डिस्कॉम्स चेयरमैन : 30 अक्टूबर तक नए बिजली कनेक्शनों का बैकलॉग खत्म करें

30 अक्टूबर तक नए बिजली कनेक्शनों का बैकलॉग खत्म करें
डिस्कॉम्स चेयरमैन सुश्री आरती डोगरा
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डिस्कॉम्स चेयरमैन ने कहा कि यदि किसी प्रकरण में आवेदक के स्तर पर दस्तावेज की पूर्ति में कमी है तो उसे उचित माध्यम से सूचित करें ताकि आवेदक के द्वारा कमी को समय रहते दूर किया जा सके। डिस्कॉम चेयरमैन ने कई उपखंडों मेें बीते कुछ समय में इस दिशा में किए गए प्रयासों की सराहना भी की

जयपुर । डिस्कॉम्स चेयरमैन सुश्री आरती डोगरा ने फील्ड के अभियन्ताओं को निर्देश दिए हैं कि वे नए कनेक्शनों की पेंडेंसी खत्म करने के लिए हरसंभव प्रयास सुनिश्चित करें। लम्बित आवेदनों के बैकलॉग को 30 अक्टूबर तक आवश्यक रूप से समाप्त करें। सुश्री डोगरा गुरूवार को विद्युत भवन में बिजली कनेक्शनों के लंबित आवेदनों को लेकर जयपुर डिस्कॉम के अभियंताओं के साथ समीक्षा कर रही थीं। 


सुश्री डोगरा ने इस दौरान प्रत्येक सर्किल से सर्वाधिक लंबित कनेक्शन वाले दो सब डिवीजन कार्यालयों में घरेलू, अघरेलू, औद्योगिक तथा वाणिज्यिक श्रेणी के लंबित बिजली कनेक्शनों की विस्तार से समीक्षा की और आवेदकों को जल्द राहत प्रदान करने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि अधिशासी अभियंता एवं सहायक अभियंता कनेक्शनों के निस्तारण की प्रगति के लिए अपने अधीनस्थ कार्मिकों के ही भरोसे न रहें। एनसीएमएस सॉफ्टवेयर को खुद देखें और यह सुनिश्चित करें कि सभी श्रेणी के कनेक्शन सुगमता से जारी हों।

डिस्कॉम्स चेयरमैन ने कहा कि यदि किसी प्रकरण में आवेदक के स्तर पर दस्तावेज की पूर्ति में कमी है तो उसे उचित माध्यम से सूचित करें ताकि आवेदक के द्वारा कमी को समय रहते दूर किया जा सके। डिस्कॉम चेयरमैन ने कई उपखंडों मेें बीते कुछ समय में इस दिशा में किए गए प्रयासों की सराहना भी की।

बैठक में जयपुर डिस्कॉम के तकनीकी निदेशक एस एस नेहरा, मुख्य अभियन्ता मैटेरियल मैनेजमेंट आर के मीणा, मुख्य लेखा नियंत्रक एके जोशी, जयपुर जोन के मुख्य अभियंता आर के जीनवाल सहित अन्य वरिष्ठ अभियंता मौजूद थे। भरतपुर एवं कोटा जोनल मुख्य अभियन्ता, संबंधित अधीक्षण अभियन्ता, अधिशाषी अभियन्ता एवं सहायक अभियन्ता वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जु़ड़े। 

एमसीएमएस सॉफ्टवेयर से होगी रियल टाइम मॉनीटरिंग

निगम में नए कनेक्शन, नाम बदलने तथा स्वीकृत भार में परिवर्तन से संबंधित आमजन से जुड़े कार्यों की रियल टाइम मॉनीटरिंग न्यू कनेक्शन मैनेजमेंट सिस्टम (एनसीएमएस) सॉफ्टवेयर से की जाएगी। इस सॉफ्टवेयर के जरिए यह ट्रैक कर पाना संभव होगा कि सब डिवीजन कार्यालयों में आवेदक की फाइल का निस्तारण कितने समय से और किस कार्मिक के स्तर पर लंबित है।

डिस्कॉम चेयरमैन सुश्री आरती डोगरा के दिशा-निर्देशों के क्रम में इस संबंध में फील्ड अभियंताओं को निर्देश जारी किये गए हैं। इसके अनुसार प्रत्येक वृत्त में अधिशाषी अभियन्ता ओ एण्ड एम अपने खण्ड के उपखण्ड कार्यालयों में कनेक्शनों से संबंधित फाइलों के निस्तारण की नियमित मॉनिटिरिंग करेंगे। अधिशाषी अभियन्ता यह सुनिश्चित करंेगे कि कनेक्शन जारी करने में किसी प्रकार की देरी न हो। 

डिस्कॉम्स चेयरमैन ने निर्देश दिए हैं कि नये कनेक्शन की पत्रावलियों को सहायक अभियन्ता के अनुमोदन, कनिष्ठ अभियन्ता के सत्यापन, कंज्यूमर लिपिक के स्तर पर कार्यवाही अथवा जॉब ऑर्डर की पूर्णता के कारण अटकाया नहीं जाए। आवेदक के स्तर पर दस्तावेज में कोई कमी है तो उसकी  पूर्ति के लिए आवेदक को नोटिस, एसएमएस, ईमेल अथवा दूरभाष के माध्यम से आवश्यक रूप से सूचित किया जाए। 


डिस्कॉम्स चेयरमैन ने यह भी निर्देश दिए हैं कि मैटेरियल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधीक्षण अभियन्ता मैटेरियल मैनेजमेंट विंग के साथ समन्वय बनाए रखेंगे। जोनल मुख्य अभियन्ता अपने जोन में कनेक्शनों के जारी होने के प्रकरणों की नियमित मॉनिटिरिंग करेंगे।  
 
कार्मिकों को देंगे प्रशिक्षण—

निगम अपने फील्ड के कार्मिकों को एनसीएमएस सॉफ्टवेयर का प्रशिक्षण देगा। प्रशिक्षण कार्य को गति देने के लिए भरतपुर जोन के मुख्य अभियंता उमेश गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य अभियंता (सुरक्षा एवं गुणवत्ता नियंत्रण) एके त्यागी, अधीक्षण अभियंता (वाणिज्यिक) नवीन जैन तथा अधिशाषी अभियंता (आईटी) अशोक वर्मा की चार सदस्यीय समिति गठित की गई है। 

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