चुनावी माहौल के बीच अब राजस्थान भाजपा में बड़े स्तर पर बदलाव की सुगबुगाहट है.और खबर है कि एक दो दिन में ही राजस्थान भाजपा संगठन में बड़े बदलाव होने वाले है. ना केवल सीपी जोशी की टीम बल्कि विश्वस्त सूत्रों के अनुसार राजस्थान भाजपा प्रभारी के बदलने पर भी मुहर लग चुकी है.
बीते दो तीन दिन से राजस्थान को लेकर भाजपा के शीर्ष नेताओँ के बीच लगातार मंथन चल रहा है और इस विषय पर भाजपा नेता वसुंधरा राजे से भी बी एल संतोष और अरुण सिंह खास मीटिंग कर चुके है. बताया जा रहा है कि राजस्थान भाजपा प्रभारी अरुण सिंह की अब राजस्थान से विदाई तय मानी जा रही है. और एक मजबूत चेहरे को भाजपा की कमान दी जाएगी.
इसी बीच उत्तर प्रदेश के डिपटी CM केशव प्रसाद मौर्य को लेकर चर्चा तेज है कि उन्हें राजस्थान भाजपा का प्रभारी बनाया जा सकता है. केशव प्रसाद मौर्य को जातिगत समीकरण के साथ ही 2017 में उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष होते हुए पार्टी को शानदार जीत दिलवाने का रिकॉर्ड देखते हुए राजस्थान की जिम्मेदारी दी जा सकती है.
साथ ही सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मौर्य सॉफ्ट इमेज के साथ ही आलाकमान के सबसे भरोसेमंद माने जाते है. आपको बता दे प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए मौर्य खुद की सीट से विधानसभा का चुनाव हार गए थे इसके बावजूद भी पार्टी ने उन्हें डिप्टी CM बनाया और एक बड़ी जिम्मेदारी देकर पुरुस्कृत किया.
कास्ट फैक्टर में एकदम फिट बैठते है मौर्य
इसके साथ ही विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा हर जाति को साधना चाहती है. और केशव प्रसाद मौर्य कास्ट फैक्टर को देखते हुए भाजपा के लिए एकदम ठीक नाम साबित हो रहे है. वर्तमान भाजपा प्रभारी अरुण सिंह राजपूत समुदाय से आते है लेकिन नेता प्रतिपक्ष पद पर राजेन्द्र राठौड़ की नियुक्ति के साथ ही भाजपा ने राजपूत समुदाय को बड़े स्तर पर साध लिया है.
वहीं भीतरखाने में चर्चा है कि राजपूत समुदाय से ही आने वाली राजसमंद सांसद दिया कुमारी को मोदी मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है. लेकिन मूल OBC के सवाल पर भाजपा के पास कोई बड़ा प्रभावी चेहरा नहीं है.
राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो मूल आने वाले चुनाव में मूल OBC भाजपा के लिए सबसे महत्वपूर्ण वोटबैंक है. क्योकि सतीश पूनिया की प्रदेश अध्यक्ष पद से छुट्टी और जंतर मंतर पर कुश्ती महासंघ के खिलाफ पहलवानों के धरने जैसे कुछ मुद्दे है जिसे लेकर जाट समुदाय में भाजपा को लेकर नाराजगी है. वही नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल जाट वोटबैंक में सेंध लगाने के लिए भाजपा और कोंग्रेस दोनों के लिए बड़ा चेलेंज बन रहे है.
इस स्थिति में मूल OBC में सैनी {माली} ,कुमावत,कुम्हार, मौर्य जैसी जातियाँ भाजपा के लिए सबसे जरूरी हो गए है जिन्हे साधने के लिए केशव प्रसाद मौर्य को राजस्थान भाजपा का प्रभारी बनाया जा सकता है.