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केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल (Arjun Ram Meghwal) के खिलाफ बगावती तेवर देखते हुए सियासी गलियारों में चर्चा है कि वे कांग्रेस से टिकट जुगाड़ने की तलाश में हैं।
जयपुर | Kailash Meghwal vs Arjun Ram Meghwal: राजस्थान विधानसभा में स्पीकर पद की कमान संभाल चुके कैलाश मेघवाल (Kailash Meghwal) पिछले कई दिनों से सुर्खियों में बने हुए हैं।
भले ही कैलाश मेघवाल 90 साल के हो गए हों, लेकिन उनमें आज भी राजनीतिक जोश वैसा ही दिखाई देता है।
अब उनके अपनी ही पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल (Arjun Ram Meghwal) के खिलाफ बगावती तेवर देखते हुए सियासी गलियारों में चर्चा है कि वे कांग्रेस से टिकट जुगाड़ने की तलाश में हैं।
दरअसल, राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के घमासान के बीच भाजपा के दो नेताओं के बीच घमासान शुरू हो गया है।
पूर्व स्पीकर कैलाश मेघवाल ने चुनावों से ठीक पहले केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को भ्रष्ट बताकर राजनीति में तहलका मचा दिया है।
कैलाश मेघवाल ने उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर निकालने तक की बात कह दी है।
जहां एक ओर भाजपा प्रदेश चुनाव और लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है वहीं कैलाश मेघवाल के इस बयान पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी है।ऐसे में भाजपा ने कैलाश मेघवाल को अनुशासनहीनता का नोटिस भेज दिया है।
इसी बीच ये भी चर्चा है कि अगर कैलाश मेघवाल अपने लगाए गए आरोप साबित नहीं कर पाए या फिर इन बयानों का खंडन नहीं किया तो पार्टी उन्हें बाहर का रास्ता दिखा सकती है।
वहीं दूसरी ओर, केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल का कहना है कि शाहपुरा के एक कार्यक्रम में कैलाश मेघवाल ने सार्वजनिक रूप से उन्हें धमकी दी है।
उन्होंने कहा कि मुझे टिकट दोगे या नहीं ? ये 75 साल वाली सीमा तोड़ देना। इस पर मैंने कहा कि टिकट दिलाने वाला मैं कौन ? इसका निर्णय तो पार्टी करेगी।
उन्हें तो कांग्रेस का टिकट चाहिए। इसलिए ही मुझ पर आरोप लगा रहे हैं और सीएम अशोक गहलोत की तारीफ कर रहे हैं।
कैलाश मेघवाल का कहना है वे किसी से दबने या डरने वाले नहीं। उन्हें चिट्ठी मिली है। जिसका जवाब भी वे चिट्ठी के जरिए ही देंगे।
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि वे जल्द ही आरोपों के सबूत इकट्ठे कर बड़ा खुलासा भी करेंगे। कांग्रेस से टिकट लेने के अर्जुनराम मेघवाल के आरोपों पर उन्होंने कहा कि वे कुछ भी बोल सकते हैं।