जयपुर । संविधान दिवस के अवसर पर जिला सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय, जयपुर के तत्वावधान में एसएसजी पीजी पारीक कॉलेज के सभागार में जिला स्तरीय प्रतियोगिता एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
अतिरिक्त जिला कलक्टर देवेन्द्र कुमार जैन और अन्य अतिथियों एवं युवाओं ने ने सभागार में प्रदर्शित फोटो प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा संविधान निर्माताओं तथा इसमें योगदान देने वाले पुरोधाओं को याद किया। इस अवसर पर विषय विशेषज्ञ धमेन्द्र चौधरी एवं श्रीमती सुप्रिया अग्रवाल ने विद्यार्थियों को भारत के संविधान की बारीकियों और विशेषताओं से रूबरू करवाया।
संगोष्ठी के पश्चात संविधान से जुड़े रोचक प्रश्नों की प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया जिसमें महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने उत्साह के साथ भाग लिया। सवालों के सही जवाब देने वाले विजेता विद्यार्थियों को राजस्थान सरकार की प्रमाणिक एवं प्रतिष्ठित मासिक पत्रिका 'राजस्थान सुजस’ की प्रति पुरस्कार के तौर पर प्रदान की गई।
कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला कलक्टर देवेन्द्र कुमार जैन ने कहा कि संविधान का अर्थ है, समविधान अर्थात जो सभी के लिए एक समान नियमावली प्रस्तुत करें और सभी के हितों की रक्षा करें। ऋग्वेद में उल्लेख है कि सर्वप्रथम जन एवं जनपदों के लिए सभा,समिति और विदथ का गठन किया गया और इसके लिए नियमावली बनाई गई।
उन्होेने कहा कि किसी शासन व्यवस्था के लिए विधान निर्माण का यह सबसे पहला उदाहरण है। समय के साथ आवश्यकतानुसार विधान बदलते गए। हमारे देश का संविधान 60 देशों के संविधान से अच्छी बातों का चयन कर बनाया गया है। यह अपने आप में कठोर एवं लचीलेपन का शानदार मिश्रण है जो देश के सभी नागरिकों को समान अधिकार प्रदान करता है।
आयोजन में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के उप निदेशक हेत प्रकाश शर्मा, एसएसजी पारीक पीजी महाविद्यालय के प्राचार्य एन.एम. शर्मा, उपाचार्य डॉ. अंजू पारीक ने शिरकत की। कार्यक्रम का मंच संचालन सहायक जनसंपर्क अधिकारी नरेन्द्र सिंह शेखावत ने किया। अतिरिक्त लेखाधिकारी प्रथम राजेश चन्द्र भीमवाल, सहायक प्रशासनिक अधिकारी जितेन्द्र कसाना सहित अन्य अधिकारियों एवं महाविद्यालय के शिक्षकगणों के साथ-साथ सैकड़ों विद्यार्थियों ने कार्यक्रम में शिरकत की।