सामने आई ये बड़ी वजह: चुनावों से पहले कांग्रेस के 6 बार विधायक रहे कद्दावर नेता ने सक्रिय राजनीति से लिया संन्यास

चुनावों से पहले कांग्रेस के 6 बार विधायक रहे कद्दावर नेता ने सक्रिय राजनीति से लिया संन्यास
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कांग्रेस दिग्गज वरिष्ठ नेता और अशोक गहलोत सरकार में वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी ने सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। 

बाड़मेर । राजस्थान में टिकट पाने को जहां एक तरफ पति-पत्नी, रिश्तेदार-नातेदार, यार-दोस्त सब आपस में दुश्मन बनते दिख रहे हैं, वहीं एक नेता ने अपनी दावेदारी पक्की होने के बावजूद भी टिकट लेने से इनकार कर दिया है।

कांग्रेस दिग्गज वरिष्ठ नेता और अशोक गहलोत सरकार में वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी ने सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। 

बाड़मेर के गुढ़ामलानी के विधायक हेमाराम चौधरी ने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर दिया है। 

गौरतलब है कि हेमाराम चौधरी के समर्थकों ने उनसे चुनाव लड़ने के लिए काफी मिन्नतें भी की थी, लेकिन उनका चुनाव नहीं लड़ने का फैसला अटल रहा।


हेमाराम ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर आग्रह करते हुए कहा कि वे इस बार चुनाव में खड़ा नहीं होना चाहते हैं। 

उन्होंने पत्र में लिखा कि अगर वे फिर से चुनाव लड़ते हैं तो ये पार्टी और प्रदेश की जनता के साथ अन्याय होगा।

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ये बताई चुनाव नहीं लड़ने की वजह

6 बार के विधायक हेमाराम चौधरी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र में कहा कि अब उनकी जगह किसी युवा नेता को टिकट दिया जाना चाहिए।

उन्होंने अपना यह पत्र सोशल मीडिया भी शेयर किया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि अब मैं सक्रिय राजनीति में हिस्सा नहीं ले पाऊंगा।

युवाओं को राजनीति में आने के लिए जगह देना वरिष्ठ नेता का कर्तव्य है।

मेरा मानना है कि प्रत्येक उम्रदराज और वरिष्ठ नेता की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह युवा नेताओं को प्रेरित करें, उन्हें राजनीति में स्थान दे, और उन्हें आगे बढ़ने का मौका दे। 

अगर इस एहसास के बावजूद मैं चुनाव लड़ना जारी रखता हूं तो यह न्यायपूर्ण नहीं होगा। 

आगामी चुनाव में मैं प्रत्याशी के रूप में नहीं, बल्कि एक साधारण कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में हिस्सा लूंगा।

आपको बता दें कि हेमाराम चौधरी अभी 75 साल के हैं और बाड़मेर के गुड़ामालानी से 6 बार विधायक रह चुके हैं। हेमाराम चौधरी को सचिन पायलट खेमे का माना जाता रहा है। 

गुड़ामालानी के ये कद्दावर नेता कई बार सार्वजनिक मंच से चुनाव नहीं लड़ने की बात कह चुके हैं और गुरूवार को इन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष्य को पत्र लिखकर ये साफ कर दिया है। 

अब देखना होगा कि कांग्रेस पार्टी बाड़मेर की इस गुड़ामालानी सीट (Gudamalani Seat) पर किस प्रत्याशी को मौका देगी।

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