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भाजपा से सीटें छीनने और को कांग्रेस प्रत्याक्षी की जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर रंधावा (Sukhjinder Randhawa) के नेतृत्व में इन अहम सीटों पर प्रत्याशी चयन प्रक्रिया के दौरान व्यापक मंथन किया जा रहा है।
जयपुर | राजस्थान में चुनावी घमासान शुरू हो चुका है। जिसके लिए कांग्रेस सत्ता वापसी के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है।
कांग्रेस इस बार उन सीटों पर विशेष ध्यान दे रही है जहां उसे लगातार हार का सामना करना पड़ा है।
ऐसे में कांग्रेस की गहलोत सरकार इस बार इन सीटों पर अपने उम्मीदवार की जीत के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम पर जुटी हुई है।
इसी के साथ ऐसे निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवारों के चयन के लिए भी बड़ी सावधानी से जीत का फार्मूला तैयार किया जा रहा है।
प्रत्याशी चयन पर हो रहा बार-बार मंथन
भाजपा से सीटें छीनने और को कांग्रेस प्रत्याक्षी की जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर रंधावा (Sukhjinder Randhawa) के नेतृत्व में इन अहम सीटों पर प्रत्याशी चयन प्रक्रिया के दौरान व्यापक मंथन किया जा रहा है।
राजस्थान में 40 से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस को बार-बार हार का सामना करना पड़ रहा है, रंधावा ने खुले तौर पर इस प्रवृत्ति को स्वीकार किया और उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने से पहले सभी प्रासंगिक कारकों का विश्लेषण करने के महत्व पर बल दिया।
उम्मीदवारों के चयन में रंधावा ने पार्टी की वफादारी और नेताओं की पृष्ठभूमि के महत्व पर जोर दिया।
जहां कांग्रेस के प्रति वफादारी को काफी महत्व दिया जाएगा, वहीं संभावित उम्मीदवारों के अनुभव और योग्यता की भी जांच की जाएगी।
राजधानी जयपुर की कई सीटों पर कांग्रेस खाती रही है मात
प्रदेश की राजधानी जयपुर में भी कई सीटें ऐसी हैं जिन पर कांग्रेस की लहर होने के बावजूद उनसे प्रत्याक्षी अपनी सीट निकालने में विफल रहे हैं।
इन सीटों में मालवीय नगर, सांगानेर, विद्याधरनगर और फुलेरा जैसी सीटें कांग्रेस पार्टी के लिए कठिन युद्ध का मैदान साबित हुई हैं, यहां से पार्टी को लगातार तीन बार हार का सामना करना पड़ा है।
अगर प्रदेश की बात की जाए तो कांग्रेस को उदयपुरवाटी, नदबई, महुवा, रतनगढ़, बीकानेर पूर्व, अनूपगढ़, श्रीगंगानगर और भद्रा जैसे निर्वाचन क्षेत्रों ने विकट चुनौतियां झेलनी पड़ी है।
ऐसे में इस बार गहलोत सरकार इन सीटों पर विशेष रणनीति तैयार कर रही है ताकि उनके उम्मीदवारों जीत नसीब हो सके।
कांग्रेस इन क्षेत्रों में जीत हासिल करने के लिए एक अलग और प्रभावी रणनीति तैयार करने के लिए सक्रिय रूप से विचार-विमर्श कर रही है।
सभी नेताओं को लोगों से संवाद बनाने के निर्देश
हाल ही में, रंधावा ने पीसीसी वार रूम में कांग्रेस नेताओं के साथ चुनाव की तैयारियों की तत्परता पर जोर देते हुए चर्चा की। पार्टी के सभी नेताओं से लगातार संवाद बनाए रखने का ठोस प्रयास किया जा रहा है।
रंधावा ने सभी विधान सभा सदस्यों (विधायकों) और पराजित उम्मीदवारों को अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों से जुड़ने का निर्देश दिया है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सरकारी योजनाओं का लाभ हर घर तक पहुंचे और लोग इसका लाभ उठाए।