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माली-सैनी समाज द्वारा आरक्षण को लेकर जारी आंदोलन में सीएम गहलोत के वार्ता को लेकर तैयार होने के बाद खत्म होने के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन आंदोलन स्थल पर एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली है। जिसके चलते ये मामला एक बार फिर से गरमा गया है।
जयपुर | Mali-Saini Samaj Movement: राजस्थान के भरतपुर में चल रहे माली-सैनी समाज के आंदोलन में मंगलवार को एक नया मोड़ आ गया है। जिसके चलते विराम की और जा रहा आंदोलन एक बार फिर से भड़कता दिखाई दे रहा है।
माली-सैनी समाज द्वारा आरक्षण को लेकर जारी आंदोलन में सीएम गहलोत के वार्ता को लेकर तैयार होने के बाद खत्म होने के कयास लगाए जा रहे थे।
लेकिन आंदोलन स्थल पर एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली है। जिसके चलते ये मामला एक बार फिर से गरमा गया है।
आपको बताना चाहेंगे कि आंदोलन का आज पांचवा दिन है। बीते सोमवार को सीएम अशोक गहलोत ने समाज से अपील करते हुए जाम हाइवे को खोलने की बात कही थी और कहा था कि वार्ता का रास्ता खुला है, सभी की बात सुनी जाएगी।
जानकारी के अनुसार, आंदोलन स्थल पर एक युवक ने आत्महत्या कर ली। ये पिछले कई दिनों से आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभा रहा था।
बताया जा रहा है कि आंदोलन स्थल के पास इस व्यक्ति ने नेशनल हाईवे-21 के किनारे पेड़ से फंदा लगाकर आत्महत्या की है।
इसे देखकर मौके पर काफी संख्या में पहले से मौजूद लोगों ने हंगामा खड़ा कर दिया और जबरदस्त तरीके से नारेबाजी की।
सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को भरतपुर के राय बहादुर मेमोरियल अस्पताल की मॉर्च्यूरी में रखवाया गया है।
पुलिस के अनुसार, मृतक व्यक्ति की पहचान पास ही के गांव ललिता मुड़िया के रूप में हुई है। वहीं मृतक का नाम मोहन सिंह बताया जा रहा है।
पुलिस को मृतक की तलाशी में उसकी जेब से एक पर्चा मिला है। जिस पर लिखा है- ज्योतिबा फुले अमर रहे, 12 प्रतिशत आरक्षण लेकर रहेंगे।
सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारी के शव को पेड़ से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया है । आंदोलनकारियों को कहना है कि कई दिनों से चल रहे आंदोलन के बावजूद सरकार और प्रशासन की बेरुखी से दुखी होकर मोहन सिंह ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या की है।
वहीं दूसरी ओर, आज माली-सैनी समाज आरक्षण संघर्ष समिति के 15 सदस्य कमेटी सीएम गहलोत से वार्ता करने के लिए जयपुर पहुंची है।