Highlights
- परिजनों ने नीरजा मोदी स्कूल पर छात्रा अमायरा को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया।
- कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने मुख्यमंत्री से बात कर कार्रवाई की मांग का आश्वासन दिया।
- पुलिस ने स्कूल स्टाफ, शिक्षकों और अमायरा के सहपाठियों के बयान दर्ज किए।
- सीसीटीवी फुटेज में अमायरा को अपशब्दों की शिकायत करते और फिर चौथी मंजिल से कूदते देखा गया।
जयपुर: जयपुर (Jaipur) के नीरजा मोदी स्कूल (Neerja Modi School) में छात्रा अमायरा (Amaira) की आत्महत्या पर परिजनों ने स्कूल पर अपशब्दों और उकसाने का आरोप लगाया। कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा (Kirodilal Meena) से कार्रवाई की मांग। पुलिस व शिक्षा विभाग जांच कर रहे हैं।
परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप
जयपुर के नीरजा मोदी स्कूल में चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या करने वाली चौथी कक्षा की छात्रा अमायरा के परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
छात्रा के परिजनों ने बुधवार को कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा से मुलाकात की और अपनी पीड़ा व्यक्त की।
परिजनों ने स्कूल प्रशासन पर बच्ची को आत्महत्या के लिए उकसाने का सीधा आरोप लगाया है।
अमायरा के मामा साहिल ने बताया कि स्कूल में अन्य बच्चे अमायरा को लगातार परेशान करते थे और उसके लिए गलत शब्दों का प्रयोग करते थे।
उन्होंने कहा कि इस बारे में सितंबर में स्कूल प्रशासन से शिकायत की गई थी, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया।
पिछले साल भी उन्होंने एक टीचर से इस संबंध में शिकायत की थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
सीसीटीवी फुटेज और मंत्री का हस्तक्षेप
परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि स्कूल सीसीटीवी फुटेज साझा नहीं करना चाहता है।
नियमानुसार 30 दिन की रिकॉर्डिंग उपलब्ध होनी चाहिए, लेकिन स्कूल इसे देने से कतरा रहा है।
उन्होंने सवाल उठाया कि बच्ची को ऐसा क्या कहा गया कि उसने इतना बड़ा कदम उठाया, जबकि वह केवल नॉवल और किताबें पढ़ने वाली शांत स्वभाव की थी।
मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने परिजनों की आशंका को स्वाभाविक बताया और उन्हें न्याय का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि वे इस मामले में मुख्यमंत्री से बात करेंगे और सख्त कार्रवाई की मांग करेंगे।
मंत्री ने यह भी कहा कि स्कूल की ओर से सबूत छिपाने की कोशिश की आशंका की भी गहन जांच होनी चाहिए।
पुलिस जांच का दायरा बढ़ा
उधर, मानसरोवर थाने के एसएचओ लखन सिंह खटाना ने बताया कि छात्रा अमायरा की मौत मामले में पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है।
पुलिस टीम ने स्कूल स्टाफ और मृतक छात्रा की क्लास की चार छात्राओं से पहले ही बातचीत की थी।
बुधवार को स्कूल पहुंची पुलिस टीम ने स्कूल टीचर और 5-7 क्लासमेट के बयान दर्ज किए हैं।
अभी कुछ और स्टूडेंट्स के भी बयान दर्ज करना बाकी है, जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।
एडिशनल डीसीपी ललित कुमार शर्मा और एसीपी मानसरोवर आदित्य काकड़े की मॉनिटरिंग में मानसरोवर थानाधिकारी लखन खटाना जांच में जुटे हैं।
शिक्षा मंत्री का सख्त रुख
नीरजा मोदी स्कूल में छात्रा की आत्महत्या मामले पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इसे बेहद दुखद घटना बताया।
उन्होंने बताया कि केंद्र की सीबीएसई टीम और राज्य सरकार की टीम मामले में जांच कर रही हैं।
