Highlights
- भाई दूज के दिन बाड़मेर के बिजराड़ में हुई घटना।
- पैसों के लेनदेन और पिता के क्रिया-कर्म के खर्च को लेकर था विवाद।
- छोटे भाई किशनाराम ने बड़े भाई गुणेशाराम की कुल्हाड़ी से हत्या की।
- आरोपी किशनाराम को पुलिस ने 6 घंटे में गिरफ्तार किया।
बाड़मेर: बाड़मेर (Barmer): बिजराड़ (Bijrar) थाना क्षेत्र के नवातला (Nawatala) गांव में भाई दूज पर पैसों के लेनदेन को लेकर हुए विवाद में छोटे भाई किशनाराम (Kishanaram) ने बड़े भाई गुणेशाराम (Gunnesharam) की कुल्हाड़ी से वार कर हत्या कर दी।
भाई दूज के दिन खूनी खेल
एक तरफ जहां देश भर में लोग भाई दूज का त्योहार प्रेम और सौहार्द के साथ मना रहे थे, वहीं बाड़मेर जिले के बिजराड़ थाना क्षेत्र के नवातला गांव में एक भाई ने अपने ही सगे भाई की बेरहमी से हत्या कर दी।
यह हृदय विदारक घटना बुधवार देर रात करीब 11 बजे हुई, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है।
सूचना मिलने पर बिजराड़ पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू की।
विवाद की जड़: जमीन और पैसों का लेनदेन
पुलिस के अनुसार, मृतक गुणेशाराम (35) और आरोपी किशनाराम (30) सगे भाई थे, जिनके बीच लंबे समय से जमीन और पिता की मृत्यु के बाद होने वाले खर्चों को लेकर विवाद चल रहा था।
थानाधिकारी मगाराम ने बताया कि बुधवार रात को नवातला निवासी गुणेशाराम पुत्र अमराराम और उसके सगे भाई किशनाराम के बीच रुपयों के लेनदेन को लेकर तीखी बहस हुई।
यह बहस इतनी बढ़ गई कि किशनाराम ने आवेश में आकर अपने बड़े भाई गुणेशाराम पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया।
सिर के पिछले हिस्से में कुल्हाड़ी से गंभीर चोट लगने के कारण गुणेशाराम की मौके पर ही मौत हो गई।
हत्या के बाद आरोपी किशनाराम घटनास्थल से फरार हो गया, लेकिन पुलिस ने उसे महज 6 घंटे में ही धर दबोचा।
आदतन झगड़ालू और नशेड़ी थे दोनों भाई
पुलिस जांच में सामने आया है कि गुणेशाराम और किशनाराम दोनों ही आदतन झगड़ालू प्रवृत्ति के थे और नशे के आदी भी थे।
करीब 8 महीने पहले उनके पिता अमराराम की 80 वर्ष की आयु में मृत्यु हो गई थी।
दोनों भाई मजदूर थे और जो कुछ भी कमाते थे, उसे नशे में उड़ा देते थे।
पिता की मृत्यु के बाद उनके अन्य भाइयों ने सहयोग कर बारहवां (मृत्यु के बाद की रस्म) करवाया था।
पूर्व में बड़े भाई गुणेशाराम ने लोन पर एक ट्रैक्टर लिया था, जिसका समय पर लोन नहीं चुकाने के कारण उन्हें अपनी जमीन बेचनी पड़ी थी, यह भी उनके झगड़े का एक प्रमुख कारण था।
पिता के बारहवें में हुए खर्च को लेकर भी दोनों के बीच अक्सर कहासुनी होती रहती थी।
बुधवार को हुए विवाद को पड़ोसियों ने भी गंभीरता से नहीं लिया, क्योंकि उनके बीच रोज झगड़े होते रहते थे।
6 साल पहले पत्नी ने की थी आत्महत्या, अब पति की भी हत्या
मृतक गुणेशाराम की पत्नी ने करीब 6 साल पहले 2019 में आपसी विवाद के चलते आत्महत्या कर ली थी।
गुणेशाराम की कोई संतान नहीं थी और वह तब से अकेला ही रहता था।
वहीं, आरोपी किशनाराम शादीशुदा है और उसके तीन बेटे हैं, हालांकि वारदात के समय उसकी पत्नी पीहर गई हुई थी, इसलिए किशनाराम भी घर पर अकेला ही था।
किशनाराम अपनी बुजुर्ग मां के साथ रहता था, और अब उसकी मां, पत्नी और बच्चों का पालन-पोषण करने वाला कोई नहीं है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई: 6 घंटे में आरोपी गिरफ्तार
वारदात की सूचना मिलते ही बिजराड़ पुलिस तत्काल हरकत में आई।
एफएसएल (FSL) टीम और एमओबी (MOB) को मौके पर बुलाया गया, जिन्होंने घटनास्थल से महत्वपूर्ण सबूत जुटाए।
शव को चौहटन अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
आरोपी किशनाराम के फरार होने के बाद पुलिस ने रात में ही उसकी तलाश शुरू कर दी।
साइबर और मोबाइल लोकेशन की मदद से पुलिस टीमों ने आरोपी के भागने के संभावित रास्तों का पता लगाया।
पुलिस की मुस्तैदी के चलते आरोपी किशनाराम को वारदात के महज 6 घंटे के भीतर ही हिरासत में ले लिया गया।
पुलिस ने परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
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