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संयम लोढ़ा को सीएम गहलोत का बेहद करीबी माना जाता है, वे कई बार सरकार के लिए संकटमोचक भी रह चुके हैं। ऐसे में उन्होंने एक बार फिर से गहलोत गुट के विरोधियों को लपेटने का काम किया है।
जयपुर | राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक गलियारे गरमाने लगे हैं।
पांच सालों से चली आ रही कांग्रेस में वर्चस्व की लड़ाई अब आखिरी पड़ाव पर पहुंचती दिख रही है।
विपक्ष से हमला बोलने के बजाए कांग्रेसी नेता खुद ही उलझते नजर आ रहे हैं।
अब एक बार फिर से गहलोत और पायलट गुट में घातक बयानबाजी के तीर छोड़े जा रहे हैं।
संयम लोढ़ा को सीएम गहलोत का बेहद करीबी माना जाता है, वे कई बार सरकार के लिए संकटमोचक भी रह चुके हैं। ऐसे में उन्होंने एक बार फिर से गहलोत गुट के विरोधियों को लपेटने का काम किया है।
राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट पर अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार और निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने शब्दों के बाण छोड़े हैं।
हालांकि, उन्होंने पायलट का नाम लिए बगैर कहा कि भ्रष्टाचार के मामले पर वो 5 साल से क्यों चुप थे? तब भ्रष्टाचार के मामले क्यों नहीं याद आए। उन्हें अभी ही इस बात की याद क्यों आई है?
गौरतलब है कि, सचिन पायलट ने वसुंधरा सरकार के भ्रष्टाचार के मामलों की जांच की मांग को लेकर अपनी ही गहलोत सरकार के विरूद्ध मोर्चा खोल दिया है और वे 11 अप्रैल को इसके लिए अनशन भी बैठ थे।
विधायक संयम लोढ़ा ने पायलट पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने कोई नया मुद्दा नहीं उठाया है, मैं पिछले 5 सालों से लगातार विधानसभा में भ्रष्टाचार के मामलों को उठा रहा हूं, विधानसभा में मेरे भाषणों के वीडियो इसका प्रमाण हैं।
ये तो सभी को ज्ञात है कि, संयम लोढ़ा शुरू से ही सचिन पायलट के धुर विरोधी माने जाते हैं। भले ही संयम लोढ़ा को कांग्रेस से टिकट नहीं मिला हो और उन्हें निर्दलीय चुनाव लड़ना पड़ा हो, लेकिन वे बराबर सीएम गहलोत के साथ बने रहे हैं।
ऐसे में ये पहला मौका नहीं है जब लोढ़ा ने पायलट पर हमला बोला है। इससे पूर्व में भी उन्होंने कई बार पायलट की उड़ान पर ट्वीट करके निशाना साधा है।