भारत विमेंस वर्ल्ड कप फाइनल में: विमेंस वर्ल्ड कप: भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराया, फाइनल में जगह बनाई

विमेंस वर्ल्ड कप: भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराया, फाइनल में जगह बनाई
भारत विमेंस वर्ल्ड कप फाइनल में
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Highlights

  • भारत ने तीसरी बार विमेंस वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में जगह बनाई।
  • जेमिमा रॉड्रिग्ज ने 127 रन की नाबाद शतकीय पारी खेलकर टीम को जीत दिलाई।
  • भारतीय टीम ने 339 रन का विशाल लक्ष्य सफलतापूर्वक हासिल किया।
  • कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 89 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली।

नई दिल्ली: भारत (India) ने विमेंस वनडे वर्ल्ड कप (Women's ODI World Cup) के फाइनल में प्रवेश किया। टीम ने 7 बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया (Australia) को 5 विकेट से हराया। जेमिमा रॉड्रिग्ज (Jemimah Rodrigues) ने 127 रन बनाए।

ऐतिहासिक जीत और फाइनल में प्रवेश

भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने विमेंस वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है।

गुरुवार को डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में भारत ने 7 बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से करारी शिकस्त दी।

ऑस्ट्रेलिया द्वारा दिए गए 339 रन के विशाल लक्ष्य को भारतीय टीम ने 48.3 ओवर में 5 विकेट खोकर सफलतापूर्वक हासिल कर लिया।

जेमिमा रॉड्रिग्ज और कप्तान हरमनप्रीत कौर की शानदार पारियों ने इस ऐतिहासिक जीत में अहम भूमिका निभाई।

इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने तीसरी बार इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया है, जो देश के लिए गर्व का क्षण है।

अब 2 नवंबर को होने वाले फाइनल मुकाबले में उसका सामना साउथ अफ्रीका से होगा, जहां टीम खिताब जीतने के इरादे से उतरेगी।

जेमिमा रॉड्रिग्ज का शानदार शतक: जीत की सूत्रधार

भारतीय टीम की जीत की सूत्रधार युवा बल्लेबाज जेमिमा रॉड्रिग्ज रहीं, जिन्होंने दबाव में आकर 134 गेंदों पर 14 चौकों की मदद से नाबाद 127 रन की बेहतरीन शतकीय पारी खेली।

जेमिमा ने उस समय मोर्चा संभाला जब भारतीय टीम ने केवल 59 रन पर अपने दो महत्वपूर्ण विकेट गंवा दिए थे और टीम मुश्किल में थी।

उन्होंने कप्तान हरमनप्रीत कौर के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 167 रन की विशाल साझेदारी की, जिसने टीम को जीत की राह पर लौटाया।

इस साझेदारी ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर दबाव बनाया और भारतीय पारी को स्थिरता प्रदान की।

हरमनप्रीत के आउट होने के बाद भी जेमिमा ने अपनी बल्लेबाजी जारी रखी और दीप्ति शर्मा (38 रन), ऋचा घोष (46 रन) और अमनजोत कौर (नाबाद 31 रन) के साथ भी महत्वपूर्ण साझेदारियां कीं।

जेमिमा को मैच में दो जीवनदान भी मिले, जिसमें एक कैच विकेटकीपर एलिसा हीली ने छोड़ा और एक बार वे एलबीडब्ल्यू होने से बचीं, जिसका उन्होंने भरपूर फायदा उठाया और टीम को जीत दिलाई।

उनका यह शतक न केवल उनकी व्यक्तिगत प्रतिभा को दर्शाता है, बल्कि बड़े मैचों में दबाव झेलने की उनकी क्षमता को भी उजागर करता है।

भारतीय पारी का रोमांचक पीछा: हरमनप्रीत और अमनजोत का योगदान

339 रन का विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही, जब सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना 24 रन और शेफाली वर्मा 10 रन बनाकर जल्दी आउट हो गईं।

दोनों सलामी बल्लेबाजों को ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज किम गार्थ ने पवेलियन भेजा, जिससे पावरप्ले-1 में भारत ने 60 रन पर दो विकेट गंवा दिए थे।

हालांकि, इसके बाद जेमिमा रॉड्रिग्ज और कप्तान हरमनप्रीत कौर ने मिलकर पारी को संभाला और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर पलटवार किया।

हरमनप्रीत कौर ने 64 गेंदों पर अपना आक्रामक अर्धशतक पूरा किया और 89 रन बनाकर आउट हुईं, उनकी पारी ने जेमिमा को खुलकर खेलने का मौका दिया।

दीप्ति शर्मा ने 24 रन का उपयोगी योगदान दिया, लेकिन 41वें ओवर में रन आउट हो गईं, जिससे भारतीय टीम को चौथा झटका लगा।

ऋचा घोष ने भी 26 रन की तेजतर्रार पारी खेली, जिसमें उन्होंने एश्ले गार्डनर के ओवर में एक 83 मीटर का छक्का और एक चौका लगाकर भारत को 300 रन के पार पहुंचाया।

ऋचा घोष 46वें ओवर की आखिरी गेंद पर एनाबेल सदरलैंड का शिकार बनीं, लेकिन तब तक उन्होंने भारत को जीत के करीब पहुंचा दिया था।

अंतिम ओवरों में अमनजोत कौर ने धैर्य दिखाते हुए बल्लेबाजी की और सोफी मोलिनिक्स की तीसरी गेंद पर शानदार चौका लगाकर भारत को 5 विकेट से यादगार जीत दिलाई।

ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी: फीबी लिचफील्ड का शतक

टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने निर्धारित 50 ओवर में 338 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया।

