Highlights
सुरेश ओबेरॉय ने बॉलीवुड में अपनी नकारात्मक भूमिकाओं से खासी पहचान बनाई। फिल्मों जैसे "दिल का क्या कसूर", "नायक" और "कर्ज़" में उनके अभिनय ने दर्शकों को प्रभावित किया। उनका अभिनय सशक्त और प्रभावशाली था, जिसने उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में एक अहम स्थान दिलाया
Bollywood | सुरेश ओबेरॉय भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के एक प्रसिद्ध अभिनेता और राजनीतिक शख्सियत हैं। उन्होंने फिल्मी दुनिया में अपनी मजबूत पहचान बनाई है और साथ ही राजनीति में भी अपनी भूमिका निभाई है। उनकी यात्रा न केवल अभिनय के क्षेत्र में, बल्कि समाज सेवा और राजनीति के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण रही है।
सुरेश ओबेरॉय का जन्म 17 दिसंबर 1946 को उत्तर प्रदेश के लखनऊ शहर में हुआ था। उनका पालन-पोषण एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था, जहां उन्होंने शिक्षा प्राप्त की। ओबेरॉय का शुरुआती जीवन संघर्षपूर्ण था, लेकिन उनकी मेहनत और संकल्प ने उन्हें सफलता के रास्ते पर अग्रसर किया।
सुरेश ओबेरॉय ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1970 के दशक में की थी। उन्होंने कई हिंदी फिल्मों में दमदार अभिनय किया और दर्शकों के बीच अपनी विशेष पहचान बनाई। उनका अभिनय मुख्यतः नकारात्मक भूमिकाओं में था, जिसे दर्शकों ने बहुत सराहा। 1980 और 1990 के दशकों में ओबेरॉय ने अपनी प्रमुख भूमिकाओं से बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपनी छाप छोड़ी।
उनकी कुछ प्रमुख फिल्मों में "दिल का क्या कसूर", "तेरा मेरा साथ", "नायक", और "कर्ज़" शामिल हैं। उनके अभिनय का अंदाज हमेशा ही सशक्त और प्रभावशाली रहा है, जिसने उन्हें दर्शकों के दिलों में एक खास स्थान दिलाया।
अभिनय के साथ-साथ सुरेश ओबेरॉय ने राजनीति में भी अपनी भूमिका निभाई। 2000 के दशक के प्रारंभ में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) से जुड़कर राजनीति में कदम रखा। वे मुंबई में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े और एक राजनीतिक नेता के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। हालांकि उनका राजनीतिक करियर ज्यादा लंबा नहीं चला, लेकिन राजनीति में उनके योगदान को सराहा गया। उनकी राजनीतिक यात्रा में उनका समाज सेवा और विकास की दिशा में कार्यों पर जोर रहा। वे हमेशा समाज के पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए आवाज उठाते रहे हैं।
सुरेश ओबेरॉय ने हमेशा समाज में सकारात्मक बदलाव के लिए काम किया है। वे अनेक सामाजिक कार्यों में भाग लेते हैं और अपनी छवि को एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में स्थापित करते हैं। उनके लिए राजनीति और अभिनय केवल करियर नहीं, बल्कि समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी का हिस्सा है।
सुरेश ओबेरॉय का व्यक्तिगत जीवन भी काफी प्रेरणादायक है। वे अपने परिवार के प्रति अपनी निष्ठा और समर्पण के लिए जाने जाते हैं। उनका परिवार हमेशा उनके लिए एक मजबूत सहारा रहा है, और उनका जीवन संघर्षों से भरा हुआ है, लेकिन उन्होंने हर मुश्किल का सामना साहस और धैर्य से किया।