Highlights
जैसे-जैसे शाम ढली वैसे-वैसे आसमान में एक दुर्लभ नजारा लोगों को दिखाई देने लगा। ये अद्भुत नजारा था शुक्र और चंद्रमा के मिलन का। इस नजारे का जिसने भी देखा, देखता ही रह गया।
जयपुर | नवरात्रि के तीसरे दिन शुक्रवार को आसमान में एक अद्भुत नजारा देख लोग हैरान रह गए।
जैसे-जैसे शाम ढली वैसे-वैसे आसमान में एक दुर्लभ नजारा लोगों को दिखाई देने लगा।
ये अद्भुत नजारा था शुक्र और चंद्रमा के मिलन का। इस नजारे का जिसने भी देखा, देखता ही रह गया।
सूरज के छिपते ही चंद्रमा की दूधिया रोशनी से घिरे आसमान में ठीक चंद्रमा के नीचे शुक्र ग्रह चमकता नजर आया।
लोगों ने इस अद्भुत नजारे को अपने कैमरों में भी कैद किया। अब इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है।
जहां अर्द्ध चंद्रमा अपनी मनोरम आभा बिखेर रहा था वहीं ठीक उनके नीचे शुक्र की तेज चमक लोगों को लुभा रही थी।
कुछ लोग इसे नवरात्रि के तीसरे दिन पूजी जाने वाली मां चंद्रघटा के तिलक के रूप में दर्शाते दिख रहे हैं तो किसी ने इसे भगवान शिव के चंद्र के समान बताया है। लोगों ने माता की तस्वीर के साथ शेयर करते हुए लिखा कि यह मां के माथे की बिंदिया है।
चैत्र तृतीया के चंद्रमा के साथ शुक्र-चंद्र का ये मिलन लोगों के लिए कौतूहल का विषय भी बनता जा रहा है।
ज्योतिषाचार्य की माने तो साल में चंद्रमा और शुक्र एक राशि में होने से यह नजारा दो से तीन बार देखा जाता है और अभी चंद्रमा-शुक्र मेष राशि में हैं।
राजस्थान, हैदराबाद, लखनऊ और कोलकाता सहित कई शहरों में इस खूबसूरत नजारे को देखा गया।
मार्च के अंत में पृथ्वी से शुक्र के साथ पांच और ग्रहों को देखा जा सकेंगा।
इनमें बृहस्पति, बुध, शुक्र, यूरेनस और मंगल ग्रहों की एक दुर्लभ श्रृंखला आसमान में चमकती दिखाई देगी।
ये नजारा 25 मार्च से 30 मार्च के बीच लोगों के साथ खगोलशास्त्रियों के लिए भी अदभुत होने वाला है।
समय और तिथि के अनुसार, बढ़ता हुआ वर्धमान चंद्रमा अब बढ़ता हुआ दिखेगा। बता दें कि, जब चंद्रमा अमावस्या के बाद फिर से बढ़ता दिखाई देता है तब सूर्य और पृथ्वी चंद्रमा के विपरीत दिशा में होते हैं।