Highlights
- पायलट समर्थकों को अब लग रहा है कि शायद एक बार फिर आलाकमान से सचिन पायलट को तारीख मिल चुकी है
- रंधावा ने जिस तरह के संकेत दिए है उसके बाद लग रहा है कि सचिन पायलट को लेकर होने वाला फैसला एक बार के लिए फिर टल गया है
- सचिन पायलट के मामले में अब राहुल और प्रियंका की एन्ट्री हो चुकी है. राहुल गाँधी ने पार्टी के नेताओं को ऐसे संकेत दिए है कि वे सचिन पायलट के मामले में जल्दबाजी न करें
- रंधावा जल्दी ही जयपुर आएँगे और जयपुर आकर कांग्रेस के एक-एक विधायक से वन-टू-वन फीडबैक लेंगे
Jaipur:
कल पूरे दिन राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा की पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ हुई मीटिंग की चर्चा होती रही. कयास लगाए जा रहे थे कि शायद आज शाम तक सचिन पायलट को लेकर कोई फैसला आ जाएगा लेकिन देर रात तक फैंसला नहीं आने से मायूस हुए पायलट समर्थकों को अब लग रहा है कि शायद एक बार फिर आलाकमान से सचिन पायलट को तारीख मिल चुकी है.
पायलट को लेकर कांग्रेस के बदलते सुर
सचिन पायलट के अनशन के बाद कांग्रेस में हलचल तेज हो चुकी है. राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ना केवल लगातार पार्टी के बड़े नेताओं से मुलाकात कर रहे है बल्कि अब उन्होंने जिस तरह के संकेत दिए है उसके बाद लग रहा है कि सचिन पायलट को लेकर होने वाला फैसला एक बार के लिए फिर टल गया है.
जानकारी के मुताबिक इस सचिन पायलट के मामले में अब राहुल और प्रियंका की एन्ट्री हो चुकी है. राहुल गाँधी ने पार्टी के नेताओं को ऐसे संकेत दिए है कि वे सचिन पायलट के मामले में जल्दबाजी न करे.
ये सुझाएंगे राजस्थान की गुत्थी
सचिन पायलट को लेकर राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और महासचिव केसी वेणुगोपाल की राहुल गाँधी से मुलाक़ात हुई है. जिसमें राजस्थान को लेकर हुई चर्चा में राहुल गाँधी ने कहा है कि वे इस मामले को अच्छी तरह से सुनकर ही फैसला लें.
एक खबर ये भी आ रही है कि राजस्थान मामले पर सचिन पायलट और अशोक गहलोत से बात करने के लिए कमलनाथ और केसी वेणुगोपाल को पार्टी राजस्थान भेजेगी.बताया तो यह भी जा रहा है कि कमलनाथ और केसी वेणुगोपाल पायलट-गहलोत को आमने-सामने बिठाकर बात कर सकते हैं.
रंधावा लेंगे वन टू वन फीडबैक
सुखजिंदर सिंह रंधावा का पायलट के अनशन के अगले ही दिन जयपुर दौरा था लेकिन आनन-फानन में रंधावा ने अपना जयपुर दौरा रद्द कर दिया. अब खबर है कि रंधावा जल्दी ही जयपुर आएँगे और जयपुर आकर वे कांग्रेस के एक-एक विधायक से वन-टू-वन फीडबैक लेंगे. संभव है कि विधायकों से वन-टू वन फीडबैक लेने के बाद राजस्थान पर कोई फैसला हो पाए.
खरगे के प्लान का क्या होगा
कुछ दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कांग्रेस को एक प्लान दिया था. खरगे के प्लान के मुताबिक सचिन पायलट को या तो AICC में महासचिव का पद दिया जाए या फिर राजस्थान PCC की कमान उन्हें दी जाए. लेकिन AICC के खुद पायलट राजी नहीं है और PCC की कमान पायलट को सौंपे जाने के लिए अशोक गहलोत की सहमति नहीं है.
ऐसे में लग रहा है कि शायद इस प्लान पर कोई फैसला होना मुश्किल है. क्योंकि कल दिनभर चली बैठकों के दौर के बाद सामने आया कि कांग्रेस ने सचिन पायलट को AICC में महासचिव का पद ऑफर किया था जिसे पायलट ने ठुकरा दिया और कहा कि केन्द्र की राजनीति में उनका कोई इंट्रेस्ट नहीं है.
लब्बोलुआब यह है कि सचिन पायलट के अनशन के बाद सीरियस मोड़ में आई कांग्रेस एक बार फिर पायलट के मुद्दे को टालना चाहती है. क्योंकि कल शाम तक उम्मीद थी कि सचिन पायलट को लेकर फैसला अब जल्दी आने वाला है.
लेकिन रात होते-होते जिस तरह से सुखजिंदर सिंह रंधावा के बयान बदले उसके बाद लग रहा है कि एक बार फिर से सचिन पायलट को तारीख मिल चुकी है.