Crime: सांचौर में फर्जी आधार कार्ड रैकेट: दो सेंटर पर बच्चों को लालच देकर लिए फिंगर प्रिंट, संचालक गिरफ्तार

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सांचौर जिले के चितलवाना में फर्जी आधार कार्ड बनाने का एक मामला सामने आया है। यहां पर स्कूली बच्चों को 200 रुपए का लालच देकर उनके फिंगर प्रिंट और फोटो लिए जा रहे थे और इनका इस्तेमाल दूसरों के नाम से आधार कार्ड बनाने में किया जा रहा था। चितलवाना पुलिस ने इस मामले में सेडिया निवासी मनोहरलाल पुत्र गोगाराम विश्नोई को गिरफ्तार कर लिया है। यह ई-मित्र संचालक अपने साथी सुनील, रमेश भादू और विकास के साथ मिलकर यह फर्जीवाड़ा कर रहा था। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने सात छात्रों के फिंगर प्रिंट, फुट प्रिंट और आंखों की स्कैनिंग कर फर्जी आधार कार्ड बनाए हैं।

इस घटना की सूचना मिलने पर सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग, राजस्थान सरकार द्वारा गठित जांच टीम ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जालोर शहर के हेड पोस्ट ऑफिस रोड पर स्थित वेटरनरी हॉस्पिटल के पास संचालित आधार सेंटर पर टीम से हाथापाई और हमला भी किया गया। यह घटना शुक्रवार को हुई।

जांच अधिकारी सूर्य प्रकाश एसीपी (डीडी), दिनेश मेघवाल प्रोग्रामर और महेन्द्र बालोत सहायक प्रोग्रामर की टीम ने पाया कि भावेश कुमार पुत्र मोहनलाल माली का आधार सेंटर अवैध रूप से संचालित हो रहा था। जांच के दौरान भावेश कुमार ने टीम के साथ सहयोग नहीं किया और हाथापाई पर उतर आया। पुलिस को बुलाकर आरोपी के लैपटॉप और दस्तावेज जब्त किए गए। मौके पर मौजूद आधार कार्ड बनवाने आए रेजीडेंट डॉक्टर से पूछताछ में पता चला कि वह यहां आधार कार्ड बनवाने आया था।

एसपी हरिशंकर के निर्देशन में डीएसपी जेठू सिंह के सुपरविजन में चितलवाना थानाधिकारी ने इस फर्जीवाड़े का खुलासा किया। मामले की जांच जारी है और अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।

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