Highlights
- गोविंद सिंह डोटासरा ने बीजेपी पर एसआईआर के जरिए वोट चोरी का आरोप लगाया।
- डोटासरा ने कहा कि भाजपा पंचायतीराज और नगर निकाय चुनाव टालने के लिए एसआईआर का इस्तेमाल कर रही है।
- कांग्रेस ने हर बूथ पर बीएलए तैनात किए हैं और भाजपा की बेईमानी रोकने के लिए ऑब्जर्वर नियुक्त किए जाएंगे।
- डोटासरा ने मंत्रियों पर भ्रष्टाचार और शिक्षा मंत्री पर बेतुके बयान देने का आरोप लगाया।
जयपुर: कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) ने बीजेपी (BJP) पर एसआईआर (SIR) के जरिए वोट चोरी कर सरकार बनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा पंचायती राज (Panchayati Raj) और नगर निकाय (Urban Local Bodies) चुनाव टालने के लिए एसआईआर का सहारा ले रही है, जबकि कांग्रेस पूरी तरह तैयार है।
बीजेपी पर वोट चोरी का गंभीर आरोप
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भारतीय जनता पार्टी पर एसआईआर (SIR) के माध्यम से वोट चोरी करके सरकार बनाने की कोशिश करने का गंभीर आरोप लगाया है।
डोटासरा ने कहा कि यह सिर्फ पंचायती राज और नगर निकाय की स्थानीय सरकारों तक ही सीमित नहीं है।
उन्होंने केंद्र, महाराष्ट्र और हरियाणा में भी इसी तरह से वोट चोरी करके सरकार बनाने का आरोप लगाया।
डोटासरा ने कहा कि भाजपा देश में पंचायती राज और नगर निकायों में वोट चोरी कर चुनाव जीतना चाहती है।
कांग्रेस की तैयारी और भाजपा को जवाब
गोविंद सिंह डोटासरा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने भाजपा को पूरा जवाब देने के लिए कमर कस रखी है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने 52000 में से 51000 से अधिक बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) बना दिए हैं।
डोटासरा ने विश्वास दिलाया कि शेष बीएलए भी दो दिन में बन जाएंगे और हर बूथ पर कांग्रेस पार्टी का बीएलए मौजूद रहेगा।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में एसआईआर की निगरानी के लिए ऑब्जर्वर (पर्यवेक्षक) लगाए जाएंगे।
ये ऑब्जर्वर अपने-अपने क्षेत्र में भाजपा की बेईमानी को रोकेंगे और एसआईआर में किसी भी तरह की धांधली नहीं होने देंगे।
चुनाव टालने की रणनीति और एसआईआर
डोटासरा ने भाजपा सरकार पर पंचायतीराज और शहरी निकाय चुनावों को टालने के लिए एसआईआर का सहारा लेने का आरोप लगाया।
उन्होंने सवाल उठाया कि भाजपा कब तक चुनाव टालेगी, क्योंकि एक दिन तो चुनाव करवाने ही पड़ेंगे।
डोटासरा ने कहा कि जिस दिन चुनाव होंगे, इनका नकाब उतर जाएगा और ये ब्यूरोक्रेसी के माध्यम से तांडव नृत्य कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि राजस्थान में पिछले एक साल से चुनाव लंबित हैं।
नवंबर 2024 में 59 नगर पालिकाओं का कार्यकाल समाप्त हुआ था और 11310 ग्राम पंचायतों का कार्यकाल भी समाप्त हो चुका है।
सभी में प्रशासक लगाए जा चुके हैं और परिसीमन का खेल चल रहा है।
डोटासरा ने 'वन स्टेट वन इलेक्शन' (एक राज्य एक चुनाव) के राग को भी केवल चुनाव टालने की रणनीति बताया।
उन्होंने कहा कि पहले 'वन स्टेट वन इलेक्शन' और फिर परिसीमन के नाम पर चुनाव अटका कर रखा है।
ओबीसी आयोग और चुनाव में देरी
डोटासरा ने कहा कि 'वन स्टेट वन इलेक्शन' नाम की कोई चीज नहीं थी, यह केवल चुनाव में देरी करने का बहाना था।
उन्होंने आरोप लगाया कि ओबीसी आयोग में देरी भी चुनाव टालने के लिए की गई थी।
अब राजस्थान की भाजपा सरकार ने यह कहकर एसआईआर की घोषणा करवाई है कि पंचायती और नगर निकाय चुनाव फरवरी से पहले नहीं हो रहे हैं।
डोटासरा ने सवाल किया कि जब चुनाव लंबित थे, तो भारत निर्वाचन आयोग को कैसे लिखकर दिया कि उनके यहां चुनाव लंबित नहीं हैं।
मंत्रियों पर भ्रष्टाचार और राजनीतिक दुर्भावना के आरोप
डोटासरा ने भाजपा सरकार के दो साल के कार्यकाल पर सवाल उठाते हुए कहा कि इन्होंने कोई काम नहीं किया है।
उन्होंने मंत्रियों पर बेतुकी बातें बोलने का आरोप लगाया।
डोटासरा ने कहा कि मंत्रियों की स्थिति यह है कि कोई दस हजार रुपए लेकर आता है तो उसे अंदर वाले कमरे में बैठाते हैं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार कांग्रेस के निकाय प्रमुखों और प्रधानों को राजनीतिक दुर्भावना से हटा रही है।
आरएसएस एजेंडा और शिक्षा मंत्री पर निशाना
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने आरएसएस (RSS) पर हिंदू-मुस्लिम करने और धर्म की आड़ लेकर दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि आरएसएस ऐसे शिक्षा मंत्री बनाना चाहता है जो शिक्षा की एबीसी भी नहीं जानते और शिक्षा की बात नहीं करते।
डोटासरा ने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर (Madan Dilawar) पर निशाना साधते हुए कहा कि वे प्राइवेट स्कूलों के बारे में कैसे दावा कर सकते हैं कि एक ड्रेस होगी।
उन्होंने दिलावर के टाई नहीं लगाने, जूते नहीं पहनने, खाकी नेकर और सफेद शर्ट पहनने जैसे बयानों को गरीब दिखाने की कोशिश बताया।
डोटासरा ने कहा कि मदन दिलावर ने शीतकालीन अवकाश नहीं होने की बात कही थी, लेकिन वह हुआ।
उन्होंने आरोप लगाया कि ट्रांसफर पैसे लेकर किए जा रहे हैं।
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