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अजमेर जिले के भिनाय थाना क्षेत्र के तेलाड़ा गांव में चाय पीने के बाद बुजुर्ग महिला और उसकी दो पोतियों की तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद उन्हें तुरंत भिनाय अस्पताल लेकर दौड़ना पड़ा। जहां से तीनों को गंभीर हालत में अजमेर रेफर कर दिया।
अजमेर | चाय पीना भी किसी के लिए इतना घातक हो सकता है ये किसी ने नहीं सोचा होगा।
चाय पीने के बाद एक महिला की मौत हो गई और दो अस्पताल में भर्ती है, लेकिन जिसने ये चाय नहीं पी वह अब भगवान को पूज रहा है।
ये हैरान कर देने वाला मामला राजस्थान के अजमेर जिले से सामने आया है।
शनिवार को अजमेर जिले के भिनाय थाना क्षेत्र के तेलाड़ा गांव में चाय पीने के बाद बुजुर्ग महिला और उसकी दो पोतियों की तबीयत बिगड़ गई।
जिसके बाद उन्हें तुरंत भिनाय अस्पताल लेकर दौड़ना पड़ा। जहां से तीनों को गंभीर हालत में अजमेर रेफर कर दिया।
जहां इलाज के दौरान बुजुर्ग दादी ने दम तोड़ दिया। जबकि उसकी दो पोतियों का इलाज जारी है।
शुरूआती जांच में चाय या दूध के दूषित होने की बात सामने आ रही है।
ऐसे हुआ हादसा
पुलिस के अनुसार, भिनाय थाना क्षेत्र के तेलाड़ा गांव में रहने वाले परमेश बैरवा अजमेर में पुड़ी-सब्जी का ठेला लगाकर अपना परिवार चलाते हैं।
शाम करीब 7 बजे उनकी बेटी खेत से गाय का दूध लेकर आई थी।
इसके बाद रात को झमकू, मोनिका और नाराज ने दूध से चाय बनाकर पी थी।
चाय पीने के करीब एक घंटे बाद तीनों की तबीयत बिगड़ गई और इलाज के दौरान 65 वर्षीय दादी झमकू की मौत हो गई।
जबकि 18 साल की मोनिका और 14 साल की नाराज का अस्पताल में इलाज जारी है।
डॉक्टर ने बच्चियों के मुंह से सैंपल लिए है। इनकी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सही कारणों का पता चल पाएगा।
बताया जा रहा है कि 8 साल के पोते रामदेव और अन्य परिजनों ने चाय पीने से मना कर दिया था और न ही उसने दूध पीया।
इसके चलते उसकी तबीयत नहीं बिगड़ी और अस्पताल जाने से बच गया। इसके बाद से परिवार के लोग भगवान को पूज रहे हैं और अस्पताल में भर्ती बच्चियों के भी जल्द से जल्द स्वास्थ्य लाभ की मामना कर रहे हैं।
पुलिस ने महिला का पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।