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कांग्रेस पार्टी आलाकमानों के सामने उम्मीदवारों का चयन बेहद ही टेड़ी खीर होता जा रहा है। शिव विधानसभा क्षेत्र में अमीन खान की जोरदार पकड़ है। ऐसे में उनके स्थान पर किसी और उम्मीदवार को टिकट देना कांग्रेस पार्टी को भारी पड़ सकता है।
बाड़मेर | विधानसभा चुनावों के लिए चल रही उम्मीदवारों की माथापच्ची के बीच कांग्रेस के 84 वर्षीय वरिष्ठ नेता एवं विधायक अमीन खान ने एक बार फिर से टिकट की उम्मीदवारी जताते हुए ताल ठोक दी है।
वयोवृद्ध कांग्रेसी नेता अमीन खान बाड़मेर की शिव विधानसभा सीट से टिकट के लिए अड़ गए हैं।
उनका कहना है कि इस सीट से कोई दूसरा उम्मीदवार नहीं जीत सकेगा और उसे करारी हार झेलनी पड़ेगी।
विधानसभा चुनाव में कुछ ही समय बचा है। ऐसे में छोटे से लेकर बड़े स्तर के सभी नेता टिकट को लेकर जोर आजमाइश कर रहे हैं।
टिकट पाने की होड़ में तो कई नेताओं में तकरार भी देखने को मिल रही है।
ऐसे में कांग्रेस पार्टी आलाकमानों के सामने उम्मीदवारों का चयन बेहद ही टेड़ी खीर होता जा रहा है।
शिव विधानसभा क्षेत्र में अमीन खान की जोरदार पकड़ है। ऐसे में उनके स्थान पर किसी और उम्मीदवार को टिकट देना कांग्रेस पार्टी को भारी पड़ सकता है।
शिव सीट पर फतेह खान ने भी ठोकी दावेदारी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं विधायक अमीन खान की विधानसभा सीट शिव पर टिकट के लिए कांग्रेस के जिला अध्यक्ष फतेह खान ने भी दावेदारी ठोक दी है।
ऐसे में इन दोनों नेताओं के बीच तकरार बढ़ती जा रही है और अब तो ये तकरार सार्वजनिक मंच तक पहुंच गई है।
खुद अमीन खान भी इस बात का दावा करते हैं कि इस सीट से अगर कोई दूसरा कांग्रेस प्रत्याशी जीतता है तो वे उसे इनाम देंगे।
उन्होंने दावा किया कि इस सीट पर उनके अलावा कोई मुसलमान नहीं जीत सकता है।
शिव विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान शिव विधायक अमीन खान ने कांग्रेस के जिला अध्यक्ष फतेह खान पर निशाना साधते हुए कहा कि मेरे सिवाय अगर और कोई मुसलमान यहां से जीत गया तो मैं 1 लाख एक रुपये इनाम दूंगा।
मेरे अलावा किसी और को टिकट दिया गया तो वह 40 हजार से ज्यादा वोटों से मात खाएगा।
अगर उम्र आड़े आती है तो बेटे को मिले टिकट
बता दें कि 84 साल के हो चुके विधायक अमीन खान यह भी कह चुके है कि अगर उनकी उम्र टिकट में देने में आड़े आती है तो शिव विधानसभा सीट से उनके बेटे को टिकट दिया जाए।
चुनाव सिर पर है और उम्मीदवारों के नामों को लेकर पार्टी नेता लगातार मंथन में जुटे हुए हैं, लेकिन टिकट को लेकर हो रही इस तरह की दावेदारी ने पार्टी आलाकमानों की परेशानी को और बढ़ा दिया है।