Highlights
- दिवाली से पहले खाटूश्याम मंदिर 16 घंटे बंद रहेगा।
- 19 अक्टूबर रात 10 बजे से 20 अक्टूबर शाम 5 बजे तक दर्शन नहीं होंगे।
- विशेष सेवा-पूजा के कारण कपाट बंद रहेंगे।
- भक्तों को दर्शन के लिए 20 अक्टूबर शाम 5 बजे के बाद आना होगा।
सीकर: दिवाली (Diwali) से पहले खाटूश्याम मंदिर (Khatushyamji Temple) 16 घंटे बंद रहेगा। 19 अक्टूबर रात 10 बजे से 20 अक्टूबर शाम 5 बजे तक बाबा के दर्शन नहीं होंगे, जिससे भक्तों को परेशानी हो सकती है।
दिवाली पर खाटूश्याम मंदिर के कपाट रहेंगे बंद: भक्तों के लिए महत्वपूर्ण सूचना
दीपावली के पावन पर्व से ठीक पहले, सीकर स्थित प्रसिद्ध खाटूश्याम मंदिर में बाबा श्याम के दर्शनों को लेकर एक महत्वपूर्ण सूचना जारी की गई है।
श्याम भक्तों को सूचित किया जाता है कि दिवाली से पहले 16 घंटे तक मंदिर के कपाट बंद रहेंगे, जिससे दर्शनार्थियों को असुविधा का सामना करना पड़ सकता है।
यह खबर उन लाखों श्रद्धालुओं के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जो दिवाली के शुभ अवसर पर बाबा के दर्शन करने का प्लान बना रहे हैं।
मंदिर प्रशासन ने यह निर्णय विशेष सेवा-पूजा और धार्मिक अनुष्ठानों को संपन्न करने के लिए लिया है, जिसकी जानकारी पहले से देना आवश्यक समझा गया है।
कब से कब तक बंद रहेंगे बाबा के दर्शन?
श्री श्याम मंदिर कमेटी द्वारा जारी आधिकारिक सूचना के अनुसार, 19 अक्टूबर की रात 10 बजे से श्याम बाबा के दर्शन बंद कर दिए जाएंगे।
यह बंदी अगले दिन 20 अक्टूबर की शाम 5 बजे तक जारी रहेगी, जिसके बाद ही भक्त एक बार फिर बाबा श्याम के दर्शन कर पाएंगे।
इसका सीधा अर्थ है कि दीपावली के पूरे दिन श्याम भक्तों को खाटूश्यामजी मंदिर में दर्शन नहीं हो पाएंगे।
समिति ने भक्तों से अपील की है कि वे अपनी यात्रा की योजना बनाते समय इस समय-सारणी का विशेष ध्यान रखें।
मंदिर कमेटी के सदस्य संतोष सिंह और मानवेंद्र सिंह चौहान ने इस व्यवस्था की पुष्टि करते हुए भक्तों से सहयोग की अपेक्षा की है।
दीपावली पर विशेष सेवा-पूजा का आयोजन
दीपावली का पर्व बाबा श्याम के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है, और इस दिन विशेष सेवा-पूजा का आयोजन किया जाता है।
20 अक्टूबर को बाबा श्याम का विशेष अभिषेक, श्रृंगार और तिलक किया जाएगा, जो मंदिर की परंपरा का एक अभिन्न अंग है।
इन गहन धार्मिक अनुष्ठानों को शांति और एकाग्रता के साथ संपन्न करने के लिए मंदिर के कपाट बंद रखना आवश्यक हो जाता है।
यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और बाबा श्याम के प्रति गहरी श्रद्धा और सम्मान का प्रतीक है।
भक्तों को इस अवधि में धैर्य बनाए रखने और मंदिर प्रशासन के निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया गया है।
अन्य प्रमुख पर्वों पर भी बंद रहते हैं दर्शन
यह पहली बार नहीं है जब खाटूश्याम मंदिर के कपाट विशेष अवसरों पर बंद किए जा रहे हैं।
सनातन धर्म के कई अन्य प्रमुख पर्वों जैसे होली, रक्षाबंधन और सिंजारा पर भी मंदिर में दर्शन बंद रहते हैं।
इसके अतिरिक्त, प्रत्येक अमावस्या के बाद भी बाबा श्याम की विशेष सेवा-पूजा और तिलक के लिए मंदिर के कपाट कुछ घंटों के लिए बंद किए जाते हैं।
इन अवसरों पर भी श्रद्धालुओं के लिए 15 से 19 घंटे तक दर्शन बंद कर दिए जाते हैं, ताकि धार्मिक क्रियाएं निर्बाध रूप से संपन्न हो सकें।
यह व्यवस्था भक्तों की सुरक्षा और मंदिर परिसर में सुचारु व्यवस्था बनाए रखने के लिए भी महत्वपूर्ण है।
मंदिर प्रशासन का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी धार्मिक अनुष्ठान पूरी श्रद्धा और विधि-विधान के साथ किए जाएं।
भक्तों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी यात्रा से पहले मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट या स्थानीय समाचार माध्यमों से नवीनतम जानकारी अवश्य प्राप्त कर लें।
इससे उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा से बचने और बाबा श्याम के दर्शन का पुण्य लाभ प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
खाटूश्यामजी मंदिर लाखों भक्तों की आस्था का केंद्र है, और मंदिर प्रशासन भक्तों की भावनाओं का पूरा सम्मान करता है।
यह अस्थायी बंदी बाबा की सेवा और भक्तों की सुविधा के लिए ही की जा रही है।