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भगवान के भक्त हैं तो मंदिर में भी भक्त की तरह ही जाए। मंदिर को कभी भी सैर-सपाटा या पिकनिक स्थल न बनाएं। ऐसा ही कुछ संदेश देना चाहता है राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में स्थित कोटड़ी चारभुजा नाथ मंदिर।
भीलवाड़ा | भगवान के भक्त हैं तो मंदिर में भी भक्त की तरह ही जाए। मंदिर को कभी भी सैर-सपाटा या पिकनिक स्थल न बनाएं।
ऐसा ही कुछ संदेश देना चाहता है राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में स्थित कोटड़ी चारभुजा नाथ मंदिर।
भीलवाड़ा को वस्त्र नगरी के रूप में भी जाना जाता है। ऐसे में यहां सभी जगहों से लोगों का आना-जाना होता है।
जिसके चलते भीलवाड़ा जिले के कोटडी उपखंड मुख्यालय पर स्थित श्री कोटड़ी चारभुजा नाथ मंदिर में भी बड़ी संख्या में लोग दर्शन करने पहुंचते हैं।
मेवाड़ क्षेत्र के प्रसिद्ध एवं जन-जन की आस्था के केंद्र श्री कोटड़ी चारभुजा नाथ मंदिर में भक्तों की भीड़ लगी रहती है।
लेकिन भक्तों के पहनावे को देखकर ऐसा लगता है जैसे वे भगवान के दर्शन करने नहीं बल्कि सैर-सपाटे के लिए वहां आए हैं।
ऐसे में मंदिर कमेटी ने भक्तों के कपड़ों को लेकर अब बड़ा निर्णय लिया है।
जिसके अनुसार, मंदिर में दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को अब मर्यादित कपड़े पहन कर ही आना होगा।
अगर कोई भी अमर्यादित वस्त्र पहन कर मंदिर में दर्शन के लिए आता है तो उसे अनुमति नहीं दी जाएगी।
ऐसे में उनको मंदिर के बाहर से ही दर्शन करके लौटना पड़ेगा। यह निर्णय मंदिर के ट्रस्ट समिति द्वारा लिया गया है।
मंदिर कमेटी के अनुसार, चारभुजा मंदिर ट्रस्ट समिति ने निर्णय के अनुसार, मंदिर में आने वाले सभी श्रद्धालुओं जिनमें महिलाएं और पुरुष, लड़कियां एवं युवा बच्चे मर्यादित वस्त्र पहन कर ही मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे।
नहीं चलेंगे इस तरह के कपड़े
मंदिर कमेटी के अनुसार, अब मंदिर में छोटे वस्त्र जैसे हाफ पेंट, बरमूडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, कटी फटी जींस आदि अमर्यादित कपड़े पहनकर कोई भी में दर्शन के लिए नहीं आ सकेगा।
मंदिर में लगया गया विन्रम आग्रह बोर्ड
श्रद्धालुओं की जानकारी के लिए मंदिर परिसर में विन्रम आग्रह बोर्ड भी लगाए गए हैं।
इसी के साथ वहां आने वाले श्रद्धालुओं को भी हाथ जोड़कर इस बारे में अवगत कराया जा रहा है।