Highlights
- दूदू में 'मचान पर मोहब्बत' की खौफनाक सजा, प्रेमी जोड़े को जिंदा जलाया गया।
- विधवा बहू सोनी गुर्जर और उसके प्रेमी कैलाश गुर्जर दोनों की इलाज के दौरान मौत हो गई।
- चाचा ससुर और जेठ ने मिलकर इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया था।
- पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ अब हत्या की धाराएं जोड़ दी हैं।
जयपुर: जयपुर (Jaipur) के दूदू (Dudu) में 'मचान पर मोहब्बत' की खौफनाक सजा मिली है। विधवा बहू सोनी गुर्जर (Soni Gurjar) और प्रेमी कैलाश गुर्जर (Kailash Gurjar) को ससुर-जेठ ने जिंदा जलाया, दोनों की मौत। पुलिस ने हत्या की धारा जोड़ी।
राजस्थान की राजधानी जयपुर जिले से सटे दूदू के मौखमपुरा थाना क्षेत्र के बाड़ोलाव गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। 'मचान पर मोहब्बत' की खौफनाक सजा के तौर पर एक प्रेमी जोड़े को पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया गया, जिससे पूरे प्रदेश में सनसनी फैल गई है। यह घटना समाज में व्याप्त संकीर्ण मानसिकता और 'ऑनर किलिंग' जैसे जघन्य अपराधों की एक और दुखद मिसाल बन गई है।
चार दिन पहले हुई इस वीभत्स वारदात में गंभीर रूप से झुलसी प्रेमिका सोनी गुर्जर ने भी मंगलवार देर रात इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, जिससे यह मामला और भी भयावह मोड़ ले चुका है। इससे पहले, प्रेमी कैलाश गुर्जर (25) की सोमवार देर रात जयपुर के सवाई मानसिंह (SMS) अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस घटना ने पूरे राजस्थान को झकझोर कर रख दिया है और हर कोई आरोपियों के लिए कड़ी से कड़ी सजा की मांग कर रहा है।
मचान पर मोहब्बत की खौफनाक दास्तान
यह दुर्भाग्यपूर्ण और अमानवीय घटना शुक्रवार (28 नवंबर) की रात करीब 2 बजे मौखमपुरा थाना इलाके के बाडोलाव गांव में कैलाश गुर्जर के खेत पर घटित हुई थी। ग्रामीण इलाकों में खेतों पर अक्सर मचान या टापरी बनाई जाती है, जो किसानों के लिए आराम करने या फसल की रखवाली करने का अस्थाई ठिकाना होती है। कैलाश और सोनी गुर्जर उसी रात खेत में बने एक मचान पर एक साथ थे, शायद कुछ पल सुकून के बिताने की उम्मीद में।
लेकिन, उनकी यह 'मोहब्बत' ही उनके लिए मौत का पैगाम बन गई। सोनी के रिश्तेदार, जिसमें उसके चाचा ससुर बिरदी चंद और जेठ गणेश गुर्जर शामिल थे, ने उन्हें मचान पर एक साथ देख लिया। यह देखकर उनके मन में प्रतिशोध की आग भड़क उठी और उन्होंने तुरंत इस प्रेमी जोड़े को पकड़ लिया।
मानवता की सारी हदें पार करते हुए, आरोपियों ने दोनों पर कथित तौर पर पेट्रोल या किसी अन्य ज्वलनशील पदार्थ छिड़क दिया। इसके बाद, उन्होंने बेरहमी से आग लगा दी और मौके से फरार हो गए, दोनों को जलता हुआ छोड़कर। यह दृश्य कल्पना से भी परे है कि किस तरह एक परिवार के ही सदस्य इतनी क्रूरता से अपने ही घर की बहू और उसके प्रेमी की जान लेने पर उतारू हो गए।
जिंदगी की जंग हार गए प्रेमी जोड़े
इस जघन्य हमले में प्रेमी कैलाश गुर्जर करीब 70% तक झुलस गए थे। उन्हें तुरंत जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की हर संभव कोशिश की। लेकिन, सोमवार देर रात इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। कैलाश की मौत के बाद उम्मीद थी कि शायद सोनी बच जाएंगी, लेकिन उनकी हालत और भी गंभीर थी।
प्रेमिका सोनी गुर्जर करीब 90% तक झुलस गई थीं। चार दिनों तक उन्होंने जिंदगी और मौत के बीच एक लंबी और दर्दनाक जंग लड़ी। डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही थी, लेकिन गंभीर चोटों के कारण आखिरकार मंगलवार देर रात उन्होंने भी दम तोड़ दिया। इस तरह, 'मचान पर मोहब्बत' की कीमत दोनों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।
इस घटना के सामने आने के बाद से पूरे बाड़ोलाव गांव और आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है। ग्रामीण इस कृत्य को न केवल जघन्य अपराध बल्कि मानवता को शर्मसार करने वाला बता रहे हैं। हर कोई इस बात से स्तब्ध है कि कैसे कुछ लोग प्रेम संबंधों को लेकर इतनी क्रूरता पर उतर सकते हैं।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई और कानूनी प्रक्रिया
मौखमपुरा पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई की। दूदू के एएसपी शिवलाल बैरवा और डीएसपी दीपक खण्डेलवाल के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसे आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का जिम्मा सौंपा गया। पुलिस टीम ने तेजी से जांच करते हुए घटना के 12 घंटे के भीतर ही दो मुख्य आरोपियों, महिला के चाचा ससुर बिरदी चंद और जेठ गणेश गुर्जर, को गिरफ्तार कर लिया था।
शुरुआती जांच में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 307 (हत्या का प्रयास) सहित अन्य गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया था। लेकिन, चूंकि अब दोनों पीड़ितों, सोनी गुर्जर और कैलाश गुर्जर, की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है, इसलिए पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) भी जोड़ दी है। यह धारा आरोपियों को आजीवन कारावास या मृत्युदंड तक की सजा दिला सकती है, जो इस जघन्य अपराध की गंभीरता को दर्शाता है।
ऑनर किलिंग का स्याह पहलू और परिजनों की मांग
यह घटना एक बार फिर समाज में 'ऑनर किलिंग' (Honor Killing) के स्याह पहलू को उजागर करती है। ग्रामीण इलाकों में आज भी प्रेम संबंधों को लेकर रूढ़िवादी और संकीर्ण मानसिकता हावी है, जहां परिवार की 'इज्जत' के नाम पर प्रेमी जोड़ों को मौत के घाट उतार दिया जाता है। सोनी गुर्जर एक विधवा थीं, और उनके प्रेम संबंध को परिवार ने शायद स्वीकार नहीं किया, जिसकी परिणति इस खौफनाक हत्याकांड में हुई।
पीड़ित परिवार का कहना है कि इस जघन्य हत्याकांड में केवल चाचा ससुर और जेठ ही नहीं, बल्कि कई अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं, जिन्होंने इस वारदात की साजिश रची या उसमें मदद की। परिजनों ने पुलिस से मांग की है कि मामले की गहनता से जांच की जाए और इस वारदात में शामिल सभी अन्य आरोपियों को भी जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए, ताकि प्रेमी जोड़े को न्याय मिल सके और उन्हें शांति मिल सके।
यह घटना समाज के लिए एक बड़ा सवाल है कि हम कब तक प्रेम और व्यक्तिगत स्वतंत्रता को 'इज्जत' के नाम पर कुचलते रहेंगे। उम्मीद है कि पुलिस इस मामले में निष्पक्ष और त्वरित कार्रवाई कर सभी दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और हर व्यक्ति को सम्मान और सुरक्षा के साथ जीने का अधिकार मिल सके।
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