Highlights
- बिहार चुनाव में महागठबंधन के खराब प्रदर्शन पर विपक्ष ने चुनाव आयोग को घेरा।
- भूपेश बघेल ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर 65 लाख वोट हटाने और 21 लाख वोटर जोड़ने का आरोप लगाया।
- अखिलेश यादव ने 'एसआईआर के खेल' का भंडाफोड़ होने की बात कही और भाजपा पर छल का आरोप लगाया।
- कांग्रेस नेता उदित राज ने इसे 'वोट चोरी' बताया और चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाए।
नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) में महागठबंधन (Mahagathbandhan) के खराब प्रदर्शन के बाद कांग्रेस नेता भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने चुनाव आयोग (Election Commission) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बघेल ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार (Gyanesh Kumar) को जिम्मेदार ठहराया, जबकि यादव ने 'एसआईआर के खेल' का भंडाफोड़ होने की बात कही।
बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार महागठबंधन का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है। दोपहर 3 बजे तक के रुझानों में महागठबंधन सिर्फ 31 सीटों पर बढ़त बनाए हुए था, जबकि एनडीए 205 सीटों की बढ़त के साथ प्रचंड जीत की ओर बढ़ रहा था। इन नतीजों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है और विपक्षी खेमे में हार का ठीकरा चुनाव आयोग पर फोड़ा जाने लगा है, जिससे चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं।
भूपेश बघेल ने ज्ञानेश कुमार को ठहराया जिम्मेदार
महागठबंधन की दुर्दशा देखकर कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपनी गहरी निराशा व्यक्त की है। उन्होंने इस अप्रत्याशित नतीजे के लिए सीधे तौर पर मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को जिम्मेदार ठहराया। बघेल ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, "बिहार में इस नतीजे के लिए केवल एक व्यक्ति जिम्मेदार है, वह हैं मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार। मैं उन्हें बधाई देता हूं।"
उन्होंने आगे गंभीर आरोप लगाए कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान 65 लाख वोट हटाए गए और 21 लाख नए वोटर जोड़े गए। बघेल के अनुसार, यह "जादू" ज्ञानेश कुमार ने किया है और सारी मेहनत अकेले उन्होंने ही की है। उन्होंने चुनाव आयोग पर बिहार चुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली का भी आरोप लगाया, जिससे नतीजों की निष्पक्षता पर संदेह पैदा हो गया है।
अखिलेश यादव का 'एसआईआर के खेल' पर निशाना
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी बिहार चुनाव परिणामों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इन परिणामों ने "एसआईआर के खेल" को उजागर कर दिया है और इनकी चुनावी साजिश का अब भंडाफोड़ हो चुका है। अखिलेश यादव ने भाजपा को "दल नहीं छल" बताते हुए उसकी मंशा पर सवाल उठाए।
शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अखिलेश यादव ने स्पष्ट शब्दों में लिखा कि बिहार में जो खेल एसआईआर ने किया है, वह अब पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और अन्य जगहों पर नहीं हो पाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस चुनावी साजिश का भंडाफोड़ हो चुका है और अब वे इस खेल को आगे नहीं खेलने देंगे। यादव ने अपने "पीपीटीवी" यानी "पीडीए प्रहरी" को सीसीटीवी की तरह चौकन्ना रहकर भाजपाई मंसूबों को नाकाम करने की बात कही, जो विपक्ष की सतर्कता को दर्शाता है।
उदित राज ने कहा 'वोट चोरी हुई है'
कांग्रेस नेता उदित राज ने भी बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आईएएनएस से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि यह एनडीए की नहीं, बल्कि एसआईआर और चुनाव आयोग की जीत है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इसमें "वोट चोरी हुई है"। यह आरोप चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सीधा सवाल खड़ा करता है।
उदित राज ने हरियाणा और महाराष्ट्र में भी इसी तरह से वोट चोरी करके सरकार बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी बताया कि बिहार में उन्होंने आखिर तक आपत्ति जताई थी, लेकिन चुनाव आयोग ने उनकी आपत्तियों को लिखित में स्वीकार नहीं किया, जिसके कारण ऐसे नतीजे आने ही थे। विपक्षी नेताओं के इन लगातार आरोपों ने बिहार चुनाव के नतीजों को लेकर एक बड़ी बहस छेड़ दी है, जिसमें चुनाव आयोग की भूमिका और चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं और आगे की चुनावी रणनीतियों पर भी इसका असर दिख सकता है।
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