राज्य टीम को रिपोर्ट तैयार करने के लिए दो दिन का अतिरिक्त समय दिया गया है।
दिलावर ने कहा कि उन्हें इस बात की लिखित जानकारी नहीं है कि स्कूल प्रबंधन ने जांच टीम को अंदर जाने से रोका था।
लेकिन अगर स्कूल ने किसी भी शिक्षा विभाग के अधिकारी के साथ ऐसा किया है और इसकी शिकायत विभाग के कर्मचारियों ने दी तो स्कूल प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
न्याय की मांग को लेकर कैंडल मार्च
अमायरा सुसाइड केस में न्याय की मांग को लेकर बुधवार शाम को एक मौन कैंडल मार्च निकाला गया।
संयुक्त अभिभावक संघ के आह्वान पर अभिभावकों ने नम आंखों से अमायरा को श्रद्धांजलि दी।
इसके बाद प्रतिनिधिमंडल ने मानसरोवर थाना इंचार्ज लखपत सिंह खटाना को शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के नाम एक ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में नीरजा मोदी स्कूल प्रशासन की लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई, स्कूल की मान्यता रद्द करने और मामले की निष्पक्ष जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) गठित करने की मांग की गई है।
सीसीटीवी फुटेज से नए खुलासे
जयपुर के नीरजा मोदी स्कूल में चौथी मंजिल से कूदने वाली छात्रा अमायरा की मौत के मामले में सीसीटीवी फुटेज से नए मोड़ सामने आए हैं।
एक टीचर के बयान से पता चला कि अमायरा ने क्लास में कुछ छात्रों के 'बैड वर्ड' (अपशब्द) यूज करने की शिकायत की थी।
एक सीसीटीवी फुटेज में अमायरा के कूदने से पहले दो छात्र सीढ़ियों से जाते नजर आ रहे हैं।
यही नहीं, अमायरा के कूदने के बाद एक महिला टीचर ने रेलिंग से झुककर नीचे देखा था।
दूसरी तरफ से दो स्टूडेंट्स ने भी रेलिंग से नीचे देखा था, जिससे घटना की गंभीरता का पता चलता है।
राजस्थान शिक्षा विभाग और दिल्ली से आई केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की संयुक्त टीम ने सोमवार को स्कूल में पहुंचकर पांच घंटे तक जांच की थी।
जांच में निरीक्षण के साथ ही स्कूल स्टाफ और टीचर्स के बयान दर्ज किए गए, जिसमें यह महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई।
जांच टीम विस्तृत रिपोर्ट तैयार करके केंद्रीय शिक्षा मंत्री को सौंपेगी।
अमायरा की अंतिम गतिविधियां
जांच टीम को एक सीसीटीवी फुटेज में अमायरा दो बार क्लास टीचर के पास जाती नजर आई।
टीम ने क्लास टीचर से इस बारे में पूछा तो पता चला कि अमायरा ने उस दिन (1 नवंबर) क्लास में कुछ छात्रों के अपशब्दों का प्रयोग करने को लेकर शिकायत की थी।
इसके कुछ देर बाद अमायरा ने वॉशरूम जाने की परमिशन ली थी।
फुटेज से पता चला कि वॉशरूम जाने की परमिशन लेकर अमायरा क्लास रूम से निकल गई।
वह तीसरी मंजिल पर पहुंची और वहां रुककर रेलिंग की तरफ देखती रही।
कुछ ही सेकंड बाद वह वहां से चौथी मंजिल पर गई।
ऊपर चढ़ते समय सीढ़ियों पर उसके आगे दो छात्र चल रहे थे।
कुछ ही देर में दोनों छात्र सीढ़ियां चढ़ते ऊपर चले गए और अमायरा रेलिंग पर चढ़ गई।
इसके बाद वह चौथी मंजिल से कूद गई, जिससे उसकी मौत हो गई।
जांच टीम ने अमायरा के स्कूल आने से लेकर हादसे के बाद तक के करीब डेढ़ घंटे के सीसीटीवी फुटेज चेक किए।
सीसीटीवी फुटेज की जांच करने पर अमायरा की हर गतिविधि सामान्य दिखाई दे रही थी।
जांच टीम को छात्रा किसी भी तरह से परेशान या सहमी हुई नहीं दिखाई दी, जो एक विरोधाभासी तथ्य है।
पुलिस ने मंगलवार को भी स्टाफ से बयान लिए और अमायरा की चौथी क्लास के स्टूडेंट्स से भी बातचीत की।
परिजनों ने स्कूल स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
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