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इस बातचीत की पृष्ठभूमि क्षत्रिय युवक संघ द्वारा आयोजित हालिया रैली है, जहां राजपूत समुदाय की राजनीतिक उपेक्षा के बारे में शिकायतें व्यक्त की गईं। टिकट वितरण में राजपूतों को हाशिए पर रखने के लिए दोनों प्रमुख दलों, भाजपा और कांग्रेस पर महावीर सिंह सरवड़ी के आरोपों ने उबल रहे असंतोष में घी डाल दिया।
जयपुर | राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की राजपूत समुदाय के नेताओं के साथ हालिया मुलाकात ने राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में उभरते समीकरणों के बारे में राजनीतिक चर्चा और अटकलों को हवा दे दी है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बुधवार को राजपूत समाज के सबसे बड़े संगठन क्षत्रिय युवक संघ के कार्यालय पहुंचकर संरक्षक भगवान सिंह रोलसाहबसर से मुलाकात की। इस दौरान प्रताप फाउण्डेशन के संयोजक महावीर सिंह सरवड़ी भी मौजूद रहे।
क्षत्रिय युवक संघ ने 28 जनवरी को ही दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में तन सिंह जन्म शताब्दी समारोह के नाम पर एक बड़ी रैली की थी। इस रैली में सम्बोधित करते हुए महावीर सिंह सरवड़ी ने राजपूत समाज की राजनीतिक उपेक्षा का आरोप लगाया था।
उन्होंने बीजेपी—कांग्रेस दोनों ही पार्टियों पर राजपूतों के टिकटों में कटौती करने पर रोष प्रकट किया था। इस दौरान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी भी रैली में मौजूद थे। इस बड़े आयोजन के बाद सीएम भजनलाल शर्मा का राजपूत समाज के नेताओं से मुलाकात के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं।
राजस्थान के माननीय मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने आज संघशक्ति पहुंचकर माननीय संरक्षक श्री भगवान सिंह जी रोलसाहबसर से भेंट की। श्री प्रताप फाउंडेशन के संयोजक माननीय महावीर सिंह जी सरवड़ी भी इस दौरान उपस्थित रहे।
— श्री क्षत्रिय युवक संघ (@shri_kys) January 31, 2024
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सीएम भजनलाल शर्मा की राजपूत नेताओं से मुलाकात से सियासी अटकलें तेज
राजपूतों का प्रतिनिधित्व करने वाले एक प्रमुख संगठन क्षत्रिय युवक संघ के कार्यालय में सीएम शर्मा का दौरा एक महत्वपूर्ण सामाजिक-राजनीतिक समूह के साथ जुड़ने के ठोस प्रयास का संकेत देता है।
बैठक, जिसमें संरक्षक भगवान सिंह रोलसाहबसर और महावीर सिंह सरवड़ी जैसी प्रमुख हस्तियों के साथ चर्चा शामिल थी, राजपूत समुदाय की चिंताओं और आकांक्षाओं के महत्व को भी रेखांकित करती है।
इस बातचीत की पृष्ठभूमि क्षत्रिय युवक संघ द्वारा आयोजित हालिया रैली है, जहां राजपूत समुदाय की राजनीतिक उपेक्षा के बारे में शिकायतें व्यक्त की गईं। टिकट वितरण में राजपूतों को हाशिए पर रखने के लिए दोनों प्रमुख दलों, भाजपा और कांग्रेस पर महावीर सिंह सरवड़ी के आरोपों ने उबल रहे असंतोष में घी डाल दिया।
राजपूत नेताओं के साथ सीएम शर्मा की बातचीत राज्य मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व बढ़ाने, लोकसभा—राज्यसभा चुनाव में समाज का प्रतिनधित्व और ईडब्ल्यूएस आरक्षण नीतियों के सरलीकरण की मांगों के मद्देनजर हुई है।
चर्चा राजस्थान में भाजपा की चुनावी सफलताओं में राजपूत समुदाय के ऐतिहासिक योगदान को स्वीकार करने और सरकार के भीतर पर्याप्त मान्यता सुनिश्चित करने पर केंद्रित थी।
बैठक के नतीजे, जैसा कि प्रेस नोट्स और सोशल मीडिया अपडेट के माध्यम से बताया गया, राज्य संभावित कैबिनेट विस्तार और चुनावी चुनौतियों के लिए तैयारी कर रहा है, सीएम शर्मा की राजपूत नेताओं तक पहुंच सामुदायिक हितों और राजनीतिक रणनीतियों के बीच जटिल अंतरसंबंध को रेखांकित करती है। यह बैठक शासन और प्रतिनिधित्व में कोई ठोस बदलाव लाती है या नहीं, यह देखना अभी बाकी है।
आज तारानगर झोटवाडा, जयपुर स्थित श्री क्षत्रीय युवक संघ कार्यालय पर आदरणीय संरक्षक श्री भगवान सिंह रोलसाहबसर जी से आत्मीय भेंट की व गत दिनों उनके भाई के देवलोकगमन को लेकर गहरी शोक संवेदनाएं प्रकट की।
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) January 31, 2024
इस दौरान प्रताप फाउंडेशन के संयोजक श्री महावीर सिंह सरवड़ी जी से भी मुलाकात की । pic.twitter.com/A4NG9H3KHP
इसी संबंध में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ट्वीट किया कि आज जयपुर के तारानगर झोटवाड़ा स्थित श्री क्षत्रिय युवक संघ कार्यालय में आदरणीय संरक्षक भगवान सिंह रोलसाहबसर जी से भावभीनी मुलाकात हुई और हाल ही में उनके भाई के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया. इस दौरान उनकी मुलाकात प्रताप फाउंडेशन के संयोजक महावीर सिंह सरवड़ी से भी हुई।