Highlights
- राजस्थान में बर्फीली हवाओं के कारण कड़ाके की ठंड पड़ रही है।
- नागौर, जालोर और सिरोही में रात का तापमान 7 डिग्री या उससे नीचे पहुंच गया है।
- माउंट आबू में पारा शून्य डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जो नवंबर में 15 साल में पहली बार हुआ।
- मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में कई क्षेत्रों में शीतलहर चलने की संभावना जताई है।
Jaipur | राजस्थान (Rajasthan) में बर्फीली हवाओं से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। नागौर (Nagaur), सिरोही (Sirohi) और जालोर (Jalore) का तापमान 7 डिग्री तक गिरा है। माउंट आबू (Mount Abu) में पारा शून्य पर है। मौसम विभाग (Meteorological Department) ने अगले 48 घंटों में शीतलहर की चेतावनी दी है।
राजस्थान में कड़ाके की सर्दी का सितम
उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं ने राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में दिन और रात के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की है। शेखावाटी क्षेत्र के साथ-साथ नागौर, जालोर, सीकर और सिरोही जैसे जिलों में ठंड का असर सबसे ज़्यादा महसूस किया जा रहा है। सोमवार को कई शहरों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस तक की कमी देखी गई, जिससे रात के समय सर्दी और बढ़ गई है।
तापमान में रिकॉर्ड गिरावट: माउंट आबू शून्य पर
इस साल नवंबर में ठंड ने पिछले कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। फतेहपुर में पिछले 24 घंटों के दौरान सबसे कम तापमान 4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, राजस्थान के 15 शहरों में तापमान 5 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि माउंट आबू में 15 साल में पहली बार नवंबर में ही पारा शून्य डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है, जिससे ओस की बूंदें बर्फ में बदल गई हैं। पिछले साल माउंट आबू में 10 दिसंबर को ओस बर्फ बनी थी, लेकिन इस बार नवंबर में ही यह स्थिति देखने को मिली है।
प्रमुख शहरों का न्यूनतम तापमान
- सीकर: 5.5 डिग्री सेल्सियस
- नागौर: 5.6 डिग्री सेल्सियस
- दौसा: 6.8 डिग्री सेल्सियस
- करौली: 7.6 डिग्री सेल्सियस
- सिरोही: 7.7 डिग्री सेल्सियस
- अलवर: 8.0 डिग्री सेल्सियस
- चूरू: 8.0 डिग्री सेल्सियस
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि राज्य के कई हिस्सों में रातें बेहद ठंडी हो रही हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी और आगामी पूर्वानुमान
मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि प्रदेश में फिलहाल शुष्क मौसम बना रहेगा, जिससे हवा में नमी बरकरार रहेगी। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि कोई नया चक्रवात सक्रिय नहीं होता है, तो नवंबर के अंत तक रात का तापमान जमाव बिंदु (शून्य के करीब) तक लुढ़क सकता है। विभाग ने अगले 48 घंटों में कई क्षेत्रों में शीतलहर चलने की संभावना जताई है। हालांकि, इस अवधि में तापमान में बड़े बदलाव की उम्मीद नहीं है, लेकिन उत्तरी हवाओं और पहाड़ों की बर्फबारी का असर आगे और बढ़ सकता है।
उत्तर भारत में भी ठंड का प्रकोप
राजस्थान के साथ-साथ उत्तर भारत के अन्य राज्य भी कड़ाके की ठंड की चपेट में हैं। उत्तराखंड के बद्रीनाथ धाम में पारा माइनस 8 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है, जिससे वहां के झरने और झीलें जम गई हैं। दिल्ली में सोमवार को 3 साल की सबसे ठंडी सुबह दर्ज की गई, जहां न्यूनतम तापमान 8.7 डिग्री सेल्सियस रहा। मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर और राजगढ़ समेत 26 जिलों में शीतलहर का अलर्ट जारी किया गया है, और इंदौर व भोपाल में स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है। पहाड़ी इलाकों से आ रही बर्फीली हवाएं पूरे उत्तर भारत को ठिठुरा रही हैं।
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