जयपुर के विद्यालयों में प्रोजेक्ट किशोरी: तीन स्कूलों में सैकड़ों बेटियों को बांटी गईं हाईजीन किट्स

तीन स्कूलों में सैकड़ों बेटियों को बांटी गईं हाईजीन किट्स
Project Kishori Program by Prazna Foundation in Jaipur
Ad

Highlights

प्रोजेक्ट किशोरी ने जयपुर के विभिन्न विद्यालयों में सफलतापूर्वक बालिकाओं को मासिक धर्म स्वच्छता के प्रति जागरूक किया और उन्हें इस विषय पर खुलकर बात करने के लिए प्रोत्साहित किया।

इस पहल से न केवल किशोरियों का स्वास्थ्य बेहतर होगा, बल्कि उन्हें अपने जीवन में स्वच्छता के महत्व को समझने और आत्मनिर्भर बनने में भी मदद मिलेगी।

जयपुर, 5 सितंबर – राजस्थान में किशोरियों के स्वास्थ्य और मासिक धर्म स्वच्छता पर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से चलाए जा रहे ‘प्रोजेक्ट किशोरी’ के तहत जयपुर के विभिन्न स्कूलों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। प्रजना फाउंडेशन और ब्रह्मोस एयरोस्पेस के संयुक्त प्रयास से, इस सप्ताह तीन सरकारी विद्यालयों में सैकड़ों बालिकाओं को हाईजीन किट्स वितरित की गईं और मासिक धर्म स्वच्छता पर जानकारी दी गई।

प्रोजेक्ट किशोरी ने जयपुर के विभिन्न विद्यालयों में सफलतापूर्वक बालिकाओं को मासिक धर्म स्वच्छता के प्रति जागरूक किया और उन्हें इस विषय पर खुलकर बात करने के लिए प्रोत्साहित किया। इस पहल से न केवल किशोरियों का स्वास्थ्य बेहतर होगा, बल्कि उन्हें अपने जीवन में स्वच्छता के महत्व को समझने और आत्मनिर्भर बनने में भी मदद मिलेगी।

प्रोजेक्ट किशोरी की व्यापक पहल

पांच्यावाला स्थित बासड़ी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में किशोरी क्लब का गठन किया गया और बालिकाओं को मासिक धर्म से संबंधित स्वच्छता के उपायों के बारे में जानकारी दी गई।

रोहित अस्पताल की निदेशक, डॉक्टर शैलजा जैन ने छात्राओं से संवाद करते हुए उनकी दैनिक स्वच्छता से जुड़ी समस्याओं पर खुलकर बात की और योग एवं स्वास्थ्य देखभाल के महत्व पर जोर दिया। इस अवसर पर विद्यालय की प्रिंसिपल नीलू आर्य मटोरिया और शिक्षिकाएं सरोज वर्मा, अंजलि वत्स और मनोज सावरिया ने भी कार्यक्रम में सक्रिय सहयोग दिया।

Girlt in Project kishori by prazna foundation kishori club

धावास स्थित महात्मा गांधी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में भी इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां बालिकाओं को मासिक धर्म स्वच्छता की जानकारी प्रदान की गई और उन्हें किट्स वितरित की गईं।

यहां प्रधानाचार्य हनुमान सहाय मीणा की उपस्थिति में छात्राओं के सवालों के उत्तर दिए गए और किशोरी क्लब की स्थापना की गई। इसी प्रकार मीनावाला स्थित पीएम श्री राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में भी प्रोजेक्ट किशोरी के अंतर्गत कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें प्रधानाचार्य सुनीता महला और शिक्षिकाएं बिमला सैनी और रजनी शर्मा ने सक्रिय भूमिका निभाई।

उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी की विशेष पहल

इस पहल की शुरुआत उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी द्वारा 17 अगस्त को जयपुर में की गई थी। प्रोजेक्ट किशोरी का मुख्य उद्देश्य किशोरियों को मासिक धर्म स्वच्छता के महत्व से अवगत कराना और इस विषय से जुड़े सामाजिक संकोच को समाप्त करना है।

Girlt in Project kishori by prazna foundation kishori club preeti sharma

स्वास्थ्य और स्वच्छता पर विस्तृत चर्चा

प्रजना फाउंडेशन की संस्थापक, प्रीति शर्मा ने स्कूलों में बालिकाओं से संवाद किया और उन्हें मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता बनाए रखने के उपायों के बारे में बताया। उन्होंने स्वच्छता की अनदेखी से होने वाले स्वास्थ्य खतरों और समाज में मासिक धर्म से जुड़े मिथकों को भी चुनौती दी। इस मौके पर बालिकाओं को विशेष स्वच्छता किट्स प्रदान की गईं, जिनमें मासिक धर्म के दौरान जरूरी उत्पाद शामिल थे।

kishori project in rajasthan

प्रोजेक्ट किशोरी का उद्देश्य और महत्व

प्रीति शर्मा ने बताया कि मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता की कमी के कारण किशोरियों को कई बार स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है और वे सामाजिक संकोच के चलते इस बारे में खुलकर बात नहीं कर पातीं। प्रोजेक्ट किशोरी का उद्देश्य इन सामाजिक बाधाओं को दूर करते हुए बालिकाओं को स्वच्छता के प्रति जागरूक बनाना और उन्हें आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराना है।

Must Read: सामाजिक आरक्षण में सबसे बड़ी भूमिका लोकेन्द्रसिंह कालवी की रही : बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी

पढें राजस्थान खबरें, ताजा हिंदी समाचार (Latest Hindi News) के लिए डाउनलोड करें thinQ360 App.

  • Follow us on :