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दिल्ली में राजीव गांधी को श्रंद्धाजलि देने के बाद सचिन पायलट ने मीडिया कर्मियों से भी बातचीत की। पायलट राजस्थान में भले ही अपनी ही कांग्रेस सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हो, लेकिन दिल्ली में उन्होंने कहा कि कर्नाटक में हमारी सरकार बनी है।
जयपुर | राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 से पहले प्रदेश की गहलोत सरकार की राह में मुश्किलें पैदा करने वाले पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट इन दिनों दिल्ली में मौजूद हैं।
ऐसे में रविवार को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 32वीं पुण्यतिथि के मौके पर सचिन पायलट राजीव गांधी स्मारक पहुंचे और श्रद्धांजलि अर्पित की।
बता दें कि, इस दौरान कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल और कई कांग्रेसी नेता भी राजीव गांधी को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे।
दिल्ली में राजीव गांधी को श्रंद्धाजलि देने के बाद सचिन पायलट ने मीडिया कर्मियों से भी बातचीत की।
पायलट राजस्थान में भले ही अपनी ही कांग्रेस सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हो, लेकिन दिल्ली में उन्होंने कहा कि कर्नाटक में हमारी सरकार बनी है।
हमने ये सरकार बनाने के लिए लोगों के बीच जाकर प्रचार किया है।
हमने लोगों को भाजपा के भ्रष्टाचार के बारे बताया। जिस पर लोगों ने विश्वास किया और हमें पूर्ण बहुमत से जीताया है।
हालांकि, इस दौरान सचिन पायलट ने राजस्थान कांग्रेस में चल रहे कलह के बारे में चू तक नहीं की।
जब नोटबंदी हुई तब कहा गया था कि काला धन समाप्त होगा, विदेश से धन वापस आएगा लेकिन यह हुआ नहीं। अब अचानक सूचना आई की 2,000 रुपए के नोट बंद हो रहे हैं लेकिन इसका आधार क्या? जब इसे लाया गया तो इसका लक्ष्य क्या था और जब बंद किए जा रहे हैं तब इसका लक्ष्य क्या है? क्योंकि लोगों को बेवजह… pic.twitter.com/ekdhlHIYA3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 21, 2023
ये शुभ संकेत नहीं
पायलट ने निशाना साधा तो केवल केन्द्र की मोदी सरकार पर। उन्होंने कहा कि 2000 रुपए के नोटों पर पांबदी को लेकर कहा कि पहले नोटबंदी की तो 1000 रुपए का नोट बंद कर दिया गया।
उसकी जगह 2000 का नोट बाजार में उतारा गया और अब ये दौड़ने लगा तो इसे भी बंद किया जा रहा है।
सरकार ने पहले भी बिना सोचे-समझे कदम उठाए थे और अब भी सरकार वही दोहरा रही है।
अर्थव्यस्था में यह भूचाल लाने की क्या आवश्यकता है। इससे आम लोगों को कष्ट होगा। यह अनिश्चितता अर्थव्यस्था के लिए शुभ संकेत नहीं होती।
कर्नाटक में भाजपा की हार के बाद सचिन पायलट ने केन्द्र की मोदी सरकार को चेतावनी भरे शब्दों में ललकारने का काम कर डाला है।