Highlights
- कोटा में फर्जी गोदनामा बनाकर बच्चे को बेचने की कोशिश नाकाम।
- रेलवे कॉलोनी थाना पुलिस ने आरोपी राहुल अग्रवाल को गिरफ्तार किया।
- अमेरिका के कैलिफोर्निया से आए डॉक्टर दंपति ने 14 माह की बच्ची को गोद लिया।
- बच्ची को गोद लेने की प्रक्रिया दो साल से अधिक समय में पूरी हुई।
कोटा: रेलवे कॉलोनी थाना पुलिस ने एक नाबालिग बच्चे को बेचने की कोशिश को नाकाम करते हुए आरोपी राहुल अग्रवाल को गिरफ्तार किया है। वहीं, अमेरिका के कैलिफोर्निया से आए एक डॉक्टर दंपति ने कोटा की 14 माह की बच्ची को कानूनी रूप से गोद लेकर मानवता की मिसाल पेश की है।
कोटा में एक तरफ जहां पुलिस ने एक मासूम की जिंदगी बचाकर उसे सुरक्षित भविष्य की ओर अग्रसर किया है, वहीं दूसरी ओर एक विदेशी दंपति ने एक बच्ची को नया जीवन देकर समाज में सकारात्मक संदेश दिया है। यह घटनाक्रम कोटा शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है, जहां मानवीयता और अपराध दोनों के पहलू एक साथ सामने आए हैं, जो समाज की विभिन्न परतों को उजागर करते हैं।
बच्चा बेचने की कोशिश नाकाम: पुलिस ने किया खुलासा
कोटा रेलवे कॉलोनी थाना क्षेत्र में एक बेहद शर्मनाक और अमानवीय वारदात सामने आई, जहां एक 4 वर्षीय मासूम बच्चे को अवैध रूप से बेचने की कोशिश की गई। कोटा सिटी एसपी तैजस्वनी गौतम ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए थे। पुलिस टीम ने गहन जांच-पड़ताल के बाद इस मामले में मुख्य आरोपी राहुल अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, जिसने एक मासूम की जिंदगी बचाई है।
पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ कि आरोपी हेमलता, प्रमोद और राहुल अग्रवाल ने सुनियोजित तरीके से मिलीभगत कर इस बच्चे को 1 लाख 25 हजार रुपये में बेचने की योजना बनाई थी। इस आपराधिक कृत्य को अंजाम देने के लिए आरोपियों ने न केवल बच्चे के पिता को झूठा मृत घोषित कर दिया था, बल्कि एक फर्जी गोदनामा भी तैयार किया था। यह एक गंभीर अपराध था, जिसमें मासूम बच्चे के भविष्य और अधिकारों को दांव पर लगाया जा रहा था। पुलिस ने इस पूरे रैकेट का भंडाफोड़ किया है।
फर्जी गोदनामा और आरोपियों की मिलीभगत
पुलिस की विशेष टीम ने तकनीकी निगरानी और अपने मुखबिरों से मिली सटीक सूचना के आधार पर सभी आरोपियों की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी। पुख्ता सबूत इकट्ठा करने के बाद इस पूरे मामले का सफलतापूर्वक पर्दाफाश किया गया। मुख्य आरोपी राहुल अग्रवाल, जो पुलिस से लगातार छिपने की कोशिश कर रहा था, को आखिरकार 8 दिसंबर को गिरफ्तार कर लिया गया। अगले दिन, 9 दिसंबर को उसे न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस इस मामले में शामिल अन्य आरोपियों की भूमिका और उनके नेटवर्क की भी गहनता से जांच कर रही है ताकि इस तरह के अपराधों पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जा सके।
अमेरिकी डॉक्टर दंपति ने दिया नया जीवन
इसी बीच, कोटा में एक और हृदयस्पर्शी और प्रेरणादायक घटना सामने आई है। अमेरिका के कैलिफोर्निया में रहने वाले एक भारतीय मूल के डॉक्टर दंपति ने कोटा की 14 माह की एक बच्ची को कानूनी प्रक्रिया के तहत गोद लिया है। दंपति ने बताया कि उनकी जड़ें भारत से जुड़ी हुई हैं और वे हमेशा से ही भारत से एक बेटी को गोद लेना चाहते थे ताकि वे अपनी संस्कृति और विरासत से जुड़े रह सकें। यह उनका एक लंबे समय से संजोया सपना था।
यह गोद लेने की प्रक्रिया दो साल से अधिक समय में पूरी हुई है, जिसमें कई कानूनी औपचारिकताओं और धैर्य की आवश्यकता थी। दंपति ने बच्ची को गोद लेकर न केवल उसे एक सुरक्षित और प्यार भरा भविष्य दिया है, बल्कि भारत और अमेरिका के बीच सांस्कृतिक सेतु का भी काम किया है। यह नेक कदम कई अन्य लोगों को भी अनाथ या जरूरतमंद बच्चों को गोद लेने के लिए प्रेरित करेगा और समाज में सकारात्मक बदलाव लाएगा।
जिला प्रशासन ने दी शुभकामनाएं
जिला कलक्टर पीयूष समारिया ने इस अवसर पर डॉक्टर दंपति को शुभकामनाएं दीं और बच्ची के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि यह एक अत्यंत सराहनीय कदम है, जो समाज में मानवता और प्रेम का सकारात्मक संदेश देता है। इस मौके पर सामाजिक न्याय विभाग की संयुक्त निदेशक सविता कृष्णिया, नारी निकेतन की अधीक्षक अंशुल मेंदीरत्ता और बाल संरक्षण इकाई के अधिकारी भी मौजूद रहे। सभी ने दंपति के इस मानवीय कार्य की सराहना की और बच्ची को अपना आशीर्वाद प्रदान किया, उम्मीद जताई कि बच्ची एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जिएगी।
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