Highlights
राजस्थान धरोहर प्राधिकरण बोर्ड अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह जाड़ावत ने कहा है कि मुख्यमंत्री की गांधीवादी छवि है जिससे भाजपा वाले झल्ला रहे हैं। राजस्थान सीएम गहलोत के खिलाफ शेखावत ने जिस भाषा का प्रयोग किया है वह दुर्भाग्यपूर्ण है।
जयपुर | राजस्थान में विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक सियासत बेहद गरमा गई है।
नेताओं के शब्दभेदी बाण व्यक्तिगत स्तर पर पहुंच गए हैं और राजनीति का स्तर गिरता जा रहा है।
इसी बीच केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के सीएम गहलोत को ’राजनीति का रावण’ बयान पर सियासत गरमाई हुई है।
शेखावत के इस बयान पर उनके खिलाफ मानहानि का दावा किया जाएगा।
राजस्थान धरोहर प्राधिकरण बोर्ड अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह जाड़ावत ने कहा है कि मुख्यमंत्री की गांधीवादी छवि है जिससे भाजपा वाले झल्ला रहे हैं।
राजस्थान सीएम गहलोत के खिलाफ शेखावत ने जिस भाषा का प्रयोग किया है वह दुर्भाग्यपूर्ण है।
संजीवनी क्रेेडिटसोसायटी में प्रदेश के हजारों गरीब परिवारों का पैसा अटका हुआ है। लोगों को शेखावत यह पैसा दिलवाने की पहल क्यों नहीं रहे हैं।
जाड़ावत ने कहा कि शेखावत ने अपनी अमर्यादित भाषा से प्रदेश की जनता को आहत किया है। सीएम गहलोत के लिए दिए गए बयान को लेकर वह न्यायालय में शेखावत के खिलाफ मानहानि का दावा करेंगे।
गजेंद्र सिंह शेखावत के इस वार पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी पलटवार किया करते हुए केंद्रीय मंत्री को निशाने पर लिया है और कहा है कि हम तो आपको राम मान लेंगे, लेकिन संजीवनी मामले के पीड़ितों को पैसे लौटा दें।
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि, बीजेपी वालों आप मेरे ऊपर पत्थर फेंकोगे मैं उससे गरीबों के लिए घर, स्कूल और अस्पताल बना दूंगा। यही मेरी सोच है।
बता दें कि चित्तौड़गढ़ में BJP की जनाक्रोश रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने CM Ashok Gehlot को राजनीति का रावण कह दिया था।
उन्होंने कहा था रामराज्य की स्थापना के लिए 'राजनीति के रावण' अशोक गहलोत की विदाई करनी होगी।