ऑस्ट्रेलिया की ओर से युवा बल्लेबाज फीबी लिचफील्ड ने शानदार 119 रन की शतकीय पारी खेली, जो उनके वनडे करियर का तीसरा शतक था।

एलिस पेरी ने भी 88 गेंदों पर 77 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली, जबकि एश्ले गार्डनर ने अंतिम ओवरों में तेजी से 63 रन का योगदान दिया।

फीबी लिचफील्ड और एलिस पेरी ने दूसरे विकेट के लिए 133 गेंदों पर 155 रन की विशाल शतकीय साझेदारी की, जिसने ऑस्ट्रेलिया को एक मजबूत मंच प्रदान किया।

भारतीय गेंदबाजों में स्पिनर श्री चरणी और दीप्ति शर्मा ने 2-2 विकेट झटके, जबकि क्रांति गौड़, अमनजोत कौर और राधा यादव को 1-1 विकेट मिला।

ऑस्ट्रेलिया के तीन बल्लेबाज रन आउट भी हुए, जिससे उनकी पारी थोड़ी लड़खड़ाई और वे 340 के पार जाने से चूक गए।

दीप्ति शर्मा ने 50वें ओवर में शानदार गेंदबाजी करते हुए 3 विकेट लिए, जिसमें दो बल्लेबाज लगातार गेंदों पर आउट हुए और एक रन आउट हुआ, जिससे ऑस्ट्रेलिया एक गेंद रहते 338 रन पर ऑलआउट हो गई।

मैच के मुख्य पल और निर्णायक क्षण

शुरुआती विकेट और लिचफील्ड-पेरी की साझेदारी

ऑस्ट्रेलिया ने छठे ओवर की पहली गेंद पर अपना पहला विकेट कप्तान एलिसा हीली के रूप में गंवाया, जिन्हें क्रांति गौड़ ने बोल्ड किया।

हालांकि, फीबी लिचफील्ड और एलिस पेरी ने मिलकर टीम को संभाला और 20वें ओवर में शतकीय साझेदारी पूरी की।

लिचफील्ड ने 14वें ओवर में अपना अर्धशतक पूरा किया और 24वें ओवर की पहली गेंद पर अपना तीसरा वनडे शतक पूरा किया।

अमनजोत कौर ने 28वें ओवर में फीबी लिचफील्ड को बोल्ड कर इस बड़ी 155 रन की साझेदारी को तोड़ा, जो मैच का एक महत्वपूर्ण मोड़ था।

एलिस पेरी ने 31वें ओवर में अपना अर्धशतक पूरा किया और 77 रन बनाकर 40वें ओवर में राधा यादव की गेंद पर बोल्ड हो गईं।

एनाबेल सदरलैंड 3 रन बनाकर श्री चरणी का दूसरा शिकार बनीं, जबकि ताहलिया मैक्ग्रा 12 रन बनाकर रन आउट हुईं।

एश्ले गार्डनर ने भी तेजी से अर्धशतक लगाया और 63 रन बनाकर 49वें ओवर में रन आउट हुईं।

भारत की जवाबी पारी और जेमिमा-हरमनप्रीत का कमाल

भारत की शुरुआत में शेफाली वर्मा 10 रन और स्मृति मंधाना 24 रन बनाकर जल्दी आउट हो गईं, जिससे टीम पर दबाव आ गया था।

जेमिमा रॉड्रिग्ज और हरमनप्रीत कौर ने मिलकर तीसरे विकेट के लिए 167 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की, जो भारतीय पारी का आधार बनी।

हरमनप्रीत कौर ने 29वें ओवर में अपना अर्धशतक पूरा किया और 89 रन बनाकर 36वें ओवर में एनाबेल सदरलैंड की गेंद पर एश्ले गार्डनर के हाथों कैच आउट हुईं।

जेमिमा रॉड्रिग्ज ने 41वें ओवर में अपना शानदार शतक पूरा किया, जिससे भारतीय खेमे में उत्साह बढ़ गया।

दीप्ति शर्मा 24 रन बनाकर 41वें ओवर में रन आउट हुईं और ऋचा घोष 26 रन बनाकर 46वें ओवर में एनाबेल सदरलैंड का शिकार बनीं।

अमनजोत कौर ने अंतिम ओवर में सोफी मोलिनिक्स की गेंद पर चौका लगाकर भारत को 5 विकेट से यादगार जीत दिलाई और फाइनल में पहुंचाया।

तीसरी बार फाइनल में भारत: आगे की चुनौती

यह तीसरी बार है जब भारतीय महिला टीम विमेंस वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची है, जो भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।

टीम का प्रदर्शन पूरे टूर्नामेंट में शानदार रहा है और इस जीत ने उनके आत्मविश्वास को और बढ़ाया है, जिससे वे फाइनल में मजबूत इरादों के साथ उतरेंगी।

फाइनल में साउथ अफ्रीका के खिलाफ भी भारतीय टीम से ऐसे ही दमदार प्रदर्शन की उम्मीद है, जहां वे पहली बार विश्व कप खिताब जीतने का लक्ष्य रखेंगी।

शोक में काली पट्टी: मानवीय संवेदना का प्रदर्शन

मैच में दोनों टीमों के खिलाड़ी काली पट्टियां पहनकर मैदान पर उतरे, जिससे उन्होंने एक दुखद घटना पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।

उन्होंने 17 वर्षीय मेलबर्न के क्रिकेटर बेन ऑस्टिन को श्रद्धांजलि दी, जिनका मंगलवार रात नेट्स में बल्लेबाजी के दौरान हुए एक हादसे में निधन हो गया था।

यह खेल भावना और मानवीय संवेदना का एक मार्मिक प्रदर्शन था, जिसने खेल से बढ़कर जीवन के महत्व को दर्शाया।

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