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राज्य में जमकर 75.45 प्रतिशत मतदान हुआ है जो पिछली बार से 0.74 फीसदी ज्यादा है। ऐसे भाजपा नेताओं का दावा है कि प्रदेश में कमल खिलेगा क्योंकि, विधानसभा चुनाव 2018 में 0.54 फीसदी से ज्यादा वोटिंग हुई थी और कांग्रेस की सरकार बनी थी।
जयपुर | राजस्थान में इस बार विधानसभा चुनाव में हुई बंपर वोटिंग के बाद सियासी गलियारों में रिवाज बदलेगा या राज को लेकर कयासों का दौर शुरू हो गया है।
चुनाव के अगले दिन राजस्थान के दोनों प्रमुख दलों भाजपा और कांग्रेस ने अपनी-अपनी जीत के दावे ठोकना शुरू कर दिया है।
दोनों दलों के नेता प्रदेश भर से पार्टी प्रत्याशियों और पदाधिकारियों से फीडबैक लेकर सीटों का आंकलन कर अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं।
दरअसल, इस बार राज्य में जमकर 75.45 प्रतिशत मतदान हुआ है जो पिछली बार से 0.74 फीसदी ज्यादा है।
ऐसे भाजपा नेताओं का दावा है कि प्रदेश में कमल खिलेगा क्योंकि, विधानसभा चुनाव 2018 में 0.54 फीसदी से ज्यादा वोटिंग हुई थी और कांग्रेस की सरकार बनी थी।
कांग्रेस का दावा- मिल गया बहुमत
इन सबके बीच कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) का दावा है कि उन्हें बहुमत मिल गया है। मतगणना तो अब एक औपचारिकता है।
भाजपा का 135 सीटें मिलने का दावा
वहीं दूसरी ओर, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी (CP Joshi) ने राजस्थान में कमल खिलने का दावा करते हुए कम से कम 135 सीटें मिलने की बात कही है।
इसी के साथ जोशी का ये भी दावा है कि इस बार कांग्रेस मात्र 50 सीटों पर सिमट जाएगी।
महिला मतदान बढ़ा
आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव 2023 में बंपर वोटिंग हुई है। जिसमें महिला मतदाताओं का बड़ा योगदान रहा है।
चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में 75.45 फीसदी मतदान हुआ।
जिसमें गत वर्ष के मुकाबले महिला मतदान में 0.05 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस बार 74.72 प्रतिशत महिलाएं मतदान करने पहुंची।
हालांकि, अब 3 दिसंबर को मतगणना के बाद सब साफ हो जाएगा कि अशोक गहलोत की सरकार रिपीट होती है या भाजपा का कमल खिलता है।