समझौता नहीं करती। राजेंद्र सिंह गुढ़ा हमारे साथ आए हैं। शिव सेना पूरा सहयोग गुढ़ा को देगी।
उन्होंने कहा कि शिवसेना को जनता का काम करना है। जनता की प्रगति करनी है। राज्य का विकास करना है।
युवाओं को नौकरी, क्षेत्र में उद्योग, महिलाओं की सुरक्षा, मजबूत कानून व्यवस्था व किसानों की प्रगति को ध्यान में रखते हुए काम करेंगे।
शिवसेना चुनाव क्षेत्र के विकास के लिए लड़ती है। राजस्थान में विकास की राजनीति करेंगे।
भाजपा के साथ गठबंधन से चुनाव लड़ने पर शिंदे ने कहा कि जैसा लोगों के हित में होगा, वो ही निर्णय किया जाएगा।
क्या बोले विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा
शिवसेना का दामन थामने वाले विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा कि प्रदेश में जोड़-तोड़, गोटी फिट करने, मैनेजमेंट, राजी करने की राजनीति हो रही है।
वे इसे बदलेंगे। भ्रष्टाचार को खत्म करेंगे। जनता फैसला करें, नौजवान फैसला करें। ऐसी सरकार लाएंगे। जो भी योजनाएं बनेगी वो गरीबों और नौजवानों को पूछकर बनाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि गरीब और मेहनत करने वाला नौजवान पीछे रह जाता है। मंत्री के रिश्तेदार एसडीएम, डीएसपी व डॉक्टर बन जाते है।
आरपीएससी का बंटाधार करने वालों की अब खैर नहीं। उन्होंने कहा कि अब तो एसीबी के रिटायर्ड डीजी ने भी सरकार की मंशा को सबके सामने ला दिया है।
सरकार ही भ्रष्टाचारियों को बढावा दे रही है। उन्होंने कहा कि मेरे साथ 36 कौम के साथी हैं। जहां-जहां अन्याय हुआ। वहां वहां मैं खड़ा रहा और खड़ा रहूंगा।
बता दें कि महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे आज राजेन्द्र गुढ़ा के बेटे शिवम गुढ़ा के जन्मदिन कार्यक्रम में आए थे।
उनका स्वागत करने के लिए हजारों की संख्या में लोग गुढ़ा पहुंचे। इस दौरान सीएम शिंदे ने भी शिवम गुढ़ा की प्रशंसा करते हुए कहा कि काफी छोटी उम्र में ही शिवम ने जो राजनीति के जरिए समाज सेवा का काम संभाला है। उससे लगता है कि ना केवल शिवम गुढ़ा का, बल्कि क्षेत्र का भविष्य सुंदर है।
भाजपा के टिकट दावेदारों की उड़ी नींद
झुंझुनूं ही नहीं, राजस्थान की राजनीति में शिवसेना की एंट्री के बाद कई समीकरण बने हैं तो कई समीकरण बिगड़ने भी शुरू हो गए हैं।
कयास लगाया जा रहा है कि शिव सेना, भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी और कम से कम 5 से 10 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। ऐसे में भाजपा के टिकट दावेदारों की नींद उड़ी हुई है।