प्रेस वार्ता: संत चलाएंगे गौ रक्षा कानून के लिए आन्दोलन, भगवा सरकारों को देंगे चुनौती, लोकसभा चुनाव से पहले की तैयारी 

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जब भगवान राम का जन्म गाय, साधु, देवताओं के कल्याण के लिए हुआ है तो फिर रामलला की प्रतिष्ठा से पहले गोहत्या बंद का कानून क्यों नहीं लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही मथुरा में एक कार्यक्रम करने के बाद इस आयोजन को अंतिम रूप दिया जाएगा।

जयपुर | गौरक्षा कानून के लिए संतों ने हुंकार भरी है। जगतगुरु शंकराचार्य ब्रह्मलीन स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य तीर्थानंद ब्रह्मचारी महाराज समेत साधुओं ने जयपुर में एक प्रेस वार्ता करके कहा है कि शीघ्र ही यदि गौरक्षा के लिए कानून नहीं बनाया गया। भारत में गौ हत्या बंद नहीं हुई तो संत सड़कों पर उतरेंगे।

छह जनवरी को मथुरा में कार्यक्रम और दिल्ली में गौ संसद आयोजित की जाएगी। यदि सरकार समय रहते नहीं जागी तो देशभर की 543 लोकसभा सीटों पर गौ दूतों को संत चुनाव लड़वाएंगे।

जयपुर में नारायणसिंह सर्कल के समीप स्थित दिगम्बर जैन स्थानक में आयोजित प्रेस वार्ता में संत तीर्थानंद ब्रह्मचारी खाण्डादेवल भीनमाल मठाधीश ने कहा कि चारों शंकराचार्यों की अनुमति से इस आंदोलन को खड़ा किया जा रहा है।

जब भगवान राम का जन्म गाय, साधु, देवताओं के कल्याण के लिए हुआ है तो फिर रामलला की प्रतिष्ठा से पहले गोहत्या बंद का कानून क्यों नहीं लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही मथुरा में एक कार्यक्रम करने के बाद इस आयोजन को अंतिम रूप दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि भारत देश में सनातन की प्रतिष्ठा के लिए बीजेपी सरकार प्रयास कर रही है और उन्हीं से उम्मीद है। यहां मौजूद संत प्रकाशदास महाराज ने कहा कि गायों के नाम पर राजनीति उचित नहीं है।

उन्होंने कहा कि गौरक्षा के लिए भगवान ने अवतार लिया और महापुरुषों ने कई बलिदान दिए हैं। उन्होंने कहा कि भारत में जल्द ही गौ संरक्षण और संवर्धन के लिए कानून लाया जाना चाहिए।

इस आयोजन के सह संयोजक अंकित रावल ने भी कहा कि गायों का संरक्षण देश हित में है और धर्म हित में भी। रावल ने साफ कहा कि गौ दूत बनाए गए हैं और यदि सरकार उनकी मांगों पर विचार नहीं करेगी तो बड़ा निर्णय लेने पर संतों को मजबूर होना पड़ेगा।

रावल ने कहा कि चारों शंकराचार्यों की सहमति से और अनुमति से ही इस विचार को चलाया जा रहा है। सरकारों ने शीघ्र इस पर निर्णय नहीं किया तो विचार को आंदोलन में बदलते देर नहीं लगेगी।